गया: बिहार के गया के ग्रामीण इलाकों में भी अब डोर टू डोर कचरा उठाया जाएगा. नक्सल प्रभावित बिकोपुर पंचायत में भी इसकी शुरुआत हो चुकी है. साथ ही इस कचरे से खाद बनाने की भी योजना है. ग्रामीण इलाके में स्वच्छता मिशन की लोग प्रशंसा कर रहे हैं. वहीं मुखिया प्रतिनिधि का दावा है कि शहर से भी ज्यादा सुविधा सफाई के मामले में लोगों की दी जाने की कोशिश की जाएगी.
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गया में डोर टू डोर कचरा उठाओ : नक्सल प्रभावित रहे इमामगंज प्रखंड अंतर्गत बिकोपुर पंचायत के गांवों को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने को लेकर अब डोर टू डोर कचरा का उठाव किया जाएगा. इसकी शुरुआत 2 फरवरी से की गई है. बिकोपुर पंचायत के सभी गांव में मॉर्क ड्रिल कर डस्टबिन वितरण करने और कूड़ा उठाने को लेकर लोगों को जानकारी पहले से ही दी गई. गुरुवार से इसका विधिवत शुरुआत कर दिया गया है.इस मौके पर पंचायत के सभी जनप्रतिनिधि एवं सैकड़ों ग्रामीणों मौजूद थे.
रिसाइकल कर बनाया जाएगा खाद: इस दौरान स्थानीय मुखिया मेहरे अंगेज खानम और प्रतिनिधि छोटन खान ने हरी झंडी दिखाकर बिकोपुर पंचायत के सभी गांव से इसकी शुरुआत की. इस दौरान पंचायत के घर-घर में डस्टबिन वितरण कर कूड़ा उठाव को लेकर लोगों को जानकारी दी गई. वहीं इस संबंध में मुखिया ने बताया कि पंचायत के गांवों में सार्वजनिक स्थलों पर बड़े-बड़े डस्टबिन रखे जाएंगे.
"घर-घर कचरा प्रबंधन के लिये हर परिवार को दो-दो डस्टबिन मुहैया कराया जा रहा है. कूड़ा उठाने को लेकर गांव में सीटी बजेगी. वहीं, कचरे से रिसाइकल कर खाद बनाया जाएगा. शहर से भी ज्यादा फैसिलिटी इस पंचायत में स्वच्छता को लेकर दी जाएगी. लोहिया स्वच्छता मिशन के तहत यह शुरू किया गया है."- मेहरे अंगेज खानम, मुखिया, बिकोपुर पंचायत
"स्वच्छता कर्मियों को ठेला, जूते और डस्टबिन दिया गया है, जो पंचायत के हर घर तक जाकर कचरा का उठाव करेगें. इसमें सूखा और गीला कचरा लिया जाएगा."- रेयासत अली उर्फ छोटन खान, मुखिया प्रतिनिधि