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MP दुलाल चंद्र गोस्वामी बोले- जूट मिल की शुरुआत के लिए करूंगा हर संभव मदद - Jute Mill start in Katihar

दुलाल चंद्र गोस्वामी ने कहा कि जूट मिल चलाने में भारत सरकार को नुकसान हो रहा था. इसलिए सरकार ने इसे बंद कर दिया, लेकिन लोगों को इसे शुरू करने के लिए हर संभव मदद करूंगा.

कटिहार
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Published : Sep 2, 2019, 11:41 PM IST

कटिहार: जिले में बंद पड़े जूट मिल मुद्दे को लेकर जदयू सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि जूट मिल को फिर से शुरू करने के लिए लोगोंं की हर संभव मदद करूंगा. इससे पहले भी जूट मिल को चालू करने को लेकर प्रयास कर चुका हूं. इसे शुरू करने के लिए फिर से कदम उठाया जाएगा.

दुलाल चंद्र गोस्वामी ने कहा कि पहले भी जूट मिल को चालू करने के लिए सामूहिक प्रयास किया था. लेबर मिनिस्टर के रहने के दौरान जूट मिल को चालू करने के लिए केंद्र सरकार को तीन पत्र लिखा था. इसे चालू रखने को लेकर केस भी लड़ा था. उस दौरान जूट मिल के लिए 158 करोड़ मिला. कुछ दिनों तक जूट मिल को चलाया भी गया. लेकिन प्रबंधन में कमी से यह बंद हो गया.

जदयू सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी का बयान

'शुरुआत के लिए करूंगा प्रयास'
इसके साथ दुलाल चंद्र गोस्वामी ने कहा कि जूट मिल चलाने में भारत सरकार को नुकसान हो रहा था. इसलिए सरकार ने इसे बंद कर दिया. लेकिन चुनाव से पहले जूट मिल को लेकर लोगों को भरोसा दिया था. अभी लोगों को जूट मिल शुरू करने में हर संभव मदद करूंगा. इसका कोई दूसरा विकल्प भी ढूंढा जाएगा.

कभी जूट नगरी के नाम से प्रसिद्ध था कटिहार
बता दें कि बिहार में कटिहार जूट नगरी के नाम से प्रसिद्ध था. यहां दो जूट मिल थी. इस जूट मिल में हजारों को रोजगार मिली थी. लेकिन एनजेएमसी को नुकसान होने से इसे बंद कर दिया गया. इससे हजारों लोग बेरोजगार हो गए. पलायन करने को मजबूर हो गए हैं. इस लोकसभा चुनाव में फिर से जूट मिल की शुरू करना यहां की एक क्षेत्रीय मुद्दा भी था.

कटिहार: जिले में बंद पड़े जूट मिल मुद्दे को लेकर जदयू सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि जूट मिल को फिर से शुरू करने के लिए लोगोंं की हर संभव मदद करूंगा. इससे पहले भी जूट मिल को चालू करने को लेकर प्रयास कर चुका हूं. इसे शुरू करने के लिए फिर से कदम उठाया जाएगा.

दुलाल चंद्र गोस्वामी ने कहा कि पहले भी जूट मिल को चालू करने के लिए सामूहिक प्रयास किया था. लेबर मिनिस्टर के रहने के दौरान जूट मिल को चालू करने के लिए केंद्र सरकार को तीन पत्र लिखा था. इसे चालू रखने को लेकर केस भी लड़ा था. उस दौरान जूट मिल के लिए 158 करोड़ मिला. कुछ दिनों तक जूट मिल को चलाया भी गया. लेकिन प्रबंधन में कमी से यह बंद हो गया.

