मधेपुरा: जिले के 70 कबड्डी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराए हैं. दर्जनों खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल जीतकर बिहार का नाम रोशन कर दिया है. वहीं मधेपुरा देश का पहला ऐसा जिला बन गया है, जिसके 70 कबड्डी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर हैं. कबड्डी को फर्श से अर्श पर पहुंचाने वाला कबड्डी संघ के सचिव अरूण कुमार को दुख इस बात से है कि सरकार की ओर से खिलाड़ियों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जाता है. इस कारण खिलाड़ियों का मनोबल टूटने लगता है.
कबड्डी खिलाड़ियों ने किया नाम रोशन
कब्बडी के क्षेत्र में मधेपुरा जिले का पहला स्थान है. यहां के 70 कबड्डी खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलकर दर्जनों गोल्ड मेडल हासिल किए हैं और बिहार का नाम रोशन किया है. कबड्डी संघ के जिला सचिव सह युवा कोच अरुण कुमार ने बताया कि जब 2004 में मधेपुरा जिला कबड्डी संघ का गठन किया गया, तो मुझे कोच और कबड्डी संघ का जिला सचिव बनाया गया. आज कबड्डी में मधेपुरा अव्वल है.
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को सम्मानित तो करती है, लेकिन उन्हें जीवन यापन के लिए रोजगार नहीं दे पा रही है. इस कारण कबड्डी खिलाड़ी मायूस होकर कबड्डी से मुंह मोड़ने लगे हैं.