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मधेपुरा के 70 कबड्डी खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीतकर किया नाम रोशन

बिहार में खासकर कबड्डी के क्षेत्र में मधेपुरा जिले का पहला स्थान आता है. जहां के 70 कबड्डी खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दर्जनों गोल्ड मेडल हासिल कर बिहार का नाम रोशन किया है.

मधेपुरा के कब्बडी खिलाड़ी , kabaddi-players-from-madhepura
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Published : Jul 30, 2019, 7:03 PM IST

मधेपुरा: जिले के 70 कबड्डी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराए हैं. दर्जनों खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल जीतकर बिहार का नाम रोशन कर दिया है. वहीं मधेपुरा देश का पहला ऐसा जिला बन गया है, जिसके 70 कबड्डी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर हैं. कबड्डी को फर्श से अर्श पर पहुंचाने वाला कबड्डी संघ के सचिव अरूण कुमार को दुख इस बात से है कि सरकार की ओर से खिलाड़ियों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जाता है. इस कारण खिलाड़ियों का मनोबल टूटने लगता है.

कबड्डी खिलाड़ियों ने किया नाम रोशन
कब्बडी के क्षेत्र में मधेपुरा जिले का पहला स्थान है. यहां के 70 कबड्डी खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलकर दर्जनों गोल्ड मेडल हासिल किए हैं और बिहार का नाम रोशन किया है. कबड्डी संघ के जिला सचिव सह युवा कोच अरुण कुमार ने बताया कि जब 2004 में मधेपुरा जिला कबड्डी संघ का गठन किया गया, तो मुझे कोच और कबड्डी संघ का जिला सचिव बनाया गया. आज कबड्डी में मधेपुरा अव्वल है.

मोधावी कबड्डी खिलाड़ियों ने जीता गोल्ड मेडल
सीएम करेंगे खिलाड़ियों को सम्मानितअरुण कुमार ने सभी स्कूलों में 12 महीने घूम-घूम कर कबड्डी खेल का आयोजन किया. छात्र और छात्राओं को खेल के प्रति जागरूक करने का कार्य किया. इसके कारण आज मधेपुरा के लड़कों और लड़कियों में काफी जागरूकता आई है. वे ग्रामीण वातावरण से ऊपर उठकर खुले माहौल में कबड्डी खेल रहे हैं. कबड्डी की नेशनल खिलाड़ी सोनी कुमारी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से प्रो कबड्डी कराने की मांग की है. आगामी 29 अगस्त को पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मधेपुरा के कबड्डी खिलाड़ी को सम्मानित करेंगे.

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को सम्मानित तो करती है, लेकिन उन्हें जीवन यापन के लिए रोजगार नहीं दे पा रही है. इस कारण कबड्डी खिलाड़ी मायूस होकर कबड्डी से मुंह मोड़ने लगे हैं.

मधेपुरा: जिले के 70 कबड्डी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराए हैं. दर्जनों खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल जीतकर बिहार का नाम रोशन कर दिया है. वहीं मधेपुरा देश का पहला ऐसा जिला बन गया है, जिसके 70 कबड्डी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर हैं. कबड्डी को फर्श से अर्श पर पहुंचाने वाला कबड्डी संघ के सचिव अरूण कुमार को दुख इस बात से है कि सरकार की ओर से खिलाड़ियों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जाता है. इस कारण खिलाड़ियों का मनोबल टूटने लगता है.

कबड्डी खिलाड़ियों ने किया नाम रोशन
कब्बडी के क्षेत्र में मधेपुरा जिले का पहला स्थान है. यहां के 70 कबड्डी खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलकर दर्जनों गोल्ड मेडल हासिल किए हैं और बिहार का नाम रोशन किया है. कबड्डी संघ के जिला सचिव सह युवा कोच अरुण कुमार ने बताया कि जब 2004 में मधेपुरा जिला कबड्डी संघ का गठन किया गया, तो मुझे कोच और कबड्डी संघ का जिला सचिव बनाया गया. आज कबड्डी में मधेपुरा अव्वल है.

