ETV Bharat / state

गयाः पत्नी ने चंदा कर पति के पोस्टमार्टम के लिए पुलिस को दिए पैसे, SI और ASI सस्पेंड

मृतक की पत्नी ने चंदा करके थाना में एक हजार रुपये दिए, फिर भी बहुत जद्दोजहद के बाद पोस्टमार्टम के लिए पत्नी को थाना से कागजात प्राप्त हुआ. पोस्टमार्टम रूम में शव के आने के बाद भी पैसा मांगा गया और पैसा नहीं देने पर शव को बिना बांधे ही कर्मियों ने परिजन को सौंप दिया.

author img

By

Published : Aug 7, 2019, 12:40 PM IST

मृतक की पत्नी

गयाः जिले के मगध मेडिकल थाना और मगध मेडिकल अस्तपाल की एक अमानवीय तस्वीर सामने आई है. जब एक महिला अपने पति के शव के पोस्टमार्टम के कागजात थाना से बनवाने के लिए चंदा करके एक हजार रुपये पुलिस को देती है. पुलिस के बाद अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम का कर्मचारी महिला से 500 रुपये की दोबारा मांग करता है और पैसा नहीं देने पर शव को बिना बांधे ही परिजन को सौंप देता है.

मृतक की पत्नी मगध मेडिकल कॉलेज थाना जाती है, जहां के दो पुलिस अधिकारियों ने पोस्टमार्टम के कागजात बनाने के लिए 5 हजार रुपये की मांग कर दी. मृतक की पत्नी रिंकी तब अपने रिश्तेदारों से 1100 रुपया चंदा कर, पुलिस अधिकारी को एक हजार देती है, तब जाकर पुलिस पोस्टमार्टम के कागजात बनाती है.

अस्पताल कर्मियों ने मांगे ज्यादा पैसे
परेशानी तब बढ़ी जब पुलिस के बाद पोस्टमार्टम रूम के कर्मचारियों ने शव को सिलने और बांधने के लिए 500 रुपये की मांग कर दी. रिंकी के पास एक सौ रुपया बचा था. उसी को देने लगी लेकिन कर्मचारियों का दिल नहीं पसीजा. काफी मिन्नतें करती रही, फिर भी कर्मचारी अपनी मांग पर अड़े रहे. परिजन थक हारकर खुद से शव को कपड़े में लपेटकर उसका अंतिम संस्कार करने ले गए.

पूरी रिर्पोट

पुलिसकर्मी और कर्मचारी निलंबित
एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि मगध मेडिकल थाना के अंतर्गत एक महिला की शिकायत मिली है जिसमें उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के कागजात बनाने के लिए थाना के दो अधिकारियों ने पैसा लिया है. आरोप के प्रथम दृष्टया में सही पाने पर दो पुलिसकर्मियों एसआई सुधीर कुमार और एएसआई इंद्रदेव मुखिया को निलंबित कर दिया गया है.

मृतक की आग में जलने से मौत
दरअसल गया शहर के जयप्रकाश नगर के रहने वाले संतोष कुमार 29 जुलाई को घर में आग लगने से जल गए थे. इलाज के लिए परिजन उन्हें मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाए थे. लेकिन रविवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. मौत होने के बाद शव के पोस्टमार्टम की बोली पुलिस और अस्पताल कर्मचारियों ने लगाना शुरू कर दिया.

गयाः जिले के मगध मेडिकल थाना और मगध मेडिकल अस्तपाल की एक अमानवीय तस्वीर सामने आई है. जब एक महिला अपने पति के शव के पोस्टमार्टम के कागजात थाना से बनवाने के लिए चंदा करके एक हजार रुपये पुलिस को देती है. पुलिस के बाद अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम का कर्मचारी महिला से 500 रुपये की दोबारा मांग करता है और पैसा नहीं देने पर शव को बिना बांधे ही परिजन को सौंप देता है.

मृतक की पत्नी मगध मेडिकल कॉलेज थाना जाती है, जहां के दो पुलिस अधिकारियों ने पोस्टमार्टम के कागजात बनाने के लिए 5 हजार रुपये की मांग कर दी. मृतक की पत्नी रिंकी तब अपने रिश्तेदारों से 1100 रुपया चंदा कर, पुलिस अधिकारी को एक हजार देती है, तब जाकर पुलिस पोस्टमार्टम के कागजात बनाती है.

अस्पताल कर्मियों ने मांगे ज्यादा पैसे
परेशानी तब बढ़ी जब पुलिस के बाद पोस्टमार्टम रूम के कर्मचारियों ने शव को सिलने और बांधने के लिए 500 रुपये की मांग कर दी. रिंकी के पास एक सौ रुपया बचा था. उसी को देने लगी लेकिन कर्मचारियों का दिल नहीं पसीजा. काफी मिन्नतें करती रही, फिर भी कर्मचारी अपनी मांग पर अड़े रहे. परिजन थक हारकर खुद से शव को कपड़े में लपेटकर उसका अंतिम संस्कार करने ले गए.

पूरी रिर्पोट

पुलिसकर्मी और कर्मचारी निलंबित
एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि मगध मेडिकल थाना के अंतर्गत एक महिला की शिकायत मिली है जिसमें उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के कागजात बनाने के लिए थाना के दो अधिकारियों ने पैसा लिया है. आरोप के प्रथम दृष्टया में सही पाने पर दो पुलिसकर्मियों एसआई सुधीर कुमार और एएसआई इंद्रदेव मुखिया को निलंबित कर दिया गया है.

मृतक की आग में जलने से मौत
दरअसल गया शहर के जयप्रकाश नगर के रहने वाले संतोष कुमार 29 जुलाई को घर में आग लगने से जल गए थे. इलाज के लिए परिजन उन्हें मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाए थे. लेकिन रविवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. मौत होने के बाद शव के पोस्टमार्टम की बोली पुलिस और अस्पताल कर्मचारियों ने लगाना शुरू कर दिया.

Intro:गया के मगध मेडिकल थाना और मगध मेडिकल अस्तपाल से अमानवीय तस्वीर सामने आई है। एक महिला अपने पति की लाश के पोस्टमार्टम का कागजात थाना से बनाने के लिए चंदा करके एक हजार पुलिस को देती हैं। पुलिस के बाद पोस्टमार्टम रूम के कर्मचारी 500 रुपया का मांग करता है, पैसा नही देने पर शव को बिना सिले परिजन को सौंप दिया जाता है।Body:दरअसल गया शहर के जयप्रकाश नगर के रहने वाले संतोष कुमार के घर पर 29 जुलाई जल गए थे, परिजनों ने इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ले आये थे। इस दौरान रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गयी। मौत होने के बाद शव का पोस्टमार्टम के बोली खाकी और कर्मचारियों ने लगाना शुरू कर दिया।

मृतक की पत्नी मगध मेडिकल कॉलेज थाना गयी जहां के दो पुलिस अधिकारी ने पोस्टमार्टम के कागजात बनाने के लिए 5 हजार रुपया का मांग किया। मृतक की पत्नी रिंकी ने अपने रिश्तेदारों से 1100 रुपया चंदा कर पुलिस अधिकारी 1 हजार दीया तब जाकर पुलिस ने पोस्टमार्टम कागजात दिया।
परेशानी अब बढ़ गयी पुलिस के बाद पोस्टमार्टम रूम के कर्मचारियों ने शव के सिलने व बांधने के लिए 500 रुपया का मांग करने लगे। रिंकी के पास एक सौ रुपया बचा था उसी को दे रही थी लेकिन कर्मचारियों का दिल नही पसीजा , काफी मिन्नत करते रहे फिर भी कर्मचारी अपने मांग पर अड़े रहे। परिजनों ने थक हारकर खुद से शव को कपड़े लपेटकर अंतिम संस्कार के लेगे।

मृतक की पत्नी रिंकी ने बताया चंदा करके थाना में एक हजार रुपया दिए उसके बाद पोस्टमार्टम के लिए थाना से कागजात मिला। पोस्टमार्टम रूम शव के आने के बाद यहां भी पैसा का मांग किया गया। पैसा नही देने पर शव को बिना बांधे कर्मी चले गए। हमारे रिश्तेदार ने शव को समेटकर अंतिम संस्कार के लिए ले गए।Conclusion:एसएसपी राजीव मिश्रा ने मगध मेडिकल थाना अंतर्गत एक महिला का शिकायत मिला है जिसमे उन्होंने बताया हैं पोस्टमार्टम के कागजात बनाने के एवज में थाना के दो अधिकारी द्वारा पैसा लिया गया है। आरोप के प्रथम दृष्टया में सही पाने पर दो पुलिसकर्मियों एसआइ सुधीर कुमार व एएसआई इंद्रदेव मुखिया को निलंबित कर दिया गया है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.