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सिर्फ कागजों पर ही होता है शहीदों का सम्मान! सालों से वीरान पड़ा है यहां का स्मारक स्थल - SDM Murali Prasad Singh

लखीसराय स्थित शहीद स्मारक वर्षो से प्रशासन के उदासीन रवैये से उपेक्षित है. वहीं, एसडीएम मुरली प्रसाद सिंह ने कहा कि स्मारक स्थल का जल्द निर्माण किया जाएगा.

लखीसराय
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Published : Aug 10, 2019, 1:38 PM IST

लखीसराय: सरकार शहीदों के सम्मान की बात तो करती है. लेकिन प्रदेश में शहीद के लिए बनाये गये कई स्मारक स्थल आज बदहाली के आंसू बहा रहे हैं. जिले में स्थित शहीदों की याद में बनाए गए स्मारक स्थल वर्षो से विकास की राह देख रहे हैं.

मामला जिले के लखीसराय स्थित शहीद स्मारक स्थल का है. बताया जाता है कि जिले के कई वीरों ने देश की आजादी में अपना बलिदान दिया था. उनकी याद में यहां स्मारक स्थल बनाया गया. लेकिन प्रशासन के उदासीन रवैया से यह स्थल कई वर्षो से उपेक्षित है.

लखीसराय
शहीद द्वार

'निर्माण नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण'
ग्रामीणों ने बताया कि यहां प्रत्येक 9 अगस्त को लोग शहीद दिवस के रूप में मनाते हैं. लेकिन आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी यहां शहीद स्मारक का निर्माण नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रशासन से इसकी निर्माण की मांग कर रहे हैं. इससे शहीदों को सम्मान मिलेगा.

ग्राणीण और एसडीएम का बयान

जल्द होगा निर्माण
वहीं, एसडीएम मुरली प्रसाद सिंह ने कहा कि शहर के शहीद द्वार स्थित स्मारक स्थल का जल्द निर्माण कार्य किया जाएगा. इसको लेकर नगर परिषद से बातचीत की जा रही है. पटना स्थित कारगिल चौक की तरह ही यहां भी स्मारक स्थल बनाया जाएगा.

लखीसराय: सरकार शहीदों के सम्मान की बात तो करती है. लेकिन प्रदेश में शहीद के लिए बनाये गये कई स्मारक स्थल आज बदहाली के आंसू बहा रहे हैं. जिले में स्थित शहीदों की याद में बनाए गए स्मारक स्थल वर्षो से विकास की राह देख रहे हैं.

मामला जिले के लखीसराय स्थित शहीद स्मारक स्थल का है. बताया जाता है कि जिले के कई वीरों ने देश की आजादी में अपना बलिदान दिया था. उनकी याद में यहां स्मारक स्थल बनाया गया. लेकिन प्रशासन के उदासीन रवैया से यह स्थल कई वर्षो से उपेक्षित है.

लखीसराय
शहीद द्वार

'निर्माण नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण'
ग्रामीणों ने बताया कि यहां प्रत्येक 9 अगस्त को लोग शहीद दिवस के रूप में मनाते हैं. लेकिन आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी यहां शहीद स्मारक का निर्माण नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रशासन से इसकी निर्माण की मांग कर रहे हैं. इससे शहीदों को सम्मान मिलेगा.

ग्राणीण और एसडीएम का बयान

जल्द होगा निर्माण
वहीं, एसडीएम मुरली प्रसाद सिंह ने कहा कि शहर के शहीद द्वार स्थित स्मारक स्थल का जल्द निर्माण कार्य किया जाएगा. इसको लेकर नगर परिषद से बातचीत की जा रही है. पटना स्थित कारगिल चौक की तरह ही यहां भी स्मारक स्थल बनाया जाएगा.

