नवादा: दिल्ली के तुगलकाबाद के संत रविदास की मूर्ति को तोड़े जाने से नाराज भीम आर्मी के सद्स्यों ने प्रजातंत्र चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. भीम आर्मी के बैनर तले पीएम मोदी का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने दोबारा उसी स्थान पर मंदिर बनवाने की मांग की. साथ ही लोगों ने गिरफ्तार हुए चंद्रशेखर और उसके 96 साथी को रिहा करने की मांग की.
पीएम मोदी को बताया तानाशाह
विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मोदी सरकार को दलित समाज का दुश्मन बताया. मंदिर तुड़वाने के मामले में मोदी सरकार को तानाशाही सरकार बताया है. उनका कहना है कि संत रविदास जी का 600 वर्ष पुराना मंदिर साजिश के तहत तोड़ी गयी है. इससे दलित समाज की भावना को ठेस पहुंचा है.
मंदिर का हो निर्माण
हमारे संत रविदास जी एक महापुरूष थे और उनका इतिहास है. इस मंदिर से कोई नुकसान और किसी का विरोध भी नहीं था जिसे तोड़ दिया गया है. उन्होंने कहा कि अगर उसी स्थान पर रविदास जी का भव्य मंदिर नहीं बनवाया गया तो पूरे भारत में चरणबद्ध आन्दोलन किया जाएगा. उन्होंने गिरफ्तार चंद्रशेखर और उनके साथियों को जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की.
दलितों का हुआ अपमान
सरकार ने रविदास जी का मंदिर तुड़वाकर दलितों का अपमान किया है. दलितों के मान-सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ है. उन्होंने कहा कि सरकार एससी -एसटी एक्ट के साथ छेड़छाड़ कर दलितों को नीचा दिखाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि रविदास मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन किया जाएगा.
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम की अध्यक्षता भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष चंदन चौधरी ने किया. कार्यक्रम का संचालन भीम आर्मी के वरिष्ठ नेता गौरव गजराज ने किया. मौके पर प्रदेश के कई नेता उपस्थित रहे. जिसमें यादव महासभा के बिहार प्रभारी और वरिष्ठ नेता उपाध्यक्ष वीरेंद्र गोप, जगदेव विचार मंच के प्रो.राधेश्याम प्रसाद, समता आन्दोलन के संयोजक सुभाष कुमार कौशल, हिसुआ भीम आर्मी अध्यक्ष धर्मेंद्र राजवंशी, नरहट प्रखंड अध्यक्ष रंजीत चौधरी, नवीन रविदास दीनबन्धु मांझी समेत सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे.