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बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद खुलासा- जेल से मिले आदेश पर वारदात को अंजाम देते हैं गुर्गे - कटिहार

कटिहार पुलिस के जरिए लूट की एक घटना का खुलासा किया गया. जिसमें ये बात खुलकर सामने आई कि जेल के अंदर से अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है.

थाने में अपराधी
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Published : May 31, 2019, 8:27 AM IST

Updated : May 31, 2019, 8:38 AM IST

कटिहारः बिहार के कई जेल अपराधियों के लिए सुरक्षित स्थान बन गई है. यहां से बैठकर कई वारदात को अंजाम दिया जाता है. जेल के बाहर घूम रहे कुख्यात सरगनाओं के गुर्गे अपने बॉस के आदेश पर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं. जेलों में जैमर लगे होने के बाबजूद अपराधी मोबाइल फोन के जरिए काम करवाते हैं. कटिहार पुलिस ने जेल कनेक्शन से जुड़े ऐसे ही एक मामले का खुलासा किया है.

लूट मामले का खुलासा
दरअसल, पूरी घटना बीते बीस मई की है. यहां नगर थाना क्षेत्र के शिव मंदिर चौक के पास चावल व्यवसायी से दिनदहाड़े बदमाशों ने बारह लाख रुपए लूट लिये थे. पुलिस ने आनन-फानन में कई जगहों पर छापेमारी की वाहन चेकिंग किया. लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. उसके बाद पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के निर्देश पर एसडीपीओ अनिल कुमार के नेतृत्व में सात अधिकारियों की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनी. जिसे यह निर्देश दिया गया जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा किया जाये.

मामले की जानकारी देते एसडीपीओ अनिल कुमार

जेल से कैदी करवाते हैं अपराध
उस टीम ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपी दिलीप साहनी और राजा कुमार साह को गिरफ्तार किया. जिनके पास से 53890 रुपये नगद बरामद हुए. कटिहार सदर एसडीपीओ अनिल कुमार ने बताया कि सारा मामला कटिहार मंडल कारा से जुड़ा है. जहां बन्द एक अपराधी फोन से वारदात को संचालित कर रहा था. उसी के आदमियों ने लूट की इस घटना को अंजाम दिया था. अब सवाल ये उठता है कि आखिर जेलों में जैमर लगे होने के बावजूद ये कैदी कैसे बखूबी वारदात को अपने गुर्गों के जरिये अंजाम दे सकता है.

कटिहारः बिहार के कई जेल अपराधियों के लिए सुरक्षित स्थान बन गई है. यहां से बैठकर कई वारदात को अंजाम दिया जाता है. जेल के बाहर घूम रहे कुख्यात सरगनाओं के गुर्गे अपने बॉस के आदेश पर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं. जेलों में जैमर लगे होने के बाबजूद अपराधी मोबाइल फोन के जरिए काम करवाते हैं. कटिहार पुलिस ने जेल कनेक्शन से जुड़े ऐसे ही एक मामले का खुलासा किया है.

लूट मामले का खुलासा
दरअसल, पूरी घटना बीते बीस मई की है. यहां नगर थाना क्षेत्र के शिव मंदिर चौक के पास चावल व्यवसायी से दिनदहाड़े बदमाशों ने बारह लाख रुपए लूट लिये थे. पुलिस ने आनन-फानन में कई जगहों पर छापेमारी की वाहन चेकिंग किया. लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. उसके बाद पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के निर्देश पर एसडीपीओ अनिल कुमार के नेतृत्व में सात अधिकारियों की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनी. जिसे यह निर्देश दिया गया जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा किया जाये.

मामले की जानकारी देते एसडीपीओ अनिल कुमार

जेल से कैदी करवाते हैं अपराध
उस टीम ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपी दिलीप साहनी और राजा कुमार साह को गिरफ्तार किया. जिनके पास से 53890 रुपये नगद बरामद हुए. कटिहार सदर एसडीपीओ अनिल कुमार ने बताया कि सारा मामला कटिहार मंडल कारा से जुड़ा है. जहां बन्द एक अपराधी फोन से वारदात को संचालित कर रहा था. उसी के आदमियों ने लूट की इस घटना को अंजाम दिया था. अब सवाल ये उठता है कि आखिर जेलों में जैमर लगे होने के बावजूद ये कैदी कैसे बखूबी वारदात को अपने गुर्गों के जरिये अंजाम दे सकता है.

Intro:........बिहार में जेल बना अपराधियों का सुरक्षित पनाह....जहाँ से ऑपरेट होते हैं वारदात और बाहर खुले में घूम रहे कुख्यात सरगनाओं के गुर्गे अपने हुक्मरानों के आदेश पर देते हैं संगीन वारदातों को अंजाम .....और सब कुछ होता हैं जेलों में जैमर लगे होने के बाबजूद इन सरगनाओं के मोबाइल फोन से .....। जी हाँ , आपको यह सब सुनने में आश्चर्य लग रहा होगा लेकिन यह सच हैं । कटिहार पुलिस ने ऐसे ही जेल कनेक्शन से जुड़े वारदात का खुलासा किया है ......।


Body:दरअसल , पूरी वारदात बीते बीस मई की हैं जहाँ नगर थाना क्षेत्र के शिव मंदिर चौक के समीप चालीसा हाट से बैंक में जमा करने जा रहे चावल व्यवसायी से दिनदहाड़े बदमाशों ने संगीनों के बल पर बारह लाख रुपए लूट चंपत हो लिये ....। पुलिस ने आनन-फानन में पुलिस ने जहाँ - तहाँ छापेमारी की , वाहन चेकिंग किया लेकिन नतीजा कुछ ना निकला ......। उसके बाद पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के निर्देश पर एसडीपीओ अनिल कुमार के नेतृत्व में सात अधिकारियों का स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनी जिसे यह निर्देश दिया गया जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा किया जाये .......। उस टीम ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपी दिलीप साहनी और राजा कुमार साह को गिरफ्तार किया जिससे 53890 रुपये नगद बरामद हुए । कटिहार सदर एसडीपीओ अनिल कुमार ने बताया कि सारा मामला कटिहार मंडल कारा से जुड़ा हैं जहाँ बन्द अपराधी फोन से वारदात को संचालित कर रहें थे .....। जरा आप भी दीदार करें कि क्या कहा पुलिस उपाधीक्षक अनिल कुमार ने ......।


Conclusion:बन्द सलाखों से आजाद हवाओं में हो रहे वारदात से अब सवाल उठता हैं कि आखिर जेलों में जैमर लगे होने के बाबजूद उक्त सरगना कैसे बखूबी वारदात को अपने गुर्गों के जरिये अंजाम दे रहे हैं और कैसे आरोपी कानून को भी चैलेंज दे रहें हैं । अच्छा तो यह होता कि बिहार सरकार इस अपराध को उदाहरण मानते सूबे के जैमर व्यवस्था को दुरुस्त करती और दोबारा इस तरह के अपराध जेलों से संचालित ना हो , इसके लिये मोटे चमड़े वाले अधिकारियों को भी जिम्मेदार बनाती ........।
Last Updated : May 31, 2019, 8:38 AM IST
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