Intro:आजादी के 72 साल पूरे हो जाने के बाद भी लखीसराय शहीद द्वार स्थित स्मारक स्थल का प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। ना तो इसका कोई अनावरण हुआ और न ही समुचित देखरेख की कोई व्यवस्था की गई।


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शहीद स्मारक की हो रही है उपेक्षा


anchor-- लखीसराय आजादी के 72 साल पूरे हो जाने के बाद भी लखीसराय शहीद द्वार स्थित स्मारक स्थल का प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। ना तो इसका कोई अनावरण हुआ और न ही समुचित देखरेख की कोई व्यवस्था की गई।

आज शुक्रवार को अगस्त क्रांति के दिवस पर स्थानीय लोगों ने शहीद स्मारक पर 4 फूलों को चढ़ा कर पुष्पांजलि अर्पित कर दिया। स्मारक स्थल की साफ सफाई का ध्यान किसी ने नहीं दी। बस खानापूरी के तौर पर अक्सर 26 जनवरी ,9 अगस्त और 15 अगस्त को चार फूल के माला चढ़ाकर शहीदों को केबल याद कर लिया जाता है। लेकिन आज तक इसकी उपेक्षा की जा रही है।

V,O 1---स्थानीय बुजुर्ग जमुना पंडित ने बताया कि लखीसराय जिले के वीर बाकुडो ने देश की आजादी में अपनी बलिदान दे दिया। जिसके याद में यहां शहीद शहीद स्मारक का निर्माण किया गया। लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण शहीदों की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।

byte 1--जमुना पंडित -- स्थानीय नागरिक

V,O 2-- लखीसराय जिला जदयू के नेता मदन मोहन चंद्रवंशी ने कहा कि हमारे देश की आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद लखीसराय स्थित शहीद द्वार के पास शहीद स्मारक का निर्माण नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिला प्रशासन नगर प्रशासन मिलकर शहीदों की याद में स्मारक स्थल बनाए ताकि आने वाला भविष्य देश की गरिमा और बर्मा को जान सके।

byte-मदन मोहन चंद्रवंशी--लखीसराय जिला जदयू के नेता

V,O 3-- लखीसराय एसडीएम (अनुमंडल पदाधिकारी) मुरली प्रसाद सिंह ने कहा कि शहर के शहीद द्वार स्थित तत्व कालीन स्मारक स्थल को सुसज्जित तरीके से बनाने के लिए नगर प्रशासन द्वारा शीघ्र ही कार्य शुरू किया जाएगा। यह स्मारक स्थल पटना के कारगिल शहीदों के सम्मान में बने स्मारक के समान होगा और जहां तहां बिखरे तमाम स्मारक स्थल के स्तंभ चिन्ह को सुसज्जित तरीके से सजाया जाएगा। थोड़ा देर हुई है लेकिन कार्य शीघ्र हो जाएंगे।

byte-V,O 2-- मुरली प्रसाद सिंह -लखीसराय एसडीएम




Conclusion:लखीसराय जिले के शहीद द्वारा स्थित स्मारक स्थल का प्रशासनिक लापरवाही के कारण उपेक्षा हो रही है अगस्त क्रांति के दिवस पर स्थानीय लोगों ने शहीद स्मारक पर 4 फूलों को चढ़ा कर पुष्पांजलि अर्पित कर दिया। स्मारक स्थल की साफ सफाई का ध्यान किसी ने नहीं दी। बस खानापूरी के तौर पर अक्सर 26 जनवरी ,9 अगस्त और 15 अगस्त को चार फूल के माला चढ़ाकर शहीदों को केबल याद कर लिया जाता है। लेकिन आज तक इसकी उपेक्षा की जा रही है।
इस संदर्भ में जब ईटीवी भारत ने मामला को उठाया तो एसडीएम ने कहा के स्मारक स्थल का निर्माण शीघ्र ही नए सिरे से पटना के कारगिल स्मारक स्थल के समान होगा जिसमें सभी तरह का व्यवस्था सुनिश्चित किए जाएंगे।

अब देखना है कि 72 साल के बाद प्रशासन की नींद टूटती है या फिर वैसे ही शहीद स्थल अपने जगह पर पड़े दिखते हैं।
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