ETV Bharat / state

जमुई: इस गांव में पानी की समस्या से परेशान हैं लोग

जमुई के पतौना गांव में पानी की समस्या बनी हुई है. यहां के लोगों को पीने योग्य पानी के लिये रोज गहरे नदी में नीचे उतर कर गड्ढा खोदकर पानी निकालना पड़ता है.

पानी की समस्या
author img

By

Published : Mar 18, 2019, 12:08 AM IST

जमुई: जिले के पतौना गांव में पानी की समस्या मुंह बाए खड़ी है. अभी गर्मी आई नहीं है और पानी की किल्लत जोर पकड़ रहा है. हालत ये है कि यहां के लोगों को पीने योग्य पानी के लिये रोज गहरे नदी में नीचे उतर कर गड्ढा खोदकर पानी निकालना पड़ता है.

जिले में कई जगहों पर गर्मी की आहट,पानी की किल्लत लगातार दिख रही है. जिन बच्चों के हाथों में किताब और कलम होना चाहिए. इस उम्र में उनके हाथों में पानी के बर्तन है. उन्हें आज बस इस बात की चिंता है की उनके और उनके घर वालों की प्यास कैसे बुझेगी. लिहाजा ये मासूम रोज पानी की खोज में निकल जाते हैं ताकि ये अपना और अपने परिवार की प्यास बुझा सकें.

हालात इतने खराब हैं कि स्कूली बच्चे नदी में गड्ढा खोदकर पानी निकालते हैं. दरअसल,जमुई जिले के पतौना गांव में पानी की इतनी समस्या है की यहां के लोगों को पानी की खोज में रोज गहरी नदी में गड्ढा खोदना पड़ता है. ये तब की तस्वीर है जब गर्मी की प्रचंड तपिश ना के बराबर है. अभी तो सिर्फ गर्मी की आहट भर है.

स्थानीय लोग और संवाददाता

लोगों को हो रही है काफी परेशानी

हालांकि जिला प्रशासन की ओर से पतौना में लगातार मीडिया के हस्तक्षेप के बाद दो चापाकल तो लगाये गये,लेकिन वो भी नाकाफी हैं. लगाए गये दो चापाकल में से एक ने तो 10 दिन बाद से ही पानी देना बंद कर दियाऔर दूसरा चापाकल दम तोड़ने के कगार पर है. ऐसे में लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है.

जमुई: जिले के पतौना गांव में पानी की समस्या मुंह बाए खड़ी है. अभी गर्मी आई नहीं है और पानी की किल्लत जोर पकड़ रहा है. हालत ये है कि यहां के लोगों को पीने योग्य पानी के लिये रोज गहरे नदी में नीचे उतर कर गड्ढा खोदकर पानी निकालना पड़ता है.

जिले में कई जगहों पर गर्मी की आहट,पानी की किल्लत लगातार दिख रही है. जिन बच्चों के हाथों में किताब और कलम होना चाहिए. इस उम्र में उनके हाथों में पानी के बर्तन है. उन्हें आज बस इस बात की चिंता है की उनके और उनके घर वालों की प्यास कैसे बुझेगी. लिहाजा ये मासूम रोज पानी की खोज में निकल जाते हैं ताकि ये अपना और अपने परिवार की प्यास बुझा सकें.

हालात इतने खराब हैं कि स्कूली बच्चे नदी में गड्ढा खोदकर पानी निकालते हैं. दरअसल,जमुई जिले के पतौना गांव में पानी की इतनी समस्या है की यहां के लोगों को पानी की खोज में रोज गहरी नदी में गड्ढा खोदना पड़ता है. ये तब की तस्वीर है जब गर्मी की प्रचंड तपिश ना के बराबर है. अभी तो सिर्फ गर्मी की आहट भर है.

स्थानीय लोग और संवाददाता

लोगों को हो रही है काफी परेशानी

हालांकि जिला प्रशासन की ओर से पतौना में लगातार मीडिया के हस्तक्षेप के बाद दो चापाकल तो लगाये गये,लेकिन वो भी नाकाफी हैं. लगाए गये दो चापाकल में से एक ने तो 10 दिन बाद से ही पानी देना बंद कर दियाऔर दूसरा चापाकल दम तोड़ने के कगार पर है. ऐसे में लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है.

Intro:गर्मी की आहट,पानी की आफत

जमुई जिले के पतौना गाँव में पानी की समस्या मुंह बाए खड़ी है,अभी गर्मी आई नहीं है और पानी की किल्लत जोर पकड़ रहा है ।हालत ये है कि यहाँ के रहवासी पीने योग्य पानी के लिये रोज गहरे नदी में नीचे उतर कर गड्ढा खोदकर पानी निकालते हैं ।



Body:'गर्मी की आहट,पानी की किल्लत' यह कहना गलत नहीं होगा,कयोंकि जिन बच्चों के हाथों में किताब और कलम होना चाहिए जिन बच्चों को इस उम्र में स्कूल जाने की चिन्ता होनी चाहिए आज उनके हाथों में पानी के बर्तन हैं,उन्हें आज बस इस बात की चिंता है की उनके और उनके घर वालों की प्यास कैसे बुझेगी,लिहाजा ये मासूम निकल पड़े हैं पानी की खोज में,ताकी ये अपना और अपने परिवार की की गला तर कर सकें,ये निकल पड़े हैं नदी की ओर पानी लाने,कयोंकि ये स्कूली बच्चे नदी में गड्ढा खोदने निकले हैं,ताकी इन्हें पानी नसीब हो सके ।दरअसल,जमुई जिले के पतौना गाँव में पानी की इतनी समस्या है की यहाँ के लोगों को पानी की खोज में रोज गहरी नदी में गड्ढा खोदना पडता है और अपनी प्यास बुझाना पड़ता है ।और ये तब की तस्वीर है जब गर्मी की प्रचंड तपिष ना के बराबर है,अभी तो सिर्फ गर्मी की आहट भर है । हालांकि जिला प्रशासन की ओर से पतौना में मीडिया के हस्तक्षेप के बाद दो चापाकल तो लगाये गये,लेकिन वो भी नाकाफी है,कयोंकि धंसाए गये दो चापाकल में से एक ने तो 10दिन बाद से ही पानी देना बंद कर दिया,और दुसरा चापाकल दम तोड़ने के कगार पर है ।
बाईट स्थानीय


Conclusion:बूंद बूंद पानी को तरसते हैं लोग

वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार की ओर से यहाँ नल जल योजना के तहत नल तो लगाये गये,लेकिन वो सिर्फ घर की शोभा बढा रही है ।क्योंकि वर्षों से यह नल बंद पड़ा है ।
बाईट
बसंत ऋतु के आगमन के साथ ही गर्मी ने दस्तक दे दी है,और जिस तरह इलाके में पानी की समस्या मुँह बाए खड़ी है,उससे तो यही लगता है कि अगर जिला प्रशासन इस मामले को गम्भीरता से नहीं लेता है तो,आने वाले दिनों में जब प्रचंड गर्मी अपने चरम पर होगी तो सूर्य के बेतहासा तपिश में इनकी प्यास कैसे बुझेगी ।
ई टीवी भारत के लिए जमुई से ब्रजेन्द्र नाथ झा ।

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.