गयाः लोकसभा चुनाव को लेकर गांव के लोगों के क्या हैं मुद्दे, समस्याएं और समाधान, कैसी चाहिए सरकार, यह जानने ईटीवी भारत शहर से दूर डोभी प्रखंड के अकबरपुर गांव में लगने वाले साप्ताहिक हाट बाजार पहुंचा.
गया अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत के लिए जाना जाता है. गर्मी के दस्तक देते ही गया के सभी प्रखंडो में पेयजल का संकट गहरा जाता है. सरकार की तरफ से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था तो की गई, लेकिन वो व्यवस्था ऊंट के मुंह जीरे के समान नजर आई.
हर वर्ष गहराता है जल संकट
अकबरपुर गांव के इस हाट बाजार में विक्रेता और खरीदार दोनों ने बताया कि मगध क्षेत्र में गर्मी शुरू होने से पहले ही जल संकट गहरा जाता है. बाजार में आये खरीदार ने बताया शहर में तेजी से मकानों के संख्या बढ़ रही है. हर घर में समर्सिबल लगाया जा रहा है. उसी तरह गांव में भी पक्के मकान बनाए जा रहे हैं. लिहाजा चापाकल की जगह मोटर से भूमिगत जल निकाला जा रहा है. जिसके कारण गर्मी का मौसम शुरू होते ही ग्रामीण इलाको में जल संकट शुरू हो जाता है.
कितनी असरदार 'हर घर जल नल योजना'
एक ग्रामीण का कहना है कि जिस प्रकार बारिश के मौसम में उत्तर बिहार के लोग बाढ़ से परेशान रहते हैं, उसी तरह मगध की जनता को गर्मी का मौसम आते ही भीषण जल संकट का सामना करना पड़ता है. जब सीएम की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल जल योजना की बात उठी तो लोगों ने बताया कि इस योजना के तहत सरकार की तरफ से इंतजाम तो किया जा रहा है मगर इससे सिर्फ पेयजल ही मिल पाता है. सिंचाई के लिए अभी भी कोई व्यवस्था नहीं की गई.
इस हाट बाजार में पहुंचे अकबरपुर गांव और उसके आस-पास के व्यापारी, किसान और ग्राहकों का मुद्दा पानी की समस्या ही था. इस बीच एक युवक ने रोजगार और शिक्षा की बात भी कही. बहरहाल गया के लोगों ने एक स्वर में कहा की जो उम्मीदवार पानी की समस्या दूर करने का वादा करेगा उसी को मतदान करेंगे.