मुजफ्फरपुर: सोशल मीडिया पर अक्सर एक रील वायरल होते रहता है, जिसमें कहता है 'गजब टोपीबाज आदमी है'. यह रील्स सच साबित होते दिख रहा है. दरअसल, मुजफ्फरपुर में सीएम नीतीश कुमार को दिखाने के लिए आधे-अधूरे पुल की रंगाई पुताई जोर शोर से हो रही है. प्रशासन के इस काम को देखकर स्थानीय लोग हैरान हैं.
तैयारी का अमलीजामा: दरअसल, सीएम नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के माध्यम से बिहार भ्रमण कर रहे हैं. इस यात्रा में बिहार में विकास कार्य कहां तक पहुंचा है इसका जायजा लेंगे. इसी कड़ी में 27 दिसंबर को मुजफ्फरपुर भी पहुंचेंगे. सीएम के आगमान को लेकर तैयारी हो रही है. गंडक नदी पर बन रहे आधा-अधूरा पुल का रंग रोंगन किया जा रहा है.
प्रशासन पर गंभीर आरोप: प्रशासन के इस काम से स्थानीय पूर्व पार्षद मो. रेयाज अंसारी काफी आक्रोशित हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने बताया कि काफी विनती के बाद सीएम नीतीश कुमार ने इस पुल निर्माण को स्वीकृति दी थी, लेकिन जिला प्रशासन और निर्माण निगम के अधिकारियों ने मिलकर मिट्टी में मिला दिया.
चंदवारा में हो रहा पुल निर्माण: रेयाज अंसारी ने बताया कि सीएम नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर आए थे. खुद्दीराम बोस स्टेडियम में जनता दरबार लगा था. वहां इन्होंने सीएम को एक आवेदन दिया था जिसमें बताया था कि अखाड़ाघाट पुल पर ज्यादा लोड है. इस कारण शहर में जाम की समस्या उत्पन्न होती है. इसलिए चंदवारा में अखाड़ाघाट के समानांतर पुल का निर्माण किया जाए.
10 साल में नहीं बन सका पुल: सीएम नीतीश कुमार ने आवेदन पर संज्ञान लेते हुए पुल निर्माण का आदेश दिए थे. सीएम नीतीश कुमार ने खुद 2014-15 में इसका शिलानन्यास किया था. 45 करोड़ की लागत से बनने वाले इस पुल का निर्माण 2017-18 में कर लेना था. लेकिन आज तक यह अधूरा है. ना ही पुल का निर्माण पूरा हुआ और ना ही एप्रोच पथ बन पाया.
"सीएम नीतीश कुमार से जनता दरबार में पुल निर्माण की मांग की गयी थी. उन्होंने ही इस पुल निर्माण का आदेश दिया था. 10 साल के बाद भी इस पुल का निर्माण नहीं हो पाया." -मो. रेयाज अंसारी, पूर्व पार्षद
'कुछ दिनों के बाद सूचना मिलना बंद': रेयाज अंसारी बताते हैं कि जिस समय पुल निर्माण का काम शुरू हुआ, उस वक्त मुजफ्फरपुर में अनुपम कुमार डीएम थे. निर्माण संबंधी सारी सूचना मेरे तक आती थी. काम कहां तक पहुंचा है, इन सभी चीजों से अवगत कराया जाता था, लेकिन कुछ ही दिनों के बाद निर्माण संबंधी सूचना मिलना बंद हो गयी.
'जनता को लॉलीपॉप थमाया जा रहा': रेयाज बताते हैं कि उन्हें समाचार पत्र के माध्यम से जानकारी मिली की सीएम नीतीश कुमार 27 दिसंबर को आ रहे हैं. आनन-फानन में अधूरे पुल का रंग रोंगन किया जा रहा है. इससे साफ है कि जनता को मूर्ख बनाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि सीएम इस पुल का उद्घाटन भी करने वाले हैं. ऐसे में जनता को लॉलीपॉप थमाने का काम किया जाएगा.
"पुल को तीन हिस्सा में बनाकर छोड़ दिया गया है. तीनों हिस्सा को अब तक जोड़ा नहीं गया है और ना ही पुल तक जाने की सड़क बनी है. डीएम से लेकर सीएम तक आवेदन दिए. धरना प्रदर्शन भी किए. मीडिया के माध्यम से भी आवाज उठाई गयी लेकिन आज तक पुल निर्माण पूरा नहीं हुआ" -मो. रेयाज अंसारी, पूर्व पार्षद
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कहां फंसा पेच?: रेयाज अंसारी के अनुसार जमीन अधिग्रहण के कारण निर्माण काम लटका हुआ है. जिस किसान से जमीन ली गयी उसे मुआवजा नहीं दिया गया, इसलिए किसान जमीन नहीं छोड़ रहे हैं. खुलासा किया कि पुल निर्माण के लिए कोई नक्शा पास नहीं किया गया था. सीएम आदेश दिए थे इसलिए उन्हें खुश करने के लिए आनन फानन में जैसे-तैसे पुल निर्माण शुरू करा दिया गया.
'करोड़ों रपये का घोटाला': पूर्व पार्षद ने पुल निर्माण की जांच कराने की मांग की है. कहा कि अभी तक जितना पुल निर्माण हुआ है, इसमें करोड़ों रुपए का घोटाला हो चुका है. सीएम से मांग की है कि निर्माण में जो भी समस्या आ रही है उसे दूर करते हुए काम पूरा किया जाए ताकि लोगों को इससे लाभ मिले.
क्या कहते हैं डीएम?: जिलाधिकारी ने बताया कि जो भी समस्या आ रही थी उसे सुलझा लिया गया है. निर्माण काम पूरा कर नए साल में इसका उद्घाटन किया जाएगा. पुल निर्माण का काम लगभग पूरा हो गया है. उम्मीद जतायी जा रही है कि 2025 में एप्रोच पथ का निर्माण कर इसे चालू करा लिया जाएगा.
"पुल निर्माण से जुड़ी सभी समस्याओं को सुलझा लिया गया है. एप्रोच पथ का काम बचा हुआ है. उसे जल्द पुरा करा लिया जाएगा. पुल का उद्घाटन 2025 में किया जाएगा. नए साल में शहरवासियों को इस पुल का तोहफा मिलेगा." -सुब्रत कुमार सेन, डीएम, मुजफ्फरपुर
'आसान होगा राह': आपकों बता दें कि चंदवारा पुल के बनने से शहर का पूर्वी इलाका एनएच-57 से आसानी से जुड़ जाएगा. दरभंगा और सीतामढ़ी की दूरी 10 से 15 किमी की कम हो जाएगी. इसके अलावे अखाड़ाघाट पुल का लोड कम हो जाएगा. मुशहरी की ओर से आने वाले वाहन सीधे इस पुल से होकर निकल जाएंगे. अभी एनएच होकर या शहर के अंदर से अखाड़ाघाट पुल होकर जीरोमाइल तक जाते हैं. इसके अलावे मुशहरी समस्तीपुर जाने में भी आसानी होगा.
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