कटिहार: जिले के तकरीबन 2600 युवकों का भविष्य अधर में लटका है. रेलवे के रिटेन और मेडिकल में क्वालीफाई करने के बाद भी अब तक इनकी नियुक्ति नहीं हो पायी है. इसके विरोध में अभ्यर्थियों सरकारी दफ्तरों के सामने धरना दे रहे हैं.
पिछले दिनों कटिहार मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर भी सैकड़ों छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. बताया जाता है कि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में ग्रुप डी के पद हेतु साल 2018 में 2566 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था. इस लिखित परीक्षा को पास करने के बाद अभ्यर्थियों का मेडिकल टेस्ट हुआ और रेलवे भर्ती बोर्ड ने सभी को सफल घोषित किया. इसके बाद रेल प्रशासन ने बताया कि चंद दिनों के बाद सभी की ज्वॉइनिंग ले ली जाएगी. लेकिन साल भर से अधिक समय बीत जाने के बाद भी ये अभ्यर्थी यूं ही सड़कों पर भटक रहे हैं.
डीआरएम ऑफिस का घेराव
अब इन अभ्यर्थियों का धैर्य टूटता जा रहा है. पीड़ित अभ्यर्थियों ने अपनी ज्वॉइनिंग को लेकर स्थानीय डीआरएम भवन का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की. पीड़ित छात्रों का कहना है कि ये वैकेंसी 2019 की थी. नियुक्ति को लेकर सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. रेलवे के दूसरे जोन में इसी पद के लिये ज्वॉइनिंग भी हो गई है, लेकिन पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में करीब 2600 युवकों का मामला अभी भी अधर में लटका है.
रेल का चक्का जाम करने की चेतावनी
सारी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद अब जब ज्वॉइनिंग का मामला नजदीक आया है तो अधिकारी बहानेबाजी कर ज्वॉइनिंग देने से कतरा रहे हैं. स्थानीय निवासी समरेंद्र कुणाल बताते हैं कि यह सब एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है. इसमें हिंदी भाषा वाले इलाके के लोगों को नौकरी से वंचित किया जा रहा है. रेल मंत्री पीयूष गोयल को इस मामले में तुरंत संज्ञान लेना चाहिये और सभी छात्रों की ज्वॉइनिंग करानी चाहिये. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द इन अभ्यर्थियों की ज्वॉइनिंग नहीं हुई तो रेल का चक्का जाम कर दिया जाएगा.