खगड़िया: पूरी दुनिया जहां एक तरफ कोरोना की महामारी से जूझ रही है. वहीं, बिहार के खगड़िया के किसान इस संकट की घड़ी में दो तरफा मार झेलने के लिए मजबूर हैं. पिछले दिनों ओला और भारी बारिश की वजह से सैकड़ो एकड़ में लगी मक्के की फसल पूरी तरह बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई है.
बारिश ने बढ़ाई मुसीबत
बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर सरकार की ओर से देशव्यापी लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में किसानों को फसल की कॉनी के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं. पहले से परेशान किसानों के सामने बारिश ने नई मुसीबत खड़ी कर दी है. बारिश और ओले की वजह से मक्के की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है.
मक्के की खेती का नुकसान
किसान धनंजय यादव ने बताया कि ओलावृष्टि और बारिश की वजह से मक्के की खेती का नुकसान हुआ है. लेकिन जिला प्रसाशन की तरफ से इस पर कोई पहल नहीं की जा रही है. वहीं, किसानों ने स्थानीय कृषि सलाहकर पर भी मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि कृषि सलाहकार ग्राउंड जीरो पर खेत में कभी नहीं जाते हैं. इसके बाद भी किसानों से काम के लिए पैसे की मंशा रखते हैं.