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लखीसराय में बाढ़ का कहर, कई सरकारी कार्यालय हुए जलमग्न

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Published : Sep 30, 2019, 12:48 PM IST

पांच दिनों से लगातार हो रही वर्षा से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं जिले एसपी, एसडीपीओ कार्यालय सहित कई सरकारी विभागों में बाढ़ का पानी घुस गया है.

Lakhisarai

लखीसराय: पिछले पांच दिनों से लगातार हो रही वर्षा से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से आई बाढ़ की त्रासदी लोग झेल ही रहे हैं, ऊपर से लगातार हो रही बारिश से बाढ़ पीड़ितों की तबाही और बढ़ा दी है. वहीं जिले एसपी, एसडीपीओ कार्यालय सहित कई सरकारी विभागों में बाढ़ का पानी घुस गया है.

जिला मुख्यालय से टूटा सपंर्क
बताया जाता है कि बाढ़ के कारण दियारा के क्षेत्र से जिला मुख्यालय का सपंर्क टूट गया है. वहीं, गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी के कारण निचले इलाकों में गंगा का पानी फैल गया है. रेहुआ गांव पूरी तरह जलमग्‍न हो गया है. पिपरिया बसौना, डीह पिपरिया और रेहुआ गांव के डूब जाने के कारण दियारा का संपर्क प्रखंड कार्यालय से भंग हो गया है. आवागमन के लिए लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है.

बाढ़ का कहर जारी

नाव की है आवशयकता
नाव की कमी के कारण दियारा वासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. दियारा की एक लाख की आबादी के समक्ष यातायात की समस्या उत्पन्न हो गयी है. हालांकि राज्य सरकार ने दियारा को सीधा मुख्यालय से जोड़ेने के लिए हरूहर किऊल नदी पर पुल का निर्माण करवाया था. लेकिन वो भी पानी में डूब चुका है. जिसके कारण लोगों को आवागमण में काफी परेशानी हो रही है.

Lakhisarai
एसपी अवास में जलजमाव का नजारा
बताया जाता है कि विगत दो माह की बारिश से दियारा क्षेत्र के लोग विभिन्न बीमारियों से पीड़ित भी हो रहे है. आवागमन में काफी परेशानी होने के कारण स्थानीय लोग इलाज के लिए झोला छाप डॉक्टर पर आश्रित है. यहां लोग प्रकृति की मार के साथ प्रशासन की उपेक्षा से परेशान है. वहीं नगर निगम के अधिकारी का कहना है कि शहर से जल्द पानी की निकासी की जाएगी.

लखीसराय: पिछले पांच दिनों से लगातार हो रही वर्षा से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से आई बाढ़ की त्रासदी लोग झेल ही रहे हैं, ऊपर से लगातार हो रही बारिश से बाढ़ पीड़ितों की तबाही और बढ़ा दी है. वहीं जिले एसपी, एसडीपीओ कार्यालय सहित कई सरकारी विभागों में बाढ़ का पानी घुस गया है.

जिला मुख्यालय से टूटा सपंर्क
बताया जाता है कि बाढ़ के कारण दियारा के क्षेत्र से जिला मुख्यालय का सपंर्क टूट गया है. वहीं, गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी के कारण निचले इलाकों में गंगा का पानी फैल गया है. रेहुआ गांव पूरी तरह जलमग्‍न हो गया है. पिपरिया बसौना, डीह पिपरिया और रेहुआ गांव के डूब जाने के कारण दियारा का संपर्क प्रखंड कार्यालय से भंग हो गया है. आवागमन के लिए लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है.

बाढ़ का कहर जारी

नाव की है आवशयकता
नाव की कमी के कारण दियारा वासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. दियारा की एक लाख की आबादी के समक्ष यातायात की समस्या उत्पन्न हो गयी है. हालांकि राज्य सरकार ने दियारा को सीधा मुख्यालय से जोड़ेने के लिए हरूहर किऊल नदी पर पुल का निर्माण करवाया था. लेकिन वो भी पानी में डूब चुका है. जिसके कारण लोगों को आवागमण में काफी परेशानी हो रही है.

Lakhisarai
एसपी अवास में जलजमाव का नजारा
बताया जाता है कि विगत दो माह की बारिश से दियारा क्षेत्र के लोग विभिन्न बीमारियों से पीड़ित भी हो रहे है. आवागमन में काफी परेशानी होने के कारण स्थानीय लोग इलाज के लिए झोला छाप डॉक्टर पर आश्रित है. यहां लोग प्रकृति की मार के साथ प्रशासन की उपेक्षा से परेशान है. वहीं नगर निगम के अधिकारी का कहना है कि शहर से जल्द पानी की निकासी की जाएगी.
Intro:-जिला जज समेत SP,SDPO,सदर अस्पताल जैसे सभी सरकारी दफ्तर व आवास भी बाढ़ की चपेट में आ गया।पानी की निकास को मौके पर पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी मुरली प्रसाद सिंग,DCLR नीरज कुमार, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी डॉ विपिन कुमार मुख्य नाले की सफाई में जुटे हैं।Body:लखीसराय/बिहार