जदयू सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी का बयान

'शुरुआत के लिए करूंगा प्रयास'
इसके साथ दुलाल चंद्र गोस्वामी ने कहा कि जूट मिल चलाने में भारत सरकार को नुकसान हो रहा था. इसलिए सरकार ने इसे बंद कर दिया. लेकिन चुनाव से पहले जूट मिल को लेकर लोगों को भरोसा दिया था. अभी लोगों को जूट मिल शुरू करने में हर संभव मदद करूंगा. इसका कोई दूसरा विकल्प भी ढूंढा जाएगा.

कभी जूट नगरी के नाम से प्रसिद्ध था कटिहार
बता दें कि बिहार में कटिहार जूट नगरी के नाम से प्रसिद्ध था. यहां दो जूट मिल थी. इस जूट मिल में हजारों को रोजगार मिली थी. लेकिन एनजेएमसी को नुकसान होने से इसे बंद कर दिया गया. इससे हजारों लोग बेरोजगार हो गए. पलायन करने को मजबूर हो गए हैं. इस लोकसभा चुनाव में फिर से जूट मिल की शुरू करना यहां की एक क्षेत्रीय मुद्दा भी था.

Intro:कटिहार

सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी ने कटिहार में बंद पड़े जूट मिल के सवाल पर बताया भारत सरकार देश के विभिन्न जूट मिल को चलाने में असमर्थ है क्योंकि जूट मिल घाटे में चल रही है। सांसद की माने तो बिहार सरकार में श्रम मंत्री रहते हुए जूट मिल पर केस करके उसे कुछ दिनों तक चलाया। लेकिन अगली बार विधानसभा के चुनाव हारते हीं इस मुद्दे को नहीं उठा सका। अब लोगों ने सांसद के रूप में भरोसा दिलाया है तो भरपूर कोशिश करेंगे।


Body:जूट नगरी के नाम से मशहूर कटिहार में कभी दो जूट मिल हुआ करती थी जिससे यहां के हजारों लोगों को नौकरी भी मिलती थी। लेकिन जब से कटिहार का जूट मिल बंद हुआ है यहां के हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं और पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। स्थानीय सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी ने जूट मिल बंद होने के सवाल पर बताया बिहार सरकार में जब लेबर मिनिस्टर थे तो सनबायो, आरबीएचएम जूट मिल को चालू कराने के लिए सामूहिक प्रयास किए थे। उस दौरान तीनों जूट मिल को चालू कराने के लिए भारत सरकार को 3 लेटर भी लिखे और उस दौरान 158 करोड रुपए भी दिया गया और कुछ दिनों के लिए जूट मिल चला भी लेकिन यह जूट मिल प्रबंधन के चलते बंद हो गया और अगले विधानसभा चुनाव में हार गए इसलिए इस मुद्दे को नहीं उठा पाया।

उन्होंने कहा अब सांसद बनने के बाद दिल्ली पहुंचे तो कपड़ा मंत्रालय से पता लगाने के बाद पता चला भारत सरकार के द्वारा चलाए जा रहे एनजेएमसी के जूट मिल को चलाने में समर्थ नहीं है और घाटे में चल रही है इसलिए देश के सारे जूट मिल को बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया बिहार सरकार में श्रम मंत्री रहते हुए जूट मिल पर केस करके चलाया और चुनाव हारने के बाद इनका अथक प्रयास शुन्य हो गया।


Conclusion:सांसद ने कहा अब शून्य से निकलकर सांसद बन दिल्ली पहुंच गए हैं तो भारत सरकार ने जूट मिल को बंद कर दिया। अब सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा और भारत सरकार और राज्य सरकार से बात करेंगे कि जूट मिल चालू होगा या बंद रहेगा। उन्होंने बताया मुझे एमपी बनते बनते बहुत देर हो गया। लोगों ने उस समय दोबारा विधायक भी नहीं बनाया लेकिन अब जब कटिहार की जनता ने सांसद के रूप में भरोसा दिलाया है तो हम भरपूर कोशिश करेंगे और जूट मिल को चालू कराएंगे या फिर कोई दूसरा विकल्प ढूंढेगे।
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