जमुईः पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने सरकार के साथ ही राजनीतिक दलों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि राजनीति का व्यवसायीकरण हो गया है. साथ ही पूरी राजनीति ही दुषित हो गई है. उन्होंने कहा कि इसपर ध्यान देने की जरूरत है.
'कार्यकर्ताओं को बनाया जा रहा इमोशनल'
सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पूरी राजनीति ही दुषित हो गई है इसलिए हॉर्स ट्रेडिंग, खरीद-फरोख्त, जोड़-तोड़ की घटनाएं सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि तमाम राजनीतिक दल आज नीति सिद्धांत पर आधारित राजनीति नहीं कर रही है. सभी दल अब अपने कार्यकर्ताओं को प्रबुद्ध और बौद्धिक नहीं बनाना चाहती. कार्यकर्ताओं को इमोशनल बनाया जा रहा है. जिससे हॉर्स ट्रेडिंग का खेल चल रहा है. ये पूंजीवादी व्यवस्था की देन है.
'लोगों का भटकाया जा रहा ध्यान'
पूर्व मंत्री ने कहा कि हिन्दू - मुसलमान , फारवर्ड -बैक्वर्ड , दलित , ब्राम्हण के झगड़े फैलाने में सरकार मशगूल है. जिससे मौलिक समस्याओं पर देश की जनता का ध्यान न जा सके.उन्होंने कहा कि यह काफी दुखद है और इसके खिलाफ आवाज उठनी चाहिए. बीजेपी पर निशाना साधते हुए नरेंद्र सिंह ने कहा कि जो लोग नीजिकरण कर रहे हैं. वही लोग एनपीआर, सीएए लाकर लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं.
'स्वास्थ्य, शिक्षा और अर्थव्यवस्था में गिरावट'
नरेंद्र सिंह ने कहा कि देश की स्वास्थ्य, शिक्षा और अर्थव्यवस्था में गिरावट आ गई है. चारों तरफ मंदी है. इन सब चीजों से बचने के लिए सरकार ये बिल ला रही है. जो काफी खतरनाक है. नरेंद्र सिंह ने कहा कि इसके दुष्परिणाम आज सामने दिख रहे हैं. नई पीढ़ी सिर्फ जात - पात और धर्म के नाम पर पैदा हो रही है. उनकी कोई राजनैतिक और सामाजिक संवेदना नहीं है.