पटना : कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति के बाद लगातार केंद्र और राज्य सरकार आम लोगों और मजदूरों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में जुटी है. इसी बीच मनरेगा मजदूरों के लिए बड़ी राहत की बात राज्य सरकार ने की है. राज्य के तकरीबन 60 लाख मनरेगा मजदूरों के बकाए भुगतान अगले 2 दिनों में दिए जाएंगे. यह जानकारी ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने दी.
मजदूरों को मिलेगी सहायता
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राज्य के मनरेगा मजदूरों के बकाए भुगतान के लिए 1 हजार 78 करोड़ रुपए निर्गत किए गए हैं. इस राशि से बकाया मजदूरी का भुगतान अगले 48 घंटे में करने का आदेश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है. राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दौरान राज्य की सीमाओं में दूसरे राज्यों से आए मजदूरों को बिहार में ही काम देने का भी फैसला किया है. इसके लिए ग्रामीण विकास विभाग इच्छुक व्यक्ति द्वारा सरकार से काम की मांग किए जाने के आवेदन पर जॉब कार्ड बनाएगा. इस जॉब कार्ड के आधार पर उन्हें मनरेगा के तहत काम दिया जाएगा. इस संबंध में भी ग्रामीण विकास मंत्री ने सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिया है. ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जॉब कार्ड द्वारा काम करने पर अन्य राज्यों से आए मजदूरों को उनके भरण-पोषण और जीविका के लिए काफी सहायता मिलेगी.
लॉकडाउन खत्म होते ही योजना होगी शुरू
मनरेगा मजदूरों की मजदूरी हाल ही में बढ़कर 194 रुपये कर दी गई है. ग्रामीण विकास विभाग ने सभी जिलों के डीएम, डीडीसी और प्रोग्राम ऑफिसर को निर्देश दिया है कि योजनाओं की शुरुआत होनी है. इसलिए उसकी तैयारी अभी से रखें, ताकि लॉकडाउन खत्म होते ही योजना शुरू हो और लोगों को काम दिया जा सके. राज्य में इस वर्ष 18 करोड़ मानव दिवस का बजट स्वीकृत है. मनरेगा से कराए गए कार्य का करीब 630 करोड़ रुपये बकाया था, जबकि इस वर्ष के लिए 1078 करोड़ रुपये की राशि राज्य को मिली है.