ETV Bharat / bharat

बाघों के शिकार के लिए कुख्यात बहेलिया गिरोह का सरगना गिरफ्तार, चंद्रपुर में मच गया हड़कंप! - BAHELIA POACHER GANG CHIEF ARRESTED

बाघों के शिकार के लिए कुख्यात आरोपी अजीत राजगोंड को चंद्रपुर जिले में गिरफ्तार किया गया है. वन विभाग मामले की जांच कर रही है.

shikari
कुख्यात बहेलिया गैंग लीडर अजीत राजगोंड चंद्रपुर से गिरफ्तार (ANI and ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 27, 2025, 3:19 PM IST

Updated : Jan 27, 2025, 3:27 PM IST

चंद्रपुर: महाराष्ट्र में बाघों के शिकार के लिए कुख्यात बहेलिया गैंग लीडर अजीत राजगोंड को चंद्रपुर के घने जंगलों से गिरफ्तार किया गया है. अजीत पर शक है कि, उसने राज्य में कई बाघों का शिकार किया है. बाघों के लिए स्वर्ग माने जाने वाले चंद्रपुर में अजीत की गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया है. वन विभाग ने अजीत राजगोंड की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. मामले की जांच की जा रही है.

बता दें कि, चंद्रपुर जिले में बाघों की संख्या में काफी वृद्धि हो रही है. ताड़ोबा अंधारी टाइगर रिजर्व सहित क्षेत्र में 100 से अधिक बाघ हैं. इसके कारण यहां इंसान-जंगली जानवरों के बीच संघर्ष चरम पर पहुंच गया है.

बाघों के शिकार के लिए कुख्यात आरोपी अजीत राजगोंड के चंद्रपुर से गिरफ्तार होने से कई जंगली जानवरों के शिकार को लेकर कई सवाल उत्पन्न हो गए हैं. इसके लिए वन विभाग गहन जांच में जुट गई है. बता दें कि, मध्य प्रदेश में बहेलिया गिरोह बाघों के शिकार के लिए कुख्यात है. यह गिरोह छिपकर बाघों का शिकार करने में माहिर होते हैं. इस गिरोह ने देश भर में अब तक कई सारे बाघों का शिकार किया है. इतना ही नहीं, यह भी सामने आया है कि इस गिरोह के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन भी हैं.

कहा तो यह भी जाता है कि, 20 साल पहले चंद्रपुर जिले में बहेलिया गिरोह सक्रिय था. उसके बाद इनका वजूद ज्यादा नहीं दिखा. इसके बावजूद चंद्रपुर जिले में कुछ जगहों पर बाघों का शिकार होने की बात सामने आई थी. 2021 में नागपुर के बुट्टीबोरी वन विभाग ने बाघ के अंगों की तस्करी करते हुए कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इस जांच में पता चला कि, जिले के पोम्भुर्ना और सिंदेवाही इलाकों में बाघों का शिकार किया जाता था.

दिसंबर में लोहारा से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, यह बात सामने नहीं आई थी कि इसके लिए कोई बड़ा गिरोह सक्रिय है. 25 जनवरी को कुख्यात तस्कर अजीत को राजुरा तालुका के चुनाला के जंगल में देखा गया था. उससे पूछताछ के बाद वन विभाग के कर्मचारियों को शक हुआ. इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया. चौंकाने वाली बात यह है कि वन विभाग को इस कुख्यात आरोपी के बारे में पता ही नहीं था.

जांच के दौरान उसकी पहचान जानने के बाद वन विभाग हैरान रह गया. उसे 26 जनवरी को वन हिरासत में भेज दिया गया. बता दें कि, अजीत सितंबर में ही बाघ शिकार मामले में जमानत पर रिहा हुआ था. संभव है कि अजीत ने बाघों के लिए स्वर्ग माने जाने वाले चंद्रपुर जैसे जंगल में बाघों का शिकार किया हो. संपर्क करने पर सहायक वन संरक्षक जोग ने बताया कि जांच चल रही है. अभी तक यह बात सामने नहीं आई है कि उसने चंद्रपुर जिले में बाघों का शिकार किया है. वन संरक्षक जोग ने बताया कि, अजीत राजगोंड के पकड़े जाने की सूचना दूसरे राज्यों के वन विभागों को भी दे दी गई है.

