वायनाड: केरल के वायनाड में एक आदमखोर बाघ मृत पाया गया है. बाघ का शव वायनाड के पंचराकोली के पास पिलाकावु में मिला. बाघ के शरीर पर चोट के निशान थे. गर्दन पर दो गहरे घाव मिले. वन विभाग ने कहा कि यह किसी अन्य बाघ से मुठभेड़ के बाद हुआ हो सकता है. बता दें कि इस बाघ को गोली मारने का आदेश जारी किया गया था. इस बाघ ने राधा नामक महिला पर हमला कर उसे मार डाला था. रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) के सदस्य जयसूर्या को भी घायल कर दिया था.
वन्यजीव संरक्षण विभाग ने की पुष्टिः केरल के वन एवं वन्यजीव संरक्षण मंत्री ए. के. ससीन्द्रन के कार्यालय ने बाघ की मौत की पुष्टि की. कार्यालय से जारी विज्ञप्ति में बताया गया "मृत बाघ नरभक्षी था. आज सुबह 2:30 बजे मृत पाया गया." शव को बेस कैंप में ले जाया गया है. बाघ की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए शव का पोस्टमार्टम कराया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि बाघ की किसी दूसरे बाघ से लड़ाई हुई होगी.
"ये घाव मौत का कारण बना. बाघ को सबसे पहले जंगल में कूड़ा फेंकने वाली जगह पर कमजोरी की हालत में पाया गया था. वन विभाग के अधिकारियों ने दो घंटे तक बाघ का पीछा किया तो बाद में मृत पाया गया."-प्रमोद जी कृष्णन, मुख्य वन्यजीव वार्डन
क्या है पोस्टमार्टम रिपोर्ट मेंः वायनाड के पंचराकोली में नरभक्षी बाघ का पोस्टमार्टम कराया गया. वन विभाग ने पुष्टि की है कि यह वही बाघ है जिसने राधा नामक आदिवासी महिला को मारा था. मृत राधा के कपड़े, बालियां और बाल बाघ के पेट में मिले. पोस्टमार्टम में मौत का कारण बाघ की गर्दन पर घाव था. बाघ की गर्दन पर मुठभेड़ के कारण चार घाव थे. निष्कर्ष यह है कि यह घाव अंदरूनी जंगल में दूसरे बाघ से मुठभेड़ के दौरान लगा होगा. माना जा रहा है कि कल हुई मुठभेड़ में बाघ घायल हुआ था.
बाघ को गोली मारने का दिया था आदेशः 24 तारीख को पंचराकोली में राधा नाम की एक आदिवासी महिला को उसी बाघ ने मार डाला. बाघ ने वन विभाग के अस्थायी वन निरीक्षक अप्पाचन की पत्नी राधा पर हमला किया, जब वह कॉफी बीन्स चुनने के लिए बाहर गई थी. राधा का शव थंडरबोल्ट टीम को मिला, जो नियमित निरीक्षण के लिए आई थी. शव आधा खाया हुआ था. स्थानीय लोगों के विरोध के बाद, आदमखोर बाघ को गोली मारकर मारने का आदेश दिया गया.
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