मुंगेर: नमामि गंगे परियोजना के तहत शहर के तीन गंगा घाटों को विकसित किया जा रहा है. घाटों की सूरत बदलने के लिए 33.7 करोड़ से मुंगेर के 3 घाटों का नवनिर्माण और घाटों का सौन्दर्यकरण अंतिम चरण में है. घाट सौंदर्यीकरण का काम काफी तेजी से चल रहा है. गुणवत्तापूर्ण कार्य के लिए लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.
बता दें कि घाटों पर हाई मास्क लाइट, एलईडी लाइट और सीढ़ियों के चौड़ीकरण के साथ ही महिलाओं के लिए चेंज रूम और शौचालय का भी निर्माण किया जा रहा है. घाट से नीचे उतरने के लिए स्टील रेलिंग लगाए जाने से घाट काफी सुंदर दिख रहा है. घाट के आसपास भी लाइट लगाया जा रहा है. गंगा घाट तक पहुंचने के लिए सड़कों का भी निर्माण किया गया है. श्रद्धालुओं को बैठने के लिए चबूतरा भी बनाया गया है.
घाटों का जीर्णोद्धार होने से शहर के लोग खुश
नमामि गंगे परियोजना से जिले के 3 घाट- सोझी घाट के लिए 13 करोड़ 60 लाख, बबुआ घाट के लिए 7 करोड़ 51 लाख, कस्टहरनी घाट के लिए नौ करोड़ 29 लाख रुपये की राशि स्वीकृत कर आवंटित कर दी गई है. घाटों का जीर्णोद्धार होने से शहर के लोग काफी खुश हैं.
पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद
लोजपा के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र भारती ने बताया कि यह सभी घाट पहले जीर्ण शीर्ण अवस्था में थे. गंगा भी लगभग मैली नजर आती थी. लेकिन नमामि गंगे परियोजना से घाटों को सुविधाजनक बनाया जा रहा है. इससे पर्यटकों के बढ़ने की संभावना बढ़ी है. वहीं, गंगा स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं ने बताया कि घाट पर आने के बाद स्वच्छता नजर आता है. अब गंगा पहले से निर्मल बनी है.