मोधावी कबड्डी खिलाड़ियों ने जीता गोल्ड मेडल
सीएम करेंगे खिलाड़ियों को सम्मानितअरुण कुमार ने सभी स्कूलों में 12 महीने घूम-घूम कर कबड्डी खेल का आयोजन किया. छात्र और छात्राओं को खेल के प्रति जागरूक करने का कार्य किया. इसके कारण आज मधेपुरा के लड़कों और लड़कियों में काफी जागरूकता आई है. वे ग्रामीण वातावरण से ऊपर उठकर खुले माहौल में कबड्डी खेल रहे हैं. कबड्डी की नेशनल खिलाड़ी सोनी कुमारी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से प्रो कबड्डी कराने की मांग की है. आगामी 29 अगस्त को पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मधेपुरा के कबड्डी खिलाड़ी को सम्मानित करेंगे.

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को सम्मानित तो करती है, लेकिन उन्हें जीवन यापन के लिए रोजगार नहीं दे पा रही है. इस कारण कबड्डी खिलाड़ी मायूस होकर कबड्डी से मुंह मोड़ने लगे हैं.

Intro:मधेपुरा देश का पहला जिला है जहां के 70 कब्बडी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर परचम लहराया।और दर्जनों गोल्ड मेडल जीतकर बिहार का नाम रौशन किया है। कब्बडी को फर्श से अर्श तक पहुचाने बाला कब्बडी संघ के सचिव अरूण कुमार को दुख इस बात से है कि सरकार द्वारा खिलाड़ी को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जाता है।जिसके कारण कब्बडी खिलाड़ी का मनोबल टूटने लगा है।


Body:बिहार में खासकर कब्बडी के क्षेत्र में मधेपुरा जिला का पहला स्थान आता है।जहां के 70 कबड्डी खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर राष्ट्रीय स्तर पर खेलकर दर्जनों गोल्ड मेडल जीतकर बिहार का नाम रौशन किया है।कब्बडी संघ के जिला सचिव सह युवा कोच अरुण कुमार ने बताया कि इंटर पास करने के बाद जब 2004 में मधेपुरा जिला कब्बडी संघ का गठन किया गया तो मुझे ही सर्वसम्मति से कोच व कबड्डी संघ का जिला सचिव बनाया गया।इसके बाद मैंने मुड़कर पीछे नहीं देखा उसी का परिणाम है कि आज कबड्डी के क्षेत्र में मधेपुरा का नाम सबसे आगे है।उन्होंने कहा कि कबड्डी को मधेपुरा के गांव गांव पहुँचा दिया है,यही कारण है कि खासकर मधेपुरा के हर गांव में किसी खेल का खिलाड़ी मिले ना मिले कबड्डी का दो चार खिलाड़ी अवश्य मिल जाता है।इसका श्रेय संघ के सचिव अरुण कुमार को ही जाता है।उल्लेखनीय बात तो यह कि सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में बारहों मास घूम घूम कर कबड्डी खेल का आयोजन कर छात्र और छात्राओं को खेल के प्रति जागरूक करने का कार्य किया।जिसके कारण आज मधेपुरा के लड़का व लड़की में काफी जागरूकता आई है और वे ग्रामीण वातावरण से ऊपर उठकर खुले माहौल में कबड्डी खेल रहे हैं ।जिला सचिव अरुण ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जितने बाले खिलाड़ियों को सरकार द्वारा समय समय पर सम्मानित भी किया जाता रहा है।इसी कड़ी में आगामी 29 अगस्त को पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मधेपुरा के कबड्डी खिलाड़ी को सम्मानित करेंगे।उन्होंने कहा कि बिहार सरकार राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीतने बाले खिलाड़ी को सम्मानित तो करती है।लेकिन उन्हें जीवन यापन के लिए रोजगार नहीं दे पा रही।जिसके कारण निराश कबड्डी खिलाड़ी मायूस होकर कबड्डी से मुँह मोरने लगे हैं।अगर सरकार कबड्डी खिलाड़ी को रोजगार देने की दिशा में सार्थक पहल नहीं करती है तो बिहार में कबड्डी खेल सिर्फ नाम का रह जाएगा।कबड्डी के नेशनल खिलाड़ी सोनी कुमारी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से प्रो कबड्डी कराने की मांग कि है ।ताकि बिहार के कब्बडी खिलाड़ी सबसे आगे निकलकर अपनी प्रतिभा को दिखा सके।बाइट--1---सोनी--कुमारी।बाइट---2----अरुण कुमार---कोच सह जिला सचिव कब्बडी संघ मधेपुरा।


Conclusion:मधेपुरा से रुद्रनारायण।
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