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घर वापसी: प्रवासियों को वापस बिहार लाने के लिए 10 ट्रेनें हो चुकी हैं शेड्यूल्ड

स्पेशल ट्रेन के बारे में जानकारी देते हुए सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि बिहारियों को वापस लाने को लेकर अब तक 10 ट्रेनें शेड्यूल हो चुकी हैं.

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Published : May 3, 2020, 7:22 PM IST

सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार

पटना: कोरोना वायरस संकट को लेकर लागू लॉकडाउन के वजह से बिहार के लाखों मजदूर, छात्र और न्य लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं. इसको लेकर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार कहा कि मुख्यमंत्री कोरोना से उत्पन्न हालातों के हर पहलूओं की लगातार समीक्षा कर रहे हैं. सीएम ने रविवार को भी मुख्य सचिव और वरीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने बाहर से आने वालों के लिए पूरी व्यवस्था करने का निर्देश दिया. अनुपम कुमार ने बताया कि बिहारियों को वापस लाने को लेकर अब तक 10 ट्रेन शेड्यूल हो चुका है. बिहार वापस आने पर प्रवासियों के लिए ब्लॉक स्तर से लेकर पंचायत स्तरीय स्कूलों के क्वारंटाइन की सुविधा की जा रही है. इन केंद्रों पर आवासन, भोजन एवं चिकित्सकीय व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए सीएम ने अधिकारियों को सतत निगरानी करने का निर्देश दिया है.

'1353 क्वॉरेंटाइन सेंटर संचालित'
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि नोडल ऑफिसर के माध्यम से ट्रेन शिड्यूल के बारे में जो जानकारी मिली है. उसके अनुसार एक ट्रेन जयपुर से दानापुर पहुंची है. केरल के एर्नाकुलम और त्रिरुर से दो ट्रेनें, कोटा बरौनी के लिए से दो ट्रेनें और एक ट्रेन गया के लिए प्रस्थान करेगी. कन्नूर से एक ट्रेन और कोझिकोड से एक ट्रेन चलने की संभावना भी है. वहीं, बेंगलुरू से भी दो ट्रेन चलने की संभावना है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

अनुपम कुमार ने कहा कि बिहार में 201 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं. जिसका लाभ 60 हजार से ज्यादा लोग उठा रहे हैं. पंचायत स्तर पर स्थित 1353 क्वारंटाइन सेंटर में 13 हजार 600 लोग आवासित हैं. जिन्हें भोजन और चिकित्सीय सुविधा मुहैया करायी जा रही है. लॉकडाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे बिहार के लोगों के अब तक 18 लाख 78 हजार आवेदन जांच के सही पाए गए हैं. जिसके बाद उनके खाते में 1000 रुपये की राशि भेज दी गई है. शेष आवेदनों की जांच भी लगभग पूर्ण हो गई है. जल्द ही खाते में राशि भेज दी जाएगी. उन्होंने बताया कि मुख्य मंत्री के निर्देश पर बिहार फाउंडेशन के जरिये बिहार के बाहर फंसे 9 राज्यों में 55 राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं. जिससे 15 लाख 6 हजार लोग लाभान्वित हो रहे हैं.

'12 करोड़ 40 लाख फाइन वसूली'
वहीं, एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कहा कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों में जो अवरोध पैदा कर रहा हैं. उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में 24 एफआरआई दर्ज किए गए हैं. 40 गिरफ्तारियां हुई हैं और 1349 वाहन जब्त किए गए है. उन्होंने बताया कि पूरे बिहार में अब तक अब तक 12 करोड़ 40 लाख रुपए लॉक डाउन उल्लंधन करने वाले से फाइन के रूप में वसूली की गई है.

'5 करोड़ 76 लाख लोगों का सर्वे'
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि बिहार में कोरोना संक्रमण से अब तक 119 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. बिहार में अब तक डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग के तहत 1 करोड़ 5 लाख घरों और 5 करोड़ 76 लाख लोगों के सर्वेक्षण किए जा चुके हैं. जिनमें 34 सौ 20 लोगों में बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण पाए गए हैं.

पटना: कोरोना वायरस संकट को लेकर लागू लॉकडाउन के वजह से बिहार के लाखों मजदूर, छात्र और न्य लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं. इसको लेकर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार कहा कि मुख्यमंत्री कोरोना से उत्पन्न हालातों के हर पहलूओं की लगातार समीक्षा कर रहे हैं. सीएम ने रविवार को भी मुख्य सचिव और वरीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने बाहर से आने वालों के लिए पूरी व्यवस्था करने का निर्देश दिया. अनुपम कुमार ने बताया कि बिहारियों को वापस लाने को लेकर अब तक 10 ट्रेन शेड्यूल हो चुका है. बिहार वापस आने पर प्रवासियों के लिए ब्लॉक स्तर से लेकर पंचायत स्तरीय स्कूलों के क्वारंटाइन की सुविधा की जा रही है. इन केंद्रों पर आवासन, भोजन एवं चिकित्सकीय व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए सीएम ने अधिकारियों को सतत निगरानी करने का निर्देश दिया है.

'1353 क्वॉरेंटाइन सेंटर संचालित'
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि नोडल ऑफिसर के माध्यम से ट्रेन शिड्यूल के बारे में जो जानकारी मिली है. उसके अनुसार एक ट्रेन जयपुर से दानापुर पहुंची है. केरल के एर्नाकुलम और त्रिरुर से दो ट्रेनें, कोटा बरौनी के लिए से दो ट्रेनें और एक ट्रेन गया के लिए प्रस्थान करेगी. कन्नूर से एक ट्रेन और कोझिकोड से एक ट्रेन चलने की संभावना भी है. वहीं, बेंगलुरू से भी दो ट्रेन चलने की संभावना है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

अनुपम कुमार ने कहा कि बिहार में 201 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं. जिसका लाभ 60 हजार से ज्यादा लोग उठा रहे हैं. पंचायत स्तर पर स्थित 1353 क्वारंटाइन सेंटर में 13 हजार 600 लोग आवासित हैं. जिन्हें भोजन और चिकित्सीय सुविधा मुहैया करायी जा रही है. लॉकडाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे बिहार के लोगों के अब तक 18 लाख 78 हजार आवेदन जांच के सही पाए गए हैं. जिसके बाद उनके खाते में 1000 रुपये की राशि भेज दी गई है. शेष आवेदनों की जांच भी लगभग पूर्ण हो गई है. जल्द ही खाते में राशि भेज दी जाएगी. उन्होंने बताया कि मुख्य मंत्री के निर्देश पर बिहार फाउंडेशन के जरिये बिहार के बाहर फंसे 9 राज्यों में 55 राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं. जिससे 15 लाख 6 हजार लोग लाभान्वित हो रहे हैं.

'12 करोड़ 40 लाख फाइन वसूली'
वहीं, एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कहा कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों में जो अवरोध पैदा कर रहा हैं. उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में 24 एफआरआई दर्ज किए गए हैं. 40 गिरफ्तारियां हुई हैं और 1349 वाहन जब्त किए गए है. उन्होंने बताया कि पूरे बिहार में अब तक अब तक 12 करोड़ 40 लाख रुपए लॉक डाउन उल्लंधन करने वाले से फाइन के रूप में वसूली की गई है.

'5 करोड़ 76 लाख लोगों का सर्वे'
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि बिहार में कोरोना संक्रमण से अब तक 119 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. बिहार में अब तक डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग के तहत 1 करोड़ 5 लाख घरों और 5 करोड़ 76 लाख लोगों के सर्वेक्षण किए जा चुके हैं. जिनमें 34 सौ 20 लोगों में बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण पाए गए हैं.

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