कोलकाता: 76वें गणतंत्र दिवस पर रविवार शाम को कोलकाता स्थित राजभवन में आयोजित समारोह में उस समय विवाद खड़ा हो गया, जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस के संगीत बैंड को राजभवन में गणतंत्र दिवस समारोह में प्रस्तुति देने के लिए प्रवेश नहीं दिया गया. उनके हस्तक्षेप के बाद ही बैंड को प्रस्तुति देने की अनुमति दी गई.
सीएम ममता बनर्जी ने अपनी कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा, "हर साल कोलकाता पुलिस का बैंड इस कार्यक्रम में प्रस्तुति देता है. इस साल राजभवन ने कोलकाता पुलिस के बैंड को आमंत्रित किया, लेकिन बैंड को राज्यपाल के निवास में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई."
#WATCH | West Bengal CM Mamata Banerjee alleged that the Kolkata Police band was not allowed to perform in Kolkata's Raj Bhavan on the occasion of Republic Day; however, after her intervention, the band was allowed to perform
— ANI (@ANI) January 26, 2025
In visuals, Mamata Banerjee can be seen arguing with… pic.twitter.com/7N92V5CYDx
ममता बनर्जी का एक वीडिया भी सामने आया है, जिसमें वह राजभवन में सहायक कर्मचारियों के साथ बहस करती दिख रही हैं. बाद में वह राज्यपाल सीवी आनंद बोस से बात करती हैं.
दरअसल, राजभवन पहुंचने के बाद सीएम बनर्जी को बताया गया कि बैंड गेट पर इंतजार कर रहा है और समारोह में शामिल नहीं हो सकता. इसके बाद, वह गेट पर पहुंच गईं और राजभवन के अधिकारियों से कड़ी असहमति व्यक्त की. उन्होंने जोर देकर कहा कि कोलकाता पुलिस बैंड को अंदर जाने दिया जाए.
In the At Home, the Kolkata Police band set was assigned a space different from the usual practice. When this was pointed out, I intervened and called the Police bandset and gave them a suitable place where they continued to perform. I also explained it to the Chief Minister and… https://t.co/BMKox55hmQ
— ANI (@ANI) January 26, 2025
राज्यपाल के ओएसडी का बयान
वहीं, सीएम ममता बनर्जी की आपत्ति पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस के ओएसडी संदीप कुमार सिंह ने कहा, "एट होम कार्यक्रम में कोलकाता पुलिस के बैंड को सामान्य मंच से अलग स्थान दिया गया था. जब इस ओर ध्यान दिलाया गया, तो मैंने हस्तक्षेप किया और पुलिस बैंड को बुलाया और उन्हें एक उपयुक्त स्थान दिया, जहां वे प्रदर्शन करते रहे."
उन्होंने आगे कहा, "मैंने मुख्यमंत्री को भी इस बारे में बताया और उन्होंने कुछ समय तक बैंड को सुना. जब मैंने राज्यपाल को इसकी सूचना दी, तो उन्होंने आदेश दिया कि औपचारिक अवसरों पर किसी भी तरह की प्राथमिकता से हटकर केवल चीफ ऑफ स्टाफ की पूर्व स्वीकृति के साथ ही किया जाना चाहिए."
इससे पहले दिन में, ममता बनर्जी ने कोलकाता में 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लिया और राज्य की विभिन्न उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली परेड देखी.
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