गया: कोरोना संक्रमण के बचाव हेतु पूरे भारत में लॉक डाउन लागू कर दिया गया है. लॉक डाउन में बिहार के रहने वाले सैकड़ों छात्र कोटा में फंसे हुए हैं. बिहार सरकार उनको अपने राज्य में आने या बुलाने की अनुमति नहीं दे रही है. इस बीच हिसुआ विधायक कोटा जाकर अपनी बेटी को वापस ले आए हैं. इस पर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. सरकार इस मामले की जांच करवा रही है. वहीं अब हिसुआ विधायक के समर्थन में बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार उतर गए हैं.
विधायक पर कार्रवाई करने की मांग
बीजेपी विधायक कोटा से अपनी बेटी को बिहार ले आये. इस मुद्दे पर बिहार में हंगामा बढ़ता जा रहा है. विपक्षी पार्टी इसका जमकर विरोध कर रही है. राजद का कहना है कि राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को बिहार लाया जाए. वहीं बिहार सरकार ने इस मामले में स्पष्ट कर दिया है कि कोटा में फंसे बच्चों को बिहार वापस नहीं लाया जाएगा.
विपक्ष के साथ ही जेडीयू मंत्री भी विधायक पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. इस मामले में बिहार सरकार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा मुझे भी जानकारी प्राप्त हुई है. वो अनुमति लेकर अपनी बेटी को कोटा से बिहार ले आये हैं. जिसमें राजनीति का कोई विषय नहीं है.
मामले की हो रही जांच
प्रेम कुमार ने कहा कि अगर अनुमति नहीं लिए होते, उस पर सवाल जवाब किया जाना चाहिए था. कार्रवाई की जो बातें की जा रही है, उसकी पूरी जानकारी मुझे नहीं है. उन्होंने कहा कि पूरी जानकारी लेकर इस पर प्रतिक्रिया दूंगा. लेकिन वो जिला प्रशासन से अनुमति लेकर अपनी बेटी को लाने गए थे. इस पर किसी तरह की आपत्ति नहीं होनी चाहिए. बता दें बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया है कि बीजेपी विधायक के कोटा जाकर अपनी बेटी को लाने के मुद्दे की जांच हो रही है.