नालंदा : बिहार में नालंदा जिले (Bihar Nalanda) से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. बिहार शरीफ के कमरुद्दीन गंज मोहल्ला निवासी राजीव प्रसाद की पत्नी को प्रसव पीड़ा हुआ. जिसके बाद उनके परिजन सुविधाओं के अभाव में सदर अस्पताल के एंबुलेंस की बजाय ठेले पर लाया गया. जिसका वीडियो वहां मौजूद किसी शख्स ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. परिजनों ने अस्पताल की ओर से एंबुलेंस (Relatives did not get an ambulance from the hospital) की मांग की, लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली. इसके बाद पत्नी को सब्जी के ठेले पर लिटाकर अस्पताल ले जाया गया.
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ठेला इमरजेंसी वार्ड में घूसा दिया : अस्पताल के मनाही मिलने बाद परेशान राजीव प्रसाद ने सब्जी बेचने वाले ठेले पर लिटाकर अपनी पत्नी को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. अस्पताल आने के बावजूद भी अस्पताल प्रसाशन की नींद नहीं टूटी. इस मरीज को अस्पताल के तरफ से किसी ने स्ट्रक्चर तक मुहैया नहीं कराया. जिसके बाद परिवार के लोगों ने ठेला इमरजेंसी वार्ड में घूसा दिया. जिसे देखकर लोग काफी आश्चर्यचकित हुए. नालंदा सदर अस्पताल का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी इस तरह के कई मामले यहां से निकल कर सामने आते रहे हैं.
इलाज में बरती जा रही है कोताही : नालंदा का सदर अस्पताल जो हमेशा अपने कारनामों की वजह से सुर्खियों में बना रहता है. सदर अस्पताल में मरीजों के इलाज में कोताही बरती जा रही है. इसके साथ ही मरीजों को मिलने वाली मुख्य सुविधाओं का भी ख्याल नहीं किया जा रहा है. जहां स्वास्थ सुविधाएं ठेले पर लेटी हुई नजर आ रही है. पीड़ित परिजन का आरोप है कि अस्पताल द्वारा एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराया गया. जवाब में अस्पताल द्वारा यह कह दिया गया कि अस्पताल में इस समय एंबुलेंस नहीं है. हकीकत यह है कि हाल ही के दिनों में सदर अस्पताल में मिशन- 60 के तहत आधुनिक सुविधा से लैस एंबुलेंस उपलब्ध करवाए गए हैं.
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"कुछ दिन पहले अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से एक्सरे रूम तक ले जाने के लिए भी स्ट्रक्चर मुहैया नहीं कराया गया था. ऐसे में अब बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव का मिशन 60 फेल दिखाई दे रहा है. नालंदा सदर अस्पताल में कोई सुविधा नहीं हैं. न ही कोई कर्मी मौजूद था. यह अस्पताल की पूरी लापरवाही है. बेहतर सुविधा नहीं मिलने से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है." - गुड्डू कुमार, पीड़ित