ETV Bharat / state

मोतिहारीः भक्तिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई मां सरस्वती की पूजा

सरस्वती पूजा को शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संम्पन्न कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने सभी पूजा करने वाली समितियों के लिए लाइसेंस अनिवार्य कर दिया है. साथ ही प्रतिमा विसर्जन का समय भी निर्धारित कर दिया है.

author img

By

Published : Jan 31, 2020, 7:27 AM IST

Updated : Jan 31, 2020, 8:15 AM IST

motihari
motihari

मोतिहारीः जिले में विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा काफी धूमधाम से मनाई गई. जगह-जगह मोहल्ले के युवकों की तरफ से मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की गई. इसके साथ ही शिक्षण संस्थानों में भी भक्तिपूर्ण माहौल में मां सरस्वती की पूजा की गई.

वसंत ऋतु का आभास
वेद विद्यालय के प्राचार्य सुशील पांडे ने सरस्वती पूजा के महत्व को बताते हुए कहा कि सरस्वती पूजा के दिन को वागिश्वरी जयंती और वसंतोत्सव के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने कहा कि सरस्वती पूजा के दिन से हीं वसंत के आगमन का संकेत मिलने लगता है. इसके साथ ही पेड़ों के पुराने पत्ते झड़ जाते हैं और पेड़ों में नए कोपल निकलते हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

प्रतिमा विसर्जन का समय निर्धारित
सरस्वती पूजा को शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संम्पन्न कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने सभी पूजा करने वाली समितियों के लिए लाइसेंस अनिवार्य कर दिया है. साथ ही प्रतिमा विसर्जन का समय भी निर्धारित कर दिया है.

मोतिहारीः जिले में विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा काफी धूमधाम से मनाई गई. जगह-जगह मोहल्ले के युवकों की तरफ से मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की गई. इसके साथ ही शिक्षण संस्थानों में भी भक्तिपूर्ण माहौल में मां सरस्वती की पूजा की गई.

वसंत ऋतु का आभास
वेद विद्यालय के प्राचार्य सुशील पांडे ने सरस्वती पूजा के महत्व को बताते हुए कहा कि सरस्वती पूजा के दिन को वागिश्वरी जयंती और वसंतोