कैमूर: जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत 30 हजार 341 शौचालय बनवाए गए. इसके बाद प्रखंड को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित कर दिया गया. लेकिन आज भी प्रखंड के कई लोग खुले में शौच करने जा रहे हैं. बनवाए गए शौचालय आज घरों में उपले और अन्य सामान रखने के काम आ रहे हैं.
चैनपुर प्रखंड को ओडीएफ करने के लिए शौचालय निर्माण के साथ-साथ स्वच्छता ग्राहियों ने जागरूकता अभियान भी चलाया. लोगों को घर-घर जाकर खुले में शौच करने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया. वहीं, लोगों पर निगरानी भी रखी गई. कुछ दिनों तक तो सबकुछ सही रहा लेकिन अब बने शौचालयों की तस्वीरें ये बयां करने के लिए काफी हैं कि आज भी लोगों की मानसिकता नहीं बदली है और वे खुले में शौच करने जा रहे हैं.
जिन घरों में शौचालय निर्माण करवाया गया, वहां निर्मित शौचालय या तो ध्वस्त हो गए हैं या उन्हें उपयोग में नहीं लाया जा रहा है. कई जगहों पर ये शौचालय घर की शोभा बने हुए हैं. इस संबंध में जानकारी देते हुए चैनपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में शौचालय निर्माण के कुल लक्ष्य 39 हजार 108 प्राप्त हुए थे. जिसमें 30341 लोगों के घर शौचालय का निर्माण हो चुका है. उन सभी को सरकार से मिलने वाले प्रोत्साहन राशि का भी भुगतान किया जा चुका है. 6600 लोग ऐसे हैं, जिन्होंने एक ही घर के कई सदस्यों का आवेदन दिया था. उन सभी आवेदन को रद्द कर दिया गया.
'कोई खुले में शौच ना जाए, इसके लिए निगरानी भी करवाई जा रही है. यहां तक की खुले में शौच करते हुए पकड़े जाने पर आर्थिक दंड का भी प्रावधान है. प्रशासन की तरफ से लगातार प्रयास किया जा रहा है कि लोग खुले में शौच ना जाए.' -राजेश कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी