कटिहार: जिले में बंद पड़े जूट मिल मुद्दे को लेकर जदयू सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि जूट मिल को फिर से शुरू करने के लिए लोगोंं की हर संभव मदद करूंगा. इससे पहले भी जूट मिल को चालू करने को लेकर प्रयास कर चुका हूं. इसे शुरू करने के लिए फिर से कदम उठाया जाएगा.
दुलाल चंद्र गोस्वामी ने कहा कि पहले भी जूट मिल को चालू करने के लिए सामूहिक प्रयास किया था. लेबर मिनिस्टर के रहने के दौरान जूट मिल को चालू करने के लिए केंद्र सरकार को तीन पत्र लिखा था. इसे चालू रखने को लेकर केस भी लड़ा था. उस दौरान जूट मिल के लिए 158 करोड़ मिला. कुछ दिनों तक जूट मिल को चलाया भी गया. लेकिन प्रबंधन में कमी से यह बंद हो गया.
'शुरुआत के लिए करूंगा प्रयास'
इसके साथ दुलाल चंद्र गोस्वामी ने कहा कि जूट मिल चलाने में भारत सरकार को नुकसान हो रहा था. इसलिए सरकार ने इसे बंद कर दिया. लेकिन चुनाव से पहले जूट मिल को लेकर लोगों को भरोसा दिया था. अभी लोगों को जूट मिल शुरू करने में हर संभव मदद करूंगा. इसका कोई दूसरा विकल्प भी ढूंढा जाएगा.
कभी जूट नगरी के नाम से प्रसिद्ध था कटिहार
बता दें कि बिहार में कटिहार जूट नगरी के नाम से प्रसिद्ध था. यहां दो जूट मिल थी. इस जूट मिल में हजारों को रोजगार मिली थी. लेकिन एनजेएमसी को नुकसान होने से इसे बंद कर दिया गया. इससे हजारों लोग बेरोजगार हो गए. पलायन करने को मजबूर हो गए हैं. इस लोकसभा चुनाव में फिर से जूट मिल की शुरू करना यहां की एक क्षेत्रीय मुद्दा भी था.