गयाः बिहार के गया में सफल भाई-बहन की कहानी सच में काबिले तारीफ है. पिता तीसरी पास लेकिन उनकी मेहनत को देखकर तीन बेटी और बेटे ने खूब मन लगाकार पढ़ाई की और आज चारों सरकारी नौकरी में हैं. एक बेटी बिहार एसएससी पास कर उद्योग विस्तार पदाधिकारी बनी गई है. दो बेटी सरकारी अमीन है और बेटे की सरकारी बैंक में नौकरी लगी है.
मिठाई दुकान चलाते हैं पिताः गया के रहने वाले विनोद कुमार गुप्ता तीसरी पास हैं और शहर के डेल्हा में मिठाई की छोटी-मोटी दुकान चलाते हैं. यह खुद नहीं पढ़ पाए लेकिन अपने बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी नहीं होने दी. आर्थिक तंगी के बावजूद अपने बेटी-बेटों को पढाया. परिवार की स्थिति ऐसी है कि आज तक उनके बच्चे माॅल में नहीं गए, लेकिन आज इनती सफलता गूंज रही है.
सोनम बनी बिहार सरकार में पदाधिकारीः एक बेटी सोनम गुप्ता उद्योग विस्तार पदाधिकारी बन गई है. बेटी के अधिकारी बनने की खबर मिलते ही पूरे परिवार में खुशी की लहर दौर गई. दोहरी तब मिली जब बेटे की नौकरी लग गई. राहुल गुप्ता की बैंक में नौकरी लगी, जिसका रिजल्ट एक जनवरी को आया है. दो और बेटी श्रेया गुप्ता और सुमन गुप्ता जो बिहार सरकार में अमीन है, दोनों क्रमशः सीतामढ़ी और कटिहार में तैनात है.
"घर की हालत के बीच काफी संघर्ष हुआ. माता-पिता ने काफी मेहनत की. यही वजह है कि आज उद्योग विस्तार पदाधिकारी बनी हूं. तीनों बहनें एक साथ बिहार अमीन बनी थी, लेकिन संघर्ष जारी रहा. बिहार एसएससी का रिजल्ट जारी होने के बाद उद्योग विस्तार पदाधिकारी के पद पर चयन हुआ है." -सोनम गुप्ता, उद्योग विस्तार पदाधिकारी
बैंक में कलर्क बना राहुल गुप्ताः राहुल गुप्ता ने बताया कि किसी को हार नहीं मानना चाहिए. उन्होंने पहले प्रयास में बैंक की नौकरी में सफलता पायी है. कहा कि मैंने RRB 2023 की परीक्षा दी थी और मेरा सेलेक्शन दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में कलर्क के पद पर हुआ है. इस सफलता में मेरे माता-पिता और मेरी बहन का बहुत योगदान है.
आंख से छलका आंसूः पिता विनोद कुमार गुप्ता बताते हैं, कि वह खुद तीसरी पास हैं, लेकिन अपनी बेटियों-बेटे को पढ़ा लिखा कर मुकाम तक पहुंचा दिया. उन्हें काफी खुशी है. पुराने दिनों को भूल जाना चाहते हैं जब काफी संघर्ष करना पड़ा था. खुशी के दिन आए हैं. तीनों बेटियां और बेटा नौकरी में है. बेटे को बैंक में नौकरी लग गई है. पूरे परिवार को इसकी खुशी है. यह कहते हुए आंख से आंसू छलक गए.
"आज बहुत गर्व हो रहा है कि हमारे तीनों बेटी और बेटा सफल हो गया है. मैं तीसरी पास हूं और आगे नहीं पढ़ पाया, लेकिन अपने बच्चों की पढ़ाई में कमी नहीं होने दी. सभी बच्चे हमारे में स्पोर्ट रहे और मन लगाकर पढ़ाई की. इसी कारण आज सभी सफल हैं. बहुत अच्छा लग रहा है." -विनोद कुमार गुप्ता, मिठाई कारोबारी
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