कटिहार: जिले में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की विभागीय बैठक हुई. जिसमें श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य कामेश्वर चौपाल शिरकत किए. इस दौरान उन्होंने कहा कि 490 वर्ष के संघर्ष और लाखों के बलिदान के बाद श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का मार्ग प्रशस्त हुआ है.
मंदिर निर्माण का मॉडल होगा पुराना
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की तिथि 25 अप्रैल या 8 मई को होगी. इसकी तिथि 4 अप्रैल को होने वाली बैठक में तय कर लिया जाएगा. साथ ही उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण का मॉडल पुराना होगा. जिसे चंद्रकांत सोमपुरा ने 21 साल पूर्व इस मॉडल को तैयार किया था. उन्होंने ही अक्षरधाम मंदिर और सोमनाथ मंदिर का भी मॉडल तैयार किया था, जो देश में सबसे अच्छे मॉडल के रूप में जाना जाता है.
3 महीने का समय सीमा समाप्त
कामेश्वर चौपाल ने बताया कि अगर कुछ बदलाव होंगे, तो वह सिर्फ मंदिर की लंबाई और चौड़ाई में की जाएगी. वहीं, उन्होंने बताया कि आगामी 25 मार्च को अस्थाई रूप से रामलला को उनके गर्भ गृह में साफ-सफाई करने के बाद शिफ्ट कर दिया जाएगा. श्री राम जन्मभूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अब लोगों के मन में एक सवाल उठ रहा है कि आखिर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कब शुरू होगा. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने भारत सरकार को 3 महीने के अंदर ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया था. वहीं, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 3 महीने का समय सीमा समाप्त हो गया है.