गया: कोरोना वायरस के कहर के बीच आगामी चुनाव की तैयारी सभी राजनीतिक दल जोर शोर से कर रहे हैं. इसी बीच ईटीवी भारत गया जिले के दसों विधानसभा क्षेत्र के विधायकों से उनके पांच साल के कार्यकाल की जानकारी लेने निकला है. टिकारी विधानसभा के बाद गुरुवार को वजरीगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक सह पूर्व पशुपालन मंत्री अवधेश कुमार सिंह से उनके पांच साल के काम की जानकारी ली.
'मानपुर पटवाटोली में वस्त्र उद्योग स्वरोजगार का जीता जागता उदाहरण'
वजरीगंज विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो गया नगर निगम क्षेत्र से शुरू होकर गया-नवादा बॉर्डर पर जाकर समाप्त होता है. इस क्षेत्र से वर्तमान कांग्रेस के विधायक अवधेश कुमार सिंह हैं. जिले के दस विधानसभा क्षेत्र में से वजरीगंज विधानसभा क्षेत्र स्वरोजगार के मामले में अव्वल रहा है. यह विधानसभा कृषि के क्षेत्र में एक मिशाल है. प्रसिद्ध मगही पान की खेती और केनार बर्तन उद्योग, मानपुर पटवाटोली में वस्त्र उद्योग स्वरोजगार का जीता जागता उदाहरण है.
ईटीवी भारत के सवाल और विधायक अवधेश कुमार सिंह के जवाब:
सवाल: वजरीगंज विधानसभा क्षेत्र में पांच वर्षों में कितना विकास हुआ है?
जवाब: किसानों के लिए हमने मानपुर में मोड़ा टाल पईन का जीर्णोद्धार करवाया. उसके बाद वजरीगंज विधानसभा क्षेत्र में तलैया ढाढर बांध परियोजना से सिंचाई के लिए आनेवाली पानी के लिए बांध का निर्माण करवाया. लेकिन तलैया ढाढर बांध परियोजना दो राज्यों के मामलों में फंसा हुआ है. केंद्र सरकार इस पर कुछ कर नहीं रही है. जबकि बिहार सरकार इसपर दिलचस्पी दिखा रही है.
सवाल: विधानसभा क्षेत्र में रोजगार के लिए आपने क्या किया?
जवाब: मैं जब महागठबंधन के सरकार में पशुपालन मंत्री था. भिंडस के पास दुग्ध डेयरी बनाने का स्वकृति पत्र दिया था. उसपर काम भी शुरू हो गया है. इसके बन जाने से लाखों लोगों को रोजगार मिल जाएगा.
सवाल: वजरीगंज विधानसभा में रोजगार के इतने बड़े-बड़े साधन है कि लाखों लोगों को रोजगार दिया जा सकता है. लेकिन पांच सालों में रोजगार के दृष्टि से कोई काम नहीं हुआ. एरु स्टील प्लांट, टेक्सटाइल पार्क और केनार स्टील उद्योग के लिए आपने कितना प्रयास किया?
जवाब: जब मैं मुफस्सिल विधानसभा क्षेत्र का विधायक था. उस वक्त एरु स्टील प्लांट की नींव रखी गयी थी. उस वक्त यूपीए सरकार में रामविलास पासवान इस्पात मंत्री थे. उन्होंने इसका शिलान्यास किया था. यूपीए सरकार के समय में शिलान्यास किए गए प्लांट को लेकर दोनों जगहों की सरकार दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. मैं इस मामले को लेकर कई बार प्रयास किया. वहीं टेक्सटाइल पार्क को लेकर बड़ी समस्या जमीन का है. जमीन को लेकर सरकार निराशावादी रवैया अपना रही है. जबकि केनार बर्तन उद्योग के बारे में सरकार ने कोई अध्ययन नहीं किया है.
सवाल: आपके क्षेत्र में सड़क को लेकर हमेशा आंदोलन होता रहता है?
जवाब: मैं अपने क्षेत्र में सड़क बनाने में सबसे आगे हूं. सिक्स लेन पुल के पास महाजाम लगी रहती थी. वहां सड़क का चौड़ीकरण कर जाम से मुक्त किया. लखिबाग और राणा नगर में दो करोड़ के अधिक राशि से नाला और सड़क का निर्माण करवाया.
सवाल: NH-82 को लेकर लोगों में आक्रोश है. लोग बार-बार आंदोलन करते रहते हैं?
जवाब: लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि जिस सड़क को वो एनएच 82 समझ रहे हैं, वो अब एनएच 82 रहा ही नहीं. एनएच 82 बाईपास होते हुए वजरीगंज बाजार से दूर से निकाला गया है. पूर्व की सड़क के मरम्मत लिए जगजीवन कॉलेज मानपुर से दखिनावा गांव तक राशी निर्गत कर दी गयी है. उसमें काम भी लग गया है.
सवाल: आगामी विधानसभा चुनाव में आपका मुकाबला किससे है?
जवाब: मेरा मुकाबला किसी से नहीं है. मैंने काम किया है. लोग उसे देख रहे हैं. पूरे काम का कैलेंडर बनाया हूं. इस कैलेंडर में मेरे एक-एक काम का जिक्र है. ये कैलेंडर जब लोगों के बीच जाएगी तो लोग मेरे कामों को जानेंगे. मुझे काम के आधार पर फिर से चुनकर विधायक बनायेंगे.
ज्ञात हो कि वजीरगंज विधानसभा पहले मुफस्सिल विधानसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था. 2010 के विधानसभा चुनाव में वजीरगंज विधानसभा नाम दिया गया. 2010 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के वीरेंद्र सिंह विधायक बने थे और अवधेश कुमार सिंह की हार हुई थी. वहीं दूसरे चुनाव 2015 में फिर एकबार अवधेश कुमार सिंह और वीरेंद्र कुमार सिंह के बीच चुनावी जंग हुई. लेकिन इस बार अवधेश कुमार सिंह ने वीरेंद्र कुमार सिंह को मात दे दी.
वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र से दो चुनाव में भाजपा और कांग्रेस से एक-एक बार विधायक हुए हैं. इस बार वर्तमान विधायक फिर से वजरीगंज विधानसभा क्षेत्र से ताल ठोक रहे हैं और जीत का दावा कर रहे हैं. ऐसे में आने वाले विधानसभा चुनाव में अब देखना होगा कि विधायक के दावे में कितनी सच्चाई है और इनके दावे पर जनता कितना खरा उतरती है.