दिल का दौरा पड़ने से कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ती है, कई लोगों की नींद में ही दिल का दौरा पड़ने से मौत हो जाती है. आपको बता दें कि हार्ट अटैक के ज्यादातर मामले सुबह के समय देखने को मिलते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्यादातर दिल का दौरा सुबह के समय ही क्यों पड़ता है?
हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ. भी रविंदर देव के अनुसार, सुबह के समय हमारा शरीर अधिक एड्रेनल हार्मोन का उत्पादन करता है, जिससे हृदय को रक्त की आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाएं वसा से भर जाती हैं और प्लेटलेट्स, जो रक्त के थक्के बनाने के लिए उपयोग किए जाते हैं, को अधिक काम करने की आवश्यकता होती है इसलिए सुबह के समय दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है. इसके साथ ही सुबह के समय तनाव हार्मोन भी उत्पन्न होते हैं और परिणामस्वरूप धमनियों में रक्तचाप बढ़ जाता है.- हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ. भी रविंदर देव
दिल के दर्द के लिए कौन सी दवा लेनी चाहिए?
विशेषज्ञों का कहना है कि सुबह के समय होने वाले दिल के दर्द को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. यदि दर्द गंभीर है, तो जीभ के नीचे सॉर्बिट्रेट टैबलेट रखने की सलाह दी जाती है. गोली लेने के बाद भी जल्द से जल्द इलाज के लिए अस्पताल जाने की सलाह दी जाती है. आपको बता दें कि गोलियां सिर्फ दर्द से राहत के लिए होती हैं.
वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि जिन लोगों को दिल का दौरा पड़ा है, उन्हें घबराना नहीं चाहिए. सीढ़ियां चढ़ने और पैदल चलने जैसे काम न करने की सलाह दी जाती है. दिल में दर्द होने पर रोगी को व्हीलचेयर और स्ट्रेचर का उपयोग करके अस्पताल ले जाना चाहिए.
दिल का दौरा क्यों पड़ता है?
डॉक्टर का कहना है कि हमारे शरीर में खून के थक्के को घोलने की प्राकृतिक व्यवस्था होती है. लेकिन सुबह के समय यह सिस्टम बहुत धीमी गति से काम करता है. इसलिए सुबह के समय रक्तवाहिकाओं में थक्का नहीं जमता. परिणामस्वरूप, हृदय की मांसपेशियों को पर्याप्त ऑक्सीजन न मिलने से दिल का दौरा पड़ने की संभावना रहती है. इसलिए सुबह के दिल के दर्द को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. सीने में दर्द, थकान, अचानक गैस और अपच जैसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत इलाज के लिए अस्पताल जाने की सलाह दी जाती है.
(नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव केवल आपके समझने के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. लेकिन, बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)