मोतिहारीः जिले में विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा काफी धूमधाम से मनाई गई. जगह-जगह मोहल्ले के युवकों की तरफ से मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की गई. इसके साथ ही शिक्षण संस्थानों में भी भक्तिपूर्ण माहौल में मां सरस्वती की पूजा की गई.
वसंत ऋतु का आभास
वेद विद्यालय के प्राचार्य सुशील पांडे ने सरस्वती पूजा के महत्व को बताते हुए कहा कि सरस्वती पूजा के दिन को वागिश्वरी जयंती और वसंतोत्सव के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने कहा कि सरस्वती पूजा के दिन से हीं वसंत के आगमन का संकेत मिलने लगता है. इसके साथ ही पेड़ों के पुराने पत्ते झड़ जाते हैं और पेड़ों में नए कोपल निकलते हैं.
प्रतिमा विसर्जन का समय निर्धारित
सरस्वती पूजा को शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संम्पन्न कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने सभी पूजा करने वाली समितियों के लिए लाइसेंस अनिवार्य कर दिया है. साथ ही प्रतिमा विसर्जन का समय भी निर्धारित कर दिया है.