नालंदा: बिहार में आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा 14 सूत्री मांगों को लेकर 15 दिनों से प्रदर्शन चल रहा है. नालंदा जिले में आज गुरुवार को जिले भर से आशा कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर सबसे पहले सीएस कार्यालय पहुंची उसके बाद समाहरणालय का घेराव करने पहुंची. इस दौरान एक आशा कार्यकर्ता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गीत गाकर अपनी मांग पूरा करने की बात रखी.
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14 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपाः गीत के बोल थे "काहे ला सीएम साहेब कैला आशा के बहालिया, बिना वेतनमा के कैसे करब अब नौकरिया" जो खूब सुर्खियां बटोर रही है. जिस आशा कार्यकर्ता ने इस गीत को गाया उसका नाम मौसमी कुमारी बताया गया है. वह नूरसराय प्रखंड के धर्मपुर गांव की रहने वाली है. मौसमी ने बताया कि वे सभी सदर अस्पताल से पैदल मार्च करते हुए समाहरणालय पहुंची जहां जिलाधिकारी को 14 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा. इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने सरकार के विरुद्ध नारेबाजी भी की.
क्या है मांगेंः 17 जुलाई से आशा कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. इनकी प्रमुख मांगों में स्वास्थ वैक्सीन कुरियर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा, स्वास्थ्य सिंह कुरियर को 25 हजार रुपये मानदेय, स्वास्थ्य वैक्सीन पुलिस को काम के अनुभव के आधार पर स्वास्थ्य विभाग के रिक्त पदों पर समायोजन, नई बहाली में प्राथमिकता, स्वास्थ्य सिंह कुरियर को बीमा, सरस्वती कुरियर को सभी प्रकार के बकाए राशि का भुगतान, आशा भवनाें उपलब्ध कराया जाए के अलावा कई अन्य मांगे हैं. आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है. जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मानेगी तब तक सरकार के खिलाफ़ प्रदर्शन जारी रहेगा.