अनोखे अंदाज में मां दुर्गा की आराधना, सीने पर 21 कलश की स्थापना - संक्रमण से बचाव के पुख्ता बंदोबस्त
कोरोना काल में लोग एक भक्त की श्रद्धा देखकर दंग रह गए. राजधानी पटना में सचिवालय स्थित नवलखा मंदिर में नागेश्वर बाबा पिछले 25 सालों से अपने सीने पर 21 कलश की स्थापना करवा कर पूरे 9 दिन अन्न-पानी छोड़कर मां की भक्ति में लीन रहते हैं.
पटना: देशभर में शारदीय नवरात्रि की धूम है, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से नवरात्रि भी फिकी नजर आ रही है. राजधानी पटना में सचिवालय स्थित नवलखा मंदिर में कलश स्थापना का बड़ा महत्व है. इस मंदिर में पिछले 25 सालों से एक भक्त अपने सीने पर 21 कलश की स्थापना करवा कर पूरे 9 दिन अन्न-पानी छोड़कर मां की भक्ति में लीन रहते हैं.
मां को प्रसन्न करने का अनूठा तरीका
पिछले 25 सालों से नागेश्वर बाबा नवरात्रि के दौरान इस नवलखा मंदिर में कलश स्थापना कर रहे हैं. इसमें अनोखी बात ये है कि वो इस दौरान 21 कलश को अपने सीने पर रखते हैं. नागेश्वर बाबा का कहना है कि उन्हें ये शक्ति मां दुर्गा से मिलती है. संक्रमण काल में भी बाबा अपने सीने पर कलश स्थापित कर मां से संक्रमण समाप्त करने की कामना कर रहे हैं.
बाबा की श्रद्धा को देखने उमड़े श्रद्धालु
मंदिर में आने वाले भक्त उनकी ये श्रद्धा देखकर हैरान रह जाते हैं. इस दौरान नागेश्वर बाबा ना ही कुछ खाते-पीते हैं और ना ही हिलते-डुलते हैं. उनका मानना है कि जो देवी मां अपने बच्चों का ध्यान रखती हैं उनके चरणों में लेटने से ज्यादा संतुष्टि कहीं नहीं मिल सकती है. बाबा पिछले 24 सालों से इस कार्य को करते आ रहे हैं. इन सभी कलशों में गंगाजल भरा होता है. दरभंगा के रहने वाले नागेश्वर बाबा का कहना है कि मां दुर्गा ने सालों पहले सपने में आकर उन्हें ऐसा करने को कहा था. तब से वो सीने पर कलश की स्थापना करके मां की पूजा करते आ रहे हैं.
संक्रमण से बचाव के पुख्ता बंदोबस्त
संक्रमण से बचने के लिए मंदिर के संस्थापक विजय यादव की ओर से सैनिटाइजर, मास्क और भीड़ इकट्ठा नहीं करने की भी व्यवस्था की गई है. विजय यादव बताते हैं कि बाबा को देखने के लिए पूरे 9 दिन मंदिर में लोगों का तांता लगा रहता है. उनका मानना है कि इस नवरात्र के बाद कोरोना के संक्रमण से जूझ रहे पूरे देश को जरूर निजात मिलेगी.