जमुई: 9 साल पूर्व पुलिस टीम पर हमला करने के मामले में फरार चल रहे हार्डकोर नक्सली कमांडर राजेश यादव पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. बता दें कि जमुई पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर चरका पत्थर थाना क्षेत्र के बिशनपुर गांव से हत्यारोपी नक्सली को गिरफ्तार किया है, जिससे पुलिस सख्ती से पूछताछ कर रही है.
9 साल से पुलिस को दे रहा था चकमा: बताया जाता है कि हार्डकोर नक्सली कमांडर राजेश यादव चरकापत्थर थाना क्षेत्र के बिशनपुर गांव का रहने वाला है. 10 फरवरी 2014 को गिद्धेश्वर जंगल में सुरक्षा बलों के वाहन पर उसने हमला किया था. जिसमें घटना स्थल पर ही एक एसआई शहीद हो गए थे, जबकि आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए थे. इसी मामले में राजेश यादव पिछले 9 सालों से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था.
घेराबंदी कर किया गया गिरफ्तार : गिरफ्तारी के संबंध में जमुई एसपी डॉ शौर्य सुमन ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि पुलिस टीम पर हमला करने सहित अन्य मामले में फरार चल रहा हार्डकोर नक्सली कमांडर राजेश यादव अपने घर बिशनपुर आने वाला है. सूचना के बाद एक टीम का गठन किया गया. टीम के द्वारा बिशनपुर गांव में छापेमारी अभियान चलाया गया. जहां से सुरक्षा बलों ने गांव की घेराबंदी कर नक्सली राजेश यादव को गिरफ्तार कर लिया.
"गिरफ्तार नक्सली राजेश यादव पिछले 9 सालों से सुरक्षा बलों को चकमा देकर दिल्ली में रह रहा था. जो कुछ महीने पहले ही वापस आया था और दोबारा वह दिल्ली भगाने की फिराक में था. लेकिन सुरक्षा बलों ने उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार नक्सली के खिलाफ खैरा, सोनो व चरकापत्थर थाने में कई नक्सली मामले दर्ज है."- डॉ शौर्य सुमन, एसपी
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