नालंदा: जिले के राजगीर में बना डिग्री कॉलेज इसी शैक्षणिक सत्र में शुरू होने जा रहा है. इसके लिए सरकारी स्तर पर कार्यवाही तेज हो गयी है. इसी क्रम में कॉलेज के नवनिर्मित भवन का निरीक्षण करने के लिए पाटलिपुत्र विश्वविधालय की एक कमिटी पटना से राजगीर पहुंची.
हालांकि भवन के मुख्य दरवाजे पर ताला लटका रहने के कारण वे अन्दर से भवन का निरिक्षण नहीं कर पाए. यह कॉलेज पाटलिपुत्र विश्वविधालय पटना के संभाग में आता है. निरिक्षण टीम में पाटलीपुत्रा विश्वविधालय के प्रोफेसर एमपी खत्री, प्रोफेसर एमपी सिंह, प्रो. मोहमद कुददस, प्रोफेसर शैलेन्द्र प्रसाद सिंह, प्रो विज्या लक्ष्मी, प्रो अनिल कुमार, प्रो अरूण कुमार और प्रो विरेन्द्र कुमार सिंह शामिल थे.
प्रोफेसरों व कर्मियों की होगी नियुक्ति
टीम ने कॉलेज की बनावट, संरचना,पहुंच पथ आदी का जायजा लिया. निरिक्षण टिम में शामिल प्रोफेसर खत्री ने बताया कि विश्वविधालय को इसी शैक्षणिक सत्र में शुरू कर दिया जायेगा. इस कॉलेज के अलावे विश्वविधालय के अंतर्गत आने वाले अन्य नौ कॉलेज का शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होगी. विभाग के मुताबिक यहां प्रोफेसरों व कर्मियों की नियुक्ति की जायेगी.
पाटलिपुत्रा विश्वविधालय से मिलेगा एफलिएशन
गौरतलब है कि राजगीर का यह डिग्री कॉलेज पाटलीपुत्रा विश्विधालय के अंर्गगत आता है. इस वजह से इसका एफलिएशन का काम पाटलीपुत्रा विश्वविधालय के द्वारा किया जायेगा. जबकि अनुमोदन राज्य सरकार करेगी.
8 अगस्त 2015 को हुआ था शिलान्यास
विदित हो कि इस डिग्री कॉलेज का शिलान्यास विगत 8 अगस्त 2015 को बिहार सरकार के ग्रामीण विकास सह संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने किया था. 5 करोड़ 13 लाख रू की लागत से इस कॉलेज का निर्माण पंडितपुर गांव के पास स्थित कृषि फार्म के 21 हजार वर्ग फुट जमीन पर किया गया है. अभी तक अंतराष्ट्रीय पर्यटन केन्द्र राजगीर में एक भी स्नातक कॉलेज नहीं था. यहां के विधार्थी उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने के लिए मजबूर थे. यहां डिग्री कॉलेज की स्थापना के लिए एबीवीपी ने चरणबद्ध तरीके से आंदोलन भी चलाया था. धरना प्रदर्शन, हस्ताक्षर अभियान कर शिक्षा मंत्री,मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल सहित विभागों के वरीय अधिकारियों से पत्राचार भी किया था.
छात्रों में खुशी की लहर
डिग्री कॉलेज शुरू होने की खबर से यहां के छात्र काफी खुश हैं. विधार्थी परिषद के छात्र नेताओं ने प्रसन्नता जाहिर की है. कुणाल कुमार, विक्रम कुमार व अन्य का कहना है कि हमलोगों का परिश्रम रंग लाया है. निरिक्षण करने आए टीम की अगुआयी कर रहे छात्र नेता अनुपम कुमार ने कहा कि जांच टीम ने बताया है कि इसी शैक्षणीक सत्र से पढ़ाई की शुरूआत हो जाएगी. इससे हमलोग काफी खुश हैं.