मोतिहारी: बिहार पंचायत चुनाव ( Panchayat Election In Bihar ) के सातवें चरण में पूर्वी चंपारण जिले के मेहसी प्रखण्ड स्थित प्राथमिक विद्यालय नोनिमल पंचायत के बूथ संख्या 177 पर जमकर हंगामा हुआ. लोगों ने डीएम शीर्षत कपिल अशोक (DM Shirtesh Kapil Ashok) को उनके अंगरक्षक समेत घेरकर मारपीट पर उतारु हो गए. पुलिस ने लोगों पर लाठी चार्ज किया. जिसमें पूर्व विधायक शिवजी राय समेत कई लोग जख्मी हो गये. वहीं स्थानीय लोगों के हमले में पकड़ीदयाल डीएसपी समेत दो पुलिसकर्मी जख्मी हो गए.
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घटना के संबंध में पूर्व विधायक शिवजी राय ने बताया कि डीएम ने बेवजह उनपर और स्थानीय लोगों पर लाठी चार्ज करवा दिया. जबकि लाठी चार्ज का कोई औचित्य नहीं था. वहीं डीएम ने बताया कि बोगस वोटिंग रोके जाने के बाद लोगों ने हंगामा किया. लोगों के भीड़ में घिरे डीएम को किसी तरह सुरक्षित निकाला गया. हालांकि, बूथ संख्या 177 के ईवीएम और बैलेट बॉक्स को सुरक्षित काउंटिंग हॉल तक पहुंचा दिया गया है.
बताया जा रहा है कि नोनिमल पंचायत के नोनिमल गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय पर तीन बूथ 177, 178 और 179 बनाया गया था. डीएम शीर्षत कपिल अशोक को नोनिमल प्राथमिक विद्यालय पर बोगस वोटिंग की सूचना मिली थी. जिसके बाद वो बूथ संख्या 177 पर पहुंचे और तीन मतदाताओं को कस्टडी में ले लिया. उसके बाद स्थानीय लोग हंगामा करने लगे. लोगों के हंगामा करने के बाद डीएम के निर्देश पर सुरक्षाकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया.
पुलिस के लाठी चार्ज करने के बाद गांव के लोग इकट्ठा हो गए और डीएम समेत सभी सुरक्षाकर्मियों को लाठी-फट्ठा के साथ घेर लिया. लोगों की भीड़ ने डीएम समेत सभी सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर दिया. जिसमें पकड़ीदयाल एसडीओ कुमार रविंद्र समेत दो पुलिसकर्मी जख्मी हो गए. जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. जबकि पुलिस लाठीचार्ज में मधुबन के पूर्व जदयू विधायक शिवजी राय जख्मी हो गए. जिनका इलाज निजी अस्पताल में हुआ.
पूर्व विधायक शिवजी राय ने मोबाइल पर बताया कि वह मतदान करने के बाद अपने एक नजदीकी आदमी से मुलाकात करने के लिए उसके दरवाजे पर गए थे. उसी दौरान डीएम का काफिला बूथ पर गया और दो लोगों को डिटेन कर लिया. उसके बाद लाठी चार्ज करने का आदेश दे दिया. शिवजी राय ने बताया कि डीएम उनके पास आए और अपने सुरक्षाकर्मियों को आदेश देकर उनकी पिटाई कराई. उन्होंने कहा कि जब बूथ खाली था तो लाठी चार्ज करवाने का क्या औचित्य था. पूर्व विधायक के मुताबिक लाठीचार्ज के बाद लोगों ने आक्रोशित होकर डीएम को घेर लिया. जिसके बाद उनके कहने पर डीएम को सुरक्षित निकाला गया.
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वहीं डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने फोन पर बताया कि बूथ पर बोगस वोटिंग हो रही थी. जिसकी जानकारी मिलने पर वह बूथ पर पहुंचे और तीन लोगों को डिटेन कर दिया. उसके बाद लोग हंगामा करने लगे. जिसकारण पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा. उन्होंने बताया कि पांच बजे तक मतदान कराकर ईवीएम और बैलेट बॉक्स सुरक्षित काउंटिंग हॉल पहुंचा दिया गया है. डीएम के अनुसार बूथ पर हुए हंगामा को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी.