नवादा: स्वयं सहायता समूह और किसानों के कर्ज माफी को लेकर खेग्रामस भाकपा माले ऐपवा ने मार्च कर समाहरणालय के पास मानव श्रृंखला बनाया. कर्ज माफी को लेकर प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वह हाथों में लिए तख्तियों में कर्ज माफी से संबंधित स्लोगन लिखकर सरकार पर निशाना साध रहे थे.
सरकार पर साधा निशाना
मार्च को संबोधित करते हुए भाकपा माले जिला सचिव नरेंद्र प्रसाद सिंह और ऐपवा जिला अध्यक्षा सुदामा देवी ने ने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार पुंजीपतियों के कर्ज माफ कर पुंजीपतियों की कठपुतली बनी हुई हैं. स्वयं सहायता समूह की महिलायें, किसानो, मजदूरों और छोटे कारोबारियों के कर्ज वसूलने की खुली छुट दे दी गई है. कोरोना काल में रोजी -रोजगार सब छिन गया है. उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति में कर्ज देना गरीबों के बस में नहीं है. माइक्रो फाइनांस कंपनियां समूह से महिलाओ से जबरन वसूली करने में लगी हैं. सरकार से हमारी मांग है कि 31 मार्च 2021 तक कर्ज पर रोक लगाए.
इनकी रही मौजूदगी
माले नेता ने कहा कि माइक्रो फाइनांस कंपनियां की ओर से गरीबों का शोषण किया जा रहा है. सरकार के लिए कर्ज वसूली पर चुप्पी महिला-किसान विरोधी रवैया है. उन्होंने कहा कि इन समूह की महिलाओं का कर्ज माफ नहीं किया गया तो आगामी विधानसभा चुनाव में जनता नीतिश और मोदी सरकार को बिहार से उखाड़ फेकेगी. इस मौके पर खेग्रामस के अर्जुन पासवान गोरेलाल राम, महावीर राम, ऐपवा के सरस्वती देवी, संपतिया देवी और कुंती देवी सहित बङी संख्या में महिलाएं शामिल रही.