नई दिल्ली: स्टार शूटर मनु भाकर इन दिनों सुर्खियों में हैं. पहले वो पेरिस ओलंपिक में 2 मेडल जीतने पर सुर्खियों में थीं लेकिन अब 22 साल की मनु भाकर खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकन से बाहर होने के बाद उठे विवाद की वजह से सुर्खियों में है. बता दें कि 23 दिसंबर को खेल रत्न अवॉर्ड की लिस्ट जारी हुई थी जिसमें मनु भाकर का नाम नहीं था.
मनु ने खेल रत्न अवॉर्ड के लिए आवेदन किया था
जब यह खबर मीडिया में जोर पकड़ने लगी तो खेल मंत्रालय के अधिकारियों ने दावा किया कि मनु ने खेल रत्न अवॉर्ड के लिए आवेदन नहीं दिया था. जबकि मनु के पिता ने आरोप लगाया कि मनु ने आवेदन किया था लेकिन कमेटी की ओर से कोई जवाब नहीं आया.
मनु भाकर ने खेल रत्न अवॉर्ड विवाद पर क्या कहा?
अब इस मामले पर खुद मनु भाकर ने चुप्पी तोड़ दी है. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस पूरे मामले पर सफाई दी है. उन्होंने इंस्टाग्राम, जिस पर करीब 20 लाख फॉलोअर्स हैं, की स्टोरी पर एक पोस्ट कहा है कि उनका पहला लक्ष्य देश के लिए मेडल जीतना है ना कि कोई अवॉर्ड. मनु ने कहा कि पुरस्कार प्रेरणादायी होते हैं, लेकिन वे उनका अंतिम लक्ष्य नहीं हैं. मनु भाकर ने नामांकन प्रक्रिया में संभावित चूक को भी स्वीकार किया और आश्वासन दिया कि इस मुद्दे को सुलझाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा, 'पुरस्कार के बावजूद, मैं अपने देश के लिए और अधिक पदक जीतने के लिए प्रेरित रहूंगी," उन्होंने लोगों से इस मामले में अटकलें लगाने से बचने का आग्रह किया.'
खेल रत्न अवॉर्ड के लिए नामांकित खिलाड़ी
नामांकित लोगों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा-एथलीट प्रवीण कुमार शामिल थे.
मनु भाकर के कारनामे
बता दें कि मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल के व्यक्तिगत इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ दूसरा ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. मनु भाकर शूटिंग में कोई मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं. वहीं वो एक ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली भी पहली भारतीय हैं.