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Miyazaki Mango: स्वाद के साथ स्वास्थ्य के लिए भी रामबाण, लाखों में कीमत.. अब नालंदा में 'मियाजाकी' का उत्पादन

आम को फलों का राजा कहा जाता है. हमारे यहां आम की कई किस्में उगाई जाती है लेकिन पिछले कुछ सालों से जापान के मियाजाकी प्रांत में पाए जाने वाले दुनिया के सबसे महंगे आम की भी बागवानी शुरू हो गई है. नालंदा में भी एक किसान ने अपने बगीचे में मियाजाकी आम लगाए हैं. ये आम स्वास्थ्य के लिए रामबाण की तरह होता है. पढ़ें पूरी खबर..

नालंदा में मियाजाकी आम की बागवानी
नालंदा में मियाजाकी आम की बागवानी
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Published : Jul 16, 2023, 10:13 AM IST

Updated : Jul 16, 2023, 11:02 AM IST

नालंदा में बगानों में मियाजाकी आम की बागबानी

नालंदा: आम एक मौसमी फल है. आमतौर पर ये गर्मियों के मौसम में होता है. आम की कई किस्में होती है. इसमें दशहरी, लंगड़ा, चौसा और अलफॉन्सो आदि शामिल है. आम कई किस्मों, स्वाद और गुणों के कारण काफी मशहूर है. फलों के राजा आम का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं लेकिन आज हम दुनिया के सबसे महंगे आम 'मियाजाकी' की बात करेंगे और साथ ही इस आम की बागवानी करने वाले किसान के बारे में भी जानकारी देंगे.

ये भी पढ़ें- ये है दुनिया का सबसे महंगा आम.. पूर्णिया के बगीचे में खिला है.. दाम जानकर हो जाएंगे हैरान

नालंदा में मियाजाकी आम की बागवानी: आज हम नालंदा जिले के चंडी प्रखंड के ढकनिया गांव के रहने वाले किसान भाई के बारे में बात करेंगे. किसान मुकेश कुमार, नीतीश और राम कुमार के पिता सुरेंद्र सिंह पेड़ पौधे लगाने के शौकीन थे. उन्होनें सोशल मिडिया पर जानकारी हासिल कर साल 2021 में जापान से इस प्रजाति के दो पौधे को मंगवाया था. पिछले दो साल से इसमें फल आ रहा है. किसान भाई इस आम के फल को मियाजाकी होने का दावा कर रहे हैं. इसमें सबसे पहला फल साल 21 फल लगे थे. एक एक कर तोड़ने के बाद इसमें अब 5 फल बच रहे हैं.

3 एकड़ में लगा है मियाजाकी आम: किसान मुकेश और राम कुमार बताया कि उनके पिता जी की इच्छा थी कि जब भी कोई उनके बगीचे में आए तो वह किस्म के फल के पौधे और फल को देख सके. करीब 3 एकड़ में आम की लगभग सभी तरह मियाकाजी, ब्लैक स्टोन, सीड लेश की प्रजाति के अलावा, सेव, इलायची, साबुदाना, सभी तरह के मसालों के पौधे वे अपने घर के समीप नंदन वाटिका में उपलब्ध है. बगीचे की रखवाली के लिए सीसीटीवी कैमरा और डॉग रखे हुए हैं.

2 लाख रुपये प्रति किलो है कीमत: किसान मुकेश सिंह का दावा है कि भारत में इसकी कीमत करीब 10 हजार तो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 2 लाख रुपए किलो है. सबसे महंगी आम की किस्म है. इसे ‘ताइयो-नो-टोमागो’ या ‘एग्स ऑफ सनशाइन’ के नाम से बेचा जाता है. आमों के अन्य किस्में हरे और पीले रंग में होती है, लेकिन इसका रंग गहरा लाल है. इसका आकार डायनासोर के अंडे की तरह दिखता है. ये आम जापान में उगाया जाता है.

मियाजाकी आम के बगीचे में किसान
मियाजाकी आम के बगीचे में किसान

जापान से मंगाया गया था पौधा: मियाजाकी आम का नाम जापान के एक शहर ‘मियाजाकी’ के नाम पर रखा गया है. जहां इस फल को मुख्य रूप से उगाया जाता है. इस एक आम का वजन लगभग 350 ग्राम होता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड जैसे गुण होते हैं. इसमें शुगर 15% या अधिक होती है. विशेषज्ञों के अनुसार, इस किस्म की खेती के लिए तेज धूप और अधिक वर्षा की आवश्यकता होती है. ये फल अप्रैल और अगस्त के महीनों के बीच होता है. ये जापान में बिकने वाले सबसे महंगे फलों में से एक है.

