पलक्कड़: केरल के पलक्कड़ जिले में जमानत पर बाहर आए हत्या के आरोपी ने एक बार फिर जघन्य अपराध को अंजाम दिया. आरोपी ने अपने पड़ोस में रहने वाली एक बुजुर्ग महिला और उसके बेटे की गला रेतकर नृशंस हत्या कर दी. आरोपी ने नेनमारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव में दिनदहाड़े इस वारदात को अंजाम दिया.
मृतकों की पहचान 72 वर्षीय मीनाक्षी उर्फ लक्ष्मी और 53 वर्षीय उनके बेटे सुधाकरन के रूप में हुई है. कथित तौर पर दोनों की उनके घर के बाहर गला रेतकर हत्या कर दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शवों को पलक्कड़ जिला अस्पताल भेज दिया.
पुलिस ने कहा कि यह अपराध उनके पड़ोसी 57 वर्षीय चेंथमारा द्वारा किए जाने का संदेह है, जो 2019 में सुधाकरन की पत्नी सजिता की कथित हत्या के लिए जेल जाने के बाद जमानत पर रिहा हुआ था.
चेंथमारा (Chenthamara) डेढ़ महीने पहले ही जमानत पर रिहा हुआ था. पुलिस ने कहा कि लक्ष्मी पर कथित तौर पर तब हमला किया गया, जब उसने चेंथमारा को सुधाकरन पर हमला करने से रोकने की कोशिश की. पुलिस ने कहा कि सुधाकरन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसकी मां की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई.
सुधाकरन के परिवार से आरोपी की दुश्मनी
पुलिस के अनुसार, चेंथमारा की सुधाकरन के परिवार से दुश्मनी है, क्योंकि उसका मानना था कि परिवार के हस्तक्षेप के कारण उसकी पत्नी और बच्चे उसे छोड़कर चले गए. उन्होंने कहा कि वारदात को अंजाम देने के बाद चेंथमारा मौके से फरार हो गया, उसका पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है.
इस घटना पर नेनमारा विधायक के. बाबू ने कहा कि आरोपी चेंथमारा पिछले कुछ समय से संदिग्ध व्यक्ति की तरह व्यवहार कर रहा था. उसे अपनी पत्नी पर शक था, इसीलिए उसकी पत्नी और बेटी दूसरे रिश्तेदार के घर में रह रही थीं.
स्थानीय विधायक ने कहा कि इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी पहाड़ों की ओर भाग गया. विधायक ने कहा कि पुलिस द्वारा जल्द ही आरोपी को ढूंढकर उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
आरोपी ने दी थी धमकी
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि चेंथमारा ने जेल से रिहा होने के बाद सुधाकरन और मीनाक्षी को जान से मारने की कई बार धमकी दी थी. स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि उन्होंने जान से मारने की धमकियों के बारे में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस की ओर से उन्हें कोई सुरक्षा नहीं मिली.
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मौके पर पहुंची पुलिस टीम का विरोध किया. इसके चलते पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच काफी देर तक बहस भी हुई.
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