ये भी पढ़ें: जिस आदमखोर बाघ ने ली थी महिला की जान, कुछ दिन बाद पाया गया मृत!

चंद्रपुर: महाराष्ट्र में बाघों के शिकार के लिए कुख्यात बहेलिया गैंग लीडर अजीत राजगोंड को चंद्रपुर के घने जंगलों से गिरफ्तार किया गया है. अजीत पर शक है कि, उसने राज्य में कई बाघों का शिकार किया है. बाघों के लिए स्वर्ग माने जाने वाले चंद्रपुर में अजीत की गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया है. वन विभाग ने अजीत राजगोंड की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. मामले की जांच की जा रही है.

बता दें कि, चंद्रपुर जिले में बाघों की संख्या में काफी वृद्धि हो रही है. ताड़ोबा अंधारी टाइगर रिजर्व सहित क्षेत्र में 100 से अधिक बाघ हैं. इसके कारण यहां इंसान-जंगली जानवरों के बीच संघर्ष चरम पर पहुंच गया है.

बाघों के शिकार के लिए कुख्यात आरोपी अजीत राजगोंड के चंद्रपुर से गिरफ्तार होने से कई जंगली जानवरों के शिकार को लेकर कई सवाल उत्पन्न हो गए हैं. इसके लिए वन विभाग गहन जांच में जुट गई है. बता दें कि, मध्य प्रदेश में बहेलिया गिरोह बाघों के शिकार के लिए कुख्यात है. यह गिरोह छिपकर बाघों का शिकार करने में माहिर होते हैं. इस गिरोह ने देश भर में अब तक कई सारे बाघों का शिकार किया है. इतना ही नहीं, यह भी सामने आया है कि इस गिरोह के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन भी हैं.

कहा तो यह भी जाता है कि, 20 साल पहले चंद्रपुर जिले में बहेलिया गिरोह सक्रिय था. उसके बाद इनका वजूद ज्यादा नहीं दिखा. इसके बावजूद चंद्रपुर जिले में कुछ जगहों पर बाघों का शिकार होने की बात सामने आई थी. 2021 में नागपुर के बुट्टीबोरी वन विभाग ने बाघ के अंगों की तस्करी करते हुए कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इस जांच में पता चला कि, जिले के पोम्भुर्ना और सिंदेवाही इलाकों में बाघों का शिकार किया जाता था.

दिसंबर में लोहारा से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, यह बात सामने नहीं आई थी कि इसके लिए कोई बड़ा गिरोह सक्रिय है. 25 जनवरी को कुख्यात तस्कर अजीत को राजुरा तालुका के चुनाला के जंगल में देखा गया था. उससे पूछताछ के बाद वन विभाग के कर्मचारियों को शक हुआ. इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया. चौंकाने वाली बात यह है कि वन विभाग को इस कुख्यात आरोपी के बारे में पता ही नहीं था.

जांच के दौरान उसकी पहचान जानने के बाद वन विभाग हैरान रह गया. उसे 26 जनवरी को वन हिरासत में भेज दिया गया. बता दें कि, अजीत सितंबर में ही बाघ शिकार मामले में जमानत पर रिहा हुआ था. संभव है कि अजीत ने बाघों के लिए स्वर्ग माने जाने वाले चंद्रपुर जैसे जंगल में बाघों का शिकार किया हो. संपर्क करने पर सहायक वन संरक्षक जोग ने बताया कि जांच चल रही है. अभी तक यह बात सामने नहीं आई है कि उसने चंद्रपुर जिले में बाघों का शिकार किया है. वन संरक्षक जोग ने बताया कि, अजीत राजगोंड के पकड़े जाने की सूचना दूसरे राज्यों के वन विभागों को भी दे दी गई है.

ये भी पढ़ें: जिस आदमखोर बाघ ने ली थी महिला की जान, कुछ दिन बाद पाया गया मृत!

Last Updated : Jan 27, 2025, 3:27 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.