स्लग जिला मुख्यालय जलमग्न

एंकर:-जिला जज समेत SP,SDPO,सदर अस्पताल जैसे सभी सरकारी दफ्तर व आवास भी बाढ़ की चपेट में आ गया।पानी की निकास को मौके पर पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी मुरली प्रसाद सिंग,DCLR नीरज कुमार, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी डॉ विपिन कुमार मुख्य नाले की सफाई में जुटे हैं।वही जिले के
बाढ़ दियारा का संपर्क जिला मुख्यालय से भंग हो गया। गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी के कारण निचली इलाकों में गंगा का पानी फैल गया है।रेहुआ गांव पुरी तरह जलमग्‍न हो गया है. पिपरिया बसौना, डीह पिपरिया व रेहुआ गांव के डूब जाने के कारण दियारा का संपर्क प्रखंड कार्यालय व जिला मुख्यालय से भंग हो गया। आवागमन के लिए नाव ही एक मात्र साधन है.

नावों की कमी के कारण दियारा वासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। दियारा की एक लाख की आबादी के समक्ष यातायात की समस्या उत्पन्न हो गयी है। हालांकि राज्य सरकार ने दियारा को सीधा मुख्यालय से जोड़े जाने के लिए हरूहर किऊल नदी पर रेहुआ मुड़बड़िया के बीच उच्च स्तरीय कंक्रीट पुल का निर्माण कराया बाबजूद गंगा का जलस्तर बढ़ने से मुड़वड़ीया, वलीपुर, रामचंद्रपुर, मोहनपुर, पिपरिया, तिरासी, कोयलवा, पथुआ, सुरजीचक, रामनगर, रहाटपुर, मालपुर, डीह पिपरिया, व खुटहा गांव में उत्तरी दिशा का बहियार पानी में डूबा हुआ है. सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बरबाद हो गयी है. मवेशियों के समक्ष चारे का घोर संकट पैदा हो गया है. प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार की राहत मुहैया नहीं करायी गयी है।

विगत दो माह की बारिश से दियारा क्षेत्र के लोग विभिन्न बीमारियों से पीड़ित भी हो रहे हैं। ऊपर से आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. स्थानीय लोग इलाज के लिए झोला छाप डॉक्टर का सहारा पर ही आश्रित हैं। प्रकृति की मार के साथ प्रशासन की उपेक्षा से लोग परेशान है।

बाइट:-डॉ विपिन कुमार
नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारीConclusion:लखीसराय/बिहार

स्लग जिला मुख्यालय जलमग्न

एंकर:-जिला जज समेत SP,SDPO,सदर अस्पताल जैसे सभी सरकारी दफ्तर व आवास भी बाढ़ की चपेट में आ गया।पानी की निकास को मौके पर पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी मुरली प्रसाद सिंग,DCLR नीरज कुमार, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी डॉ विपिन कुमार मुख्य नाले की सफाई में जुटे हैं।वही जिले के
बाढ़ दियारा का संपर्क जिला मुख्यालय से भंग हो गया। गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी के कारण निचली इलाकों में गंगा का पानी फैल गया है।रेहुआ गांव पुरी तरह जलमग्‍न हो गया है. पिपरिया बसौना, डीह पिपरिया व रेहुआ गांव के डूब जाने के कारण दियारा का संपर्क प्रखंड कार्यालय व जिला मुख्यालय से भंग हो गया। आवागमन के लिए नाव ही एक मात्र साधन है.

नावों की कमी के कारण दियारा वासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। दियारा की एक लाख की आबादी के समक्ष यातायात की समस्या उत्पन्न हो गयी है। हालांकि राज्य सरकार ने दियारा को सीधा मुख्यालय से जोड़े जाने के लिए हरूहर किऊल नदी पर रेहुआ मुड़बड़िया के बीच उच्च स्तरीय कंक्रीट पुल का निर्माण कराया बाबजूद गंगा का जलस्तर बढ़ने से मुड़वड़ीया, वलीपुर, रामचंद्रपुर, मोहनपुर, पिपरिया, तिरासी, कोयलवा, पथुआ, सुरजीचक, रामनगर, रहाटपुर, मालपुर, डीह पिपरिया, व खुटहा गांव में उत्तरी दिशा का बहियार पानी में डूबा हुआ है. सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बरबाद हो गयी है. मवेशियों के समक्ष चारे का घोर संकट पैदा हो गया है. प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार की राहत मुहैया नहीं करायी गयी है।

विगत दो माह की बारिश से दियारा क्षेत्र के लोग विभिन्न बीमारियों से पीड़ित भी हो रहे हैं। ऊपर से आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. स्थानीय लोग इलाज के लिए झोला छाप डॉक्टर का सहारा पर ही आश्रित हैं। प्रकृति की मार के साथ प्रशासन की उपेक्षा से लोग परेशान है।

बाइट:-डॉ विपिन कुमार
नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी
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