कैमूर: विश्व यक्ष्मा दिवस पर टीबी उन्मूलन का शंखनाद करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्पों को दोहराया है. उन्होंने कहा कि साल 2025 तक पीएम मोदी देश को कोरोना मुक्त बनाना चाहते हैं. इसलिए वे उनके संकल्पों को पूरा करेंगे.
टीबी मुक्त वाहन रवाना
इस संकल्प अभियान को गति देने के लिए विश्व यक्ष्मा दिवस पर चलंत टीबी मुक्त वाहन को गांवों के लिए प्रस्थान किया गया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंगलवार को रेफरल अस्पताल में विश्व यक्ष्मा दिवस के मौके पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि भारत अब वह भारत नहीं जो दूसरे पर आश्रित रहता था. पीएम मोदी की आत्मनिर्भरता की सोच से आज पूरी दुनिया के बीच संदेश जा रहा है.
भारत ने दुनिया को दिया साहस
कोविड जैसी भयानक महामारी में दुनिया को भारत ने सहनशीलता का संदेश दिया. तथा अपने सुरक्षित रहकर भी दुनियां के 176 देशों को कोविड वैक्सीन देकर लोगों की रक्षा कर रहा है. जबकि ऐसी महामारी से विश्व की महाशक्ति अमेरिका व इटली भी घुटने के बल पर आ गई. कोरोना ने अर्थव्यवस्था की कमर ही तोड़ दी है. उस विषम परिस्थिति से लड़ने का साहस भारत के लोगों को मिला. आज पूरे भारत में टीकाकरण अभियान की सराहना पूरा विश्व कर रहा है.
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'अंडमान निकोबार टीबी मुक्त'
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि फिलहाल भारत का एक मात्र केंद्र शासित राज्य अंडमान निकोबार को टीबी मुक्त राज्य का खिताब दिया जा चुका है. दूसरा जम्मू कश्मीर का बंगाम जिला है. उन्होंने कहा कि मेरी सोच है कि कैमूर भी इस दिशा में राज्य का पहला जिला बन सके. मंत्री ने इसके बाद रेफरल अस्पताल में कोविड टीकाकरण अभियान का जायजा लिया औ व्यवस्था व मैनेजमेंट को देख अस्पताल प्रबंधन के साथ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की सराहना की. इस दौरान टीबी के सबसे कम मरीज कैमूर में मिलने व कोरोना की रिकवरी दर बेहतर होने पर भी खुशी जताई.
मंत्री ने लोकसभा चुनाव के दौरान किये गए वादों को याद दिलाते हुए कहा कि संसदीय क्षेत्र के सभी विधानसभा में जल्द ही आधुनिक टेली मेडिसिन एम्बुलेंस कुछ ही दिनों में उपलब्ध हो जाएगी. इसके अलावा रेफरल अस्पताल में 76 प्रकार की निःशुल्क जांच डिजिटल लैब से एक सप्ताह के अंदर शुरू हो जाएगी. इसके लिए सीएस अरुण कुमार तिवारी व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र सिंह को आवश्यक दिशा निर्देश भी उन्होंने दिया.
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'टीबी को छिपाने की जरूरत नहीं'
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि टीबी असाध्य रोग नहीं है. इसको छिपाने की जरुरत नहीं है. इसे मिटाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प रंग ला रहा है. कारण घर-घर टेली मेडिसिन यक्ष्मा एंबुलेंस आपके द्वारा पहुंच जांच कर मर्ज की दवा देगी. और उन्हें दवा चलने के दौरान प्रति माह पोषण के लिए 5 सौ रुपये महीना भी मरीज के खाते में भेजा जाएगा.