नालंदा: जिला पुलिस ने मानपुर थाना क्षेत्र के गोगरीपर गांव से कुख्यात अपराधी राहुल यादव को गिरफ्तार किया. इस मामले में पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी काफी दिनों से पुलिस की रडार पर था. इसके उपर 50 हजार का इनाम था. गिरफ्तार बदमाश के उपर जिले समेत प्रदेश के विभिन्न थानों में कई संगीन मामले दर्ज हैं.
'3 साल से तलाश कर रही थी पुलिस'
मामले पर बात करते हुए अनुमंडल पुलिस अधिकारी इमरान परवेज ने बताया कि गिरफ्तार राहुल यादव 3 साल से फरार चल रहा था. इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस काफी दिनों से छापेमारी कर रही थी. इसी दौरान पुलिस को राहुल के संबंध में कुछ गुप्त सूचना मिला. मामले की पुष्टी होने के बाद पुलिस ने एक टीम का गठन कर फरार आरोपी को गिरफ्तार किया.
आतंक से मचा रखा था कोहराम
इमरान परवेज ने कहा कि गिरफ्तार बदमाश के खिलाफ जिले के मानपुर थाने में 8 मामला दर्ज है. इसके अलावा दीपनगर, गिरियक और अनुसूचित जाति जनजाति थाने में भी कई मामले दर्ज हैं. जिसमें हत्या के 3, बालू उत्खनन, आर्म्स एक्ट सहित कई अन्य संगीन मामले शामिल हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 4-5 जनवरी की रात को राहुल यादव अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर छबीला पुर गांव निवासी रामप्रवेश यादव की गोली मारकर हत्या की थी. जबकि में रामप्रवेश यादव की पत्नी घायल हो गई थी. इस गोलीबारी कांड में राहुल यादव के सहयोगी संतोष यादव भी मारा गया था. जिसका शव दुर्गापुर के पास फेंक दिया गया था.
'बालू माफिया बनना चाहता था'
अनुमंडल पुलिस अधिकारी ने रामप्रवेश हत्याकांड के बारे में बात करते हुए कहा कि रामप्रवेश यादव की हत्या बालू उत्खनन को लेकर किया गया था. अवैध रूप से उठाए जाने वाले बालू को छबीलापुर से निकालने की कोशिश की जा रही थी. लेकिन कुछ लोग उस रास्ते से बालू ले जाने का विरोध कर रहे थे. जिसके बाद राहुल यादव ने रामप्रवेश यादव की हत्या कर दी थी. राहुल का मकसद इस हत्याकांड में दुसरे विरोधियों को फसाना था.
गौरतलब है कि राहुल यादव जिले में आतंक का पर्याय बन चुका था. इसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है. गिरफ्तार बदमाश से पूछताछ के दौरान पुलिस को गिरोह के अन्य लोगों के बारे में भी पता चला है. इसको लेकर पुलिस अधिकारी इमरान परवेज ने कहा कि जल्द ही गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार किया जाएगा.