मुंगेर: रेल का निजीकरण करने के विरोध में सोमवार को मेंस यूनियन के नेता और कारखाना कर्मियों ने जमालपुर रेल कारखाना और डीजल शेड में जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए.
वहीं, ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन कारखाना शाखा जमालपुर द्वारा एआईआरएफ नई दिल्ली और ईआरएमयू कोलकाता के आह्वान पर ‘रेल बचाओ देश बचाओ’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के याद में 'कॉर्पोरेट घराना, रेल उद्योग छोड़ो' और रेलवे को कॉर्पोरेट घरानों के हाथों बेचने के खिलाफ कारखाना परिसर में भोजन अवकाश के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए काला छाता लगा पदभ्रमण सह प्रदर्शन कर कर्मचारियों को जागरूक किया गया.
इस प्रदर्शन को कारखाना शाखा के अध्यक्ष विश्वजीत कुमार और शाखा सचिव मनोज कुमार ने संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार रेल का निजीकरण कर मजदूरों के पेट पर लात मार रही है. जब तक हम एकजुट होकर इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे. तब तक सरकार अपनी मनमानी करती रहेंगी.
'यूनियन हर तरह की लड़ाई लड़ने को तैयार'
केंद्रीय उपाध्यक्ष सत्यजीत कुमार ने सरकार प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि देश का धरोहर रेल है. इसे किसी भी कीमत पर बिकने नहीं दिया जाएगा. एआईआरएफ के आह्वान पर मेंस यूनियन हर तरह की लड़ाई लड़ने को तैयार है. संयुक्त शाखा सचिव ओम प्रकाश साव ने कहा कि भारतीय रेल देश का जीवन रेखा ही नहीं देश का धरोहर है और इस धरोहर को केंद्र सरकार पूंजीपतियों के हाथ बेचने का षड्यंत्र कर रही है, जो रेल एवं मजदूर विरोधी नीति है. इससे देश का कभी भला नहीं हो सकता.