पटना: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया. उनके इस बजट में सरकार का जोर राजकोषीय घाटे को काबू में रखने के साथ ही आर्थिक वृद्धि और रोजगार सृजन को गति देने पर किया गया.
आम बजट पर कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खां ने कहा कि बिहार के लिए बजट में कुछ भी नहीं है. बिहार को इस बार भी विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला. बजट में सरकारी संपत्तियों को बेचने की बात कही गई है. जो सही नहीं है. बेरोजगारी दूर कैसे करेंगे इसका भी कोई जिक्र नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि देश सभी नवरत्न कंपनियों के हाथों की कठपुतली बनकर रह जाएगी. एक तरफ स्वदेशी की बात करते हैं दूसरी तरफ सभी सरकारी कंपनियों को बेचने की बात भी कर रहे हैं. ये चाहते हैं कि कुछ ही लोगों के हाथ में भारत रहे. जनता का भारत, जनता के लिए भारत ना रहे.
बजट की प्रमुख बातें:
पैसा निकालने पर टैक्स
कोई भी व्यक्ति बैंक से एक साल में एक करोड़ से अधिक की राशि निकालता है तो उसपर 2% का TDS लगाया जाएगा. यानी सालाना 1 करोड़ रुपये से अधिक निकालने पर 2 लाख रुपये टैक्स में कट जाएंगे.
पेट्रोल-डीजल, सोना महंगा
पेट्रोल-डीजल पर 1 रुपये सेस बढ़ा दिया गया है. वहीं गोल्ड और अन्य बहुमूल्य धातुओं पर कस्टम ड्यूटी 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत कर दिया गया है.
नकदी निकासी पर लेवी
बैंक खाते से साल में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश निकालने पर 2 प्रतिशत लेवी देना पड़ेगा. सरकार ने यह व्यवस्था नकदी लेनदेन की आदत खत्म करने के लिए लाई है. वहीं, डिजिटल पेमेंट पर कन्ज्यूमर से कोई अतिरिक्त चार्ज या एमडीआर नहीं वसूला जाएगा.