निर्यात से पहले होता है सख्त जांच: अन्य देशों में निर्यात किए जाने से पहले, इन आमों की सख्त जांच और परीक्षण किया जाता है. ये किस्म जापान, थाईलैंड, फिलीपींस और भारत में उगाई जाती है. दुनिया भर में उपलब्ध आम की अन्य महंगी किस्मों में कोहितूर शामिल है. ये भारत के सबसे महंगे आमों में से एक है. इसे पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में उगाया जाता है. ये 1500 रुपए प्रति पीस तक बिकता है. इस आम की एक खास महक और स्वाद होता है. इसमें कुछ प्रकार के एंटीऑक्सिडेंट और बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड जैसे अन्य रासायनिक घटक पाए जाते हैं.

"जापान का ये पौधा है. वहां से कुरियर के माध्यम से ऑर्डर कर मंगाया गया था. पटना से इसको रिसिव किए थे. बेसिकली इसकी जानकारी पापा को थी. वो प्रकृति से जुड़े हुए थे और वही इसका प्लांटेशन किए थे. 2021 में लगाए थे. पिछले दो साल से फल आ रहा है. दोनों सीजन में फला है. पिछले साल मार्केट में इस आम की कीमत 260-70 हजार प्रति केजी, लेकिन इस बार मालूम हुआ है कि70 से 80 हजार रुपये प्रतिकेजी है. इस टाइप का पौधा फिलहाल आसपास के इलाके में कहींनहीं है."- नीतीश कुमार, किसान

कैंसर के खतरे को कम करता है यह आम: इस आम से जुड़ी एक और अच्छी बात यह है कि यह कैंसर के खतरे को कम करने के लिए भी जाना जाता है. इसमें जिंक, कैल्शियम, विटामिन सी, ई, ए और के के अलावा कॉपर व मैगनीशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी हैं. अगर आप कब्ज, अपच या अन्य पेट से जुड़ीं समस्याओं से पीड़ित रहते हैं, तो आपको इस आम का सेवन करना चाहिए. गर्मियों में इसके सेवन से आपको पाचन को बेहतर बनाने इन विकारों से बचने में मदद मिल सकती है.

दिल के रोग के जोखिम को करता है कम: अगर आप इस आम का सेवन करते हैं, तो आपको अपने इंसुलिन लेवल को लेकर टेंशन नहीं लेनी चाहिए. गर्मियों में इस आम को खाने से आपको खून में इंसुलिन लेवल को नॉर्मल रखने में मदद मिल सकती है. कोलेस्ट्रॉल एक गंभीर समस्या है जिससे दिल के रोग और स्ट्रोक का जोखिम होता है. अगर आप मियाजाकी आम पसंद करते हैं, तो आपको बता दें कि यह आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक हो सकता है. दुनिया के सबसे महंगे आम मियाजाकी में कैंसर से लड़ने वाले गुण पाए जाते हैं. इसके सेवन से आपको विभिन्न प्रकार के कैंसर की रोकथाम में मदद मिल सकती है.

नालंदा में बगानों में मियाजाकी आम की बागबानी

नालंदा: आम एक मौसमी फल है. आमतौर पर ये गर्मियों के मौसम में होता है. आम की कई किस्में होती है. इसमें दशहरी, लंगड़ा, चौसा और अलफॉन्सो आदि शामिल है. आम कई किस्मों, स्वाद और गुणों के कारण काफी मशहूर है. फलों के राजा आम का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं लेकिन आज हम दुनिया के सबसे महंगे आम 'मियाजाकी' की बात करेंगे और साथ ही इस आम की बागवानी करने वाले किसान के बारे में भी जानकारी देंगे.

ये भी पढ़ें- ये है दुनिया का सबसे महंगा आम.. पूर्णिया के बगीचे में खिला है.. दाम जानकर हो जाएंगे हैरान

नालंदा में मियाजाकी आम की बागवानी: आज हम नालंदा जिले के चंडी प्रखंड के ढकनिया गांव के रहने वाले किसान भाई के बारे में बात करेंगे. किसान मुकेश कुमार, नीतीश और राम कुमार के पिता सुरेंद्र सिंह पेड़ पौधे लगाने के शौकीन थे. उन्होनें सोशल मिडिया पर जानकारी हासिल कर साल 2021 में जापान से इस प्रजाति के दो पौधे को मंगवाया था. पिछले दो साल से इसमें फल आ रहा है. किसान भाई इस आम के फल को मियाजाकी होने का दावा कर रहे हैं. इसमें सबसे पहला फल साल 21 फल लगे थे. एक एक कर तोड़ने के बाद इसमें अब 5 फल बच रहे हैं.

