नालंदा: कोरोना महामारी के दौरान हुए लॉक डाउन के बाद गरीब दिहाड़ी मजदूरों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो, इसके लिए बिहार कम्युनिटी किचन की शुरुआत की गई थी. नगर निगम क्षेत्र के 22 स्थानों पर कम्युनिटी किचन चलाया जा रहा था. वहीं 27 मार्च से शुरू किए गए कम्युनिटी किचन को बुधवार से बंद किया जा रहा है. यह जानकारी नगर आयुक्त अंशुल अग्रवाल ने दी.
22 जगहों पर आपदा राहत केंद्र
अंशुल अग्रवाल ने बताया कि कम्युनिटी किचन में करीब साढे़ तीन लाख लोगों को भोजन कराया गया. कोरोना संक्रमण का फैलाव ना हो, इसके लिए नगर निगम ने कई कदम उठाए. नगर निगम की ओर से 22 जगहों पर आपदा राहत केंद्र संचालित किया गया था. जिसका सीधा लाभ दिहाड़ी मजदूरों और गरीबों को हुआ. इसके अलावा कई अन्य नई गतिविधियां चलाईं गईं, जो इस महामारी की रोकथाम में काफी मददगार साबित हुआ.
ड्रोन सेनेटाइजेशन का काम
नगर आयुक्त अंशुल अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में ड्रोन सेनेटाइजेशन का काम किया गया. बिहारशरीफ के बाजार समिति के पास सेनेटाइजेशन टर्नल का निर्माण कराया गया. 7 मई से बिहार शरीफ रेलवे स्टेशन पर श्रमिक स्पेशल ट्रेन का लगातार आगमन हुआ.
रेलवे स्टेशन पर आने वाले श्रमिकों को सेनेटाइज करने और रेल गाड़ियों को सेनेटाइज करने का काम नगर निगम ने किया. इसके अलावा नगर निगम के अंतर्गत क्वारंटीन सेंटर की भी सफाई करायी गयी. चौक-चौराहों पर भी नगर निगम के कर्मी की ओर से सेनेटाइजेशन का काम कराया जाता था.
सामानों की होम डिलीवरी
अंशुल अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 9, 11 और 13 कंटेनमेंट जोन में शामिल थे. वहां के करीब 4 हजार 500 घरों को व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से नगर निगम के कर्मचारियों ने लगातार सामान की होम डिलीवरी करायी. इसके अलावा नगर निगम ने कई अन्य गतिविधि चलाई. ताकि कोरोना के प्रति लोग जागरूक हो सकें. साथ ही संदेश फैलाने का काम किया गया ताकि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके.