मधेपुरा: जिले के भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में व्यवस्था का अभाव है. इस विवि की स्थापना 27 साल पहले हुई थी. लेकिन, यहां प्रैक्टिकल सुविधाओं की कमी थी. लैब को सुदृढ़ करने के लिए वाइस चांसलर के अथक प्रयास के बाद बिहार सरकार ने दो करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. साथ ही अब इस यूनिवर्सिटी में छात्रों को पीजी में भी लैब की सुविधा मिलेगी.
मधेपुरा के बीएन मंडल यूनिवर्सिटी की स्थापना 1992 ई. में लालू यादव के काल में हुई थी. लेकिन, आज तक यूनिवर्सिटी के पीजी विभाग में सुसज्जित प्रयोगशाला की व्यवस्था नहीं हो पाई थी. प्रायोगिकी क्लास में पठन-पाठन के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती थी.
बिना लैब के पढ़ रहे छात्र
उल्लेखनीय बात यह है कि यूनिवर्सिटी की स्थापना के 27 साल में दर्जनों वाइस चांसलर आये और समय काटकर चले गये. लेकिन, किसी ने प्रयोगशाला को सुव्यवस्थित करने की दिशा में सार्थक प्रयास नहीं किया. पिछले 27 साल से यूनिवर्सिटी के पीजी विभाग में पढ़ने वाले छात्रों को उचित तरीके से प्रयोगशाला में नहीं पढ़ाया गया.
कुलपति ने दी जानकारी
इस बाबत कुलपति डॉ. अवध किशोर राय ने बताया कि अथक प्रयास से यूनिवर्सिटी के सभी विषयों के प्रयोगशाला को सुदृढ़ करने हेतु बिहार सरकार ने दो करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. साइंस और आर्ट्स के सभी प्रायोगिक विषयों के लैब को सुदृढ़ कर सुचारु रूप से पठन-पाठन का कार्य प्रारंभ किया जाएगा.