मुजफ्फरपुर (बोचहां). पहले राजू फिर मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस के बाद अब बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने भारत रत्न की घोषणा की है. यह राजू और मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस किसी और का नाम नहीं है बल्कि स्वर्गीय अर्जुन राय चेतक घुड़दौड़ रेस के फाइनल दौड़ में पहला स्थान पाने वाले घोड़ा का नाम है. यह घोड़ा बोचहां के रामपुर जयपाल पंचायत के पूर्व मुखिया हरिवंश राय ने 7.5 लाख रुपए में खरीदा था.
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32 लाख रुपए दे रहे खरीददार
राजस्थान के तिलवारा से वलहोत्रता नस्ल के घोड़े को बचपन में खरीदा गया था. उसने अब तक सात बार पहला स्थान लाकर इतिहास रच दिया है. इसके मालिक हरिवंश राय ने बताया कि 25 साल से घोड़ा के रेस में भाग ले रहे हैं. यूपी के बनारस, आजमगढ़ सहित बिहार के विभिन्न जगहों पर आयोजित प्रतियोगिता में भाग लिया है. जब इस घोड़ा को खरीदा गया था तो इसका नाम राजू रखा गया. जब यह रेस जीतता चला गया तो इसका नाम मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस रखा गया. अब जब यह सातवीं बार रेस जीता है तो मंत्री रामसूरत राय ने इसका नाम भारत रत्न रख दिया है. इसने अब तक 7 बाइक, 12 फ्रीज सहित अन्य इनाम जीते हैं. अभी खरीददार इस घोड़ा के लिए 31 लाख रुपए दे रहे हैं, लेकिन मैंने बेचने से मना कर दिया है.
घोड़े के राइडर पटना के दानापुर निवासी विकास यादव हैं. विकास ने बताया कि घुड़दौड़ को लेकर मैं एक सप्ताह से तैयारी कर रहा था. मैं 15 साल से घुड़दौड़ प्रतियोगिता में शामिल हो रहा हूं. यह घोड़ा दूसरों से अलग है. यह पहले राउंड में धीमी गति से शुरुआत करने के बाद फाइनल राउंड से पहले खुद व खुद रफ्तार पकड़ लेता है, जिससे रेस में आसानी से जीत हासिल हो जाती है.
बादशाह की बादशाहत धराम, बोचहां का कप पर कब्जा
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर के बोचहां के गरहां के सिंघैला चंवर मैदान में घुड़दौड़ का आयोजन किया गया था. इस रेस में बिहार, पंजाब, उत्तरप्रदेश के साथ ही नेपाल से आए घोड़े शामिल हुए. चाक चौबंद व्यवस्था के बीच हुई घुड़दौड़ में काफी लोगों का उतसाह बढ़-चढ़ कर बोल रहा था. फाइनल में पहुंचे बोचहां के घोड़े को देख सभी लोगों ने गजब का उत्साह दिखाया. स्थानीय घोड़ा ने सबको पटखनी देकर खिताब पर कब्जा जमा लिया. जहां पंजाब के लुधियाना के बेताज बादशाह और पिछले साल के चैम्पियन बक्सर का बोल्ट और इलाहाबाद के बादशाह को रेस में पीछे रह गए.