3 एकड़ में लगा है मियाजाकी आम: किसान मुकेश और राम कुमार बताया कि उनके पिता जी की इच्छा थी कि जब भी कोई उनके बगीचे में आए तो वह किस्म के फल के पौधे और फल को देख सके. करीब 3 एकड़ में आम की लगभग सभी तरह मियाकाजी, ब्लैक स्टोन, सीड लेश की प्रजाति के अलावा, सेव, इलायची, साबुदाना, सभी तरह के मसालों के पौधे वे अपने घर के समीप नंदन वाटिका में उपलब्ध है. बगीचे की रखवाली के लिए सीसीटीवी कैमरा और डॉग रखे हुए हैं.

2 लाख रुपये प्रति किलो है कीमत: किसान मुकेश सिंह का दावा है कि भारत में इसकी कीमत करीब 10 हजार तो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 2 लाख रुपए किलो है. सबसे महंगी आम की किस्म है. इसे ‘ताइयो-नो-टोमागो’ या ‘एग्स ऑफ सनशाइन’ के नाम से बेचा जाता है. आमों के अन्य किस्में हरे और पीले रंग में होती है, लेकिन इसका रंग गहरा लाल है. इसका आकार डायनासोर के अंडे की तरह दिखता है. ये आम जापान में उगाया जाता है.

मियाजाकी आम के बगीचे में किसान
मियाजाकी आम के बगीचे में किसान

जापान से मंगाया गया था पौधा: मियाजाकी आम का नाम जापान के एक शहर ‘मियाजाकी’ के नाम पर रखा गया है. जहां इस फल को मुख्य रूप से उगाया जाता है. इस एक आम का वजन लगभग 350 ग्राम होता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड जैसे गुण होते हैं. इसमें शुगर 15% या अधिक होती है. विशेषज्ञों के अनुसार, इस किस्म की खेती के लिए तेज धूप और अधिक वर्षा की आवश्यकता होती है. ये फल अप्रैल और अगस्त के महीनों के बीच होता है. ये जापान में बिकने वाले सबसे महंगे फलों में से एक है.

निर्यात से पहले होता है सख्त जांच: अन्य देशों में निर्यात किए जाने से पहले, इन आमों की सख्त जांच और परीक्षण किया जाता है. ये किस्म जापान, थाईलैंड, फिलीपींस और भारत में उगाई जाती है. दुनिया भर में उपलब्ध आम की अन्य महंगी किस्मों में कोहितूर शामिल है. ये भारत के सबसे महंगे आमों में से एक है. इसे पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में उगाया जाता है. ये 1500 रुपए प्रति पीस तक बिकता है. इस आम की एक खास महक और स्वाद होता है. इसमें कुछ प्रकार के एंटीऑक्सिडेंट और बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड जैसे अन्य रासायनिक घटक पाए जाते हैं.

"जापान का ये पौधा है. वहां से कुरियर के माध्यम से ऑर्डर कर मंगाया गया था. पटना से इसको रिसिव किए थे. बेसिकली इसकी जानकारी पापा को थी. वो प्रकृति से जुड़े हुए थे और वही इसका प्लांटेशन किए थे. 2021 में लगाए थे. पिछले दो साल से फल आ रहा है. दोनों सीजन में फला है. पिछले साल मार्केट में इस आम की कीमत 260-70 हजार प्रति केजी, लेकिन इस बार मालूम हुआ है कि70 से 80 हजार रुपये प्रतिकेजी है. इस टाइप का पौधा फिलहाल आसपास के इलाके में कहींनहीं है."- नीतीश कुमार, किसान

कैंसर के खतरे को कम करता है यह आम: इस आम से जुड़ी एक और अच्छी बात यह है कि यह कैंसर के खतरे को कम करने के लिए भी जाना जाता है. इसमें जिंक, कैल्शियम, विटामिन सी, ई, ए और के के अलावा कॉपर व मैगनीशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी हैं. अगर आप कब्ज, अपच या अन्य पेट से जुड़ीं समस्याओं से पीड़ित रहते हैं, तो आपको इस आम का सेवन करना चाहिए. गर्मियों में इसके सेवन से आपको पाचन को बेहतर बनाने इन विकारों से बचने में मदद मिल सकती है.

दिल के रोग के जोखिम को करता है कम: अगर आप इस आम का सेवन करते हैं, तो आपको अपने इंसुलिन लेवल को लेकर टेंशन नहीं लेनी चाहिए. गर्मियों में इस आम को खाने से आपको खून में इंसुलिन लेवल को नॉर्मल रखने में मदद मिल सकती है. कोलेस्ट्रॉल एक गंभीर समस्या है जिससे दिल के रोग और स्ट्रोक का जोखिम होता है. अगर आप मियाजाकी आम पसंद करते हैं, तो आपको बता दें कि यह आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक हो सकता है. दुनिया के सबसे महंगे आम मियाजाकी में कैंसर से लड़ने वाले गुण पाए जाते हैं. इसके सेवन से आपको विभिन्न प्रकार के कैंसर की रोकथाम में मदद मिल सकती है.

Last Updated : Jul 16, 2023, 11:02 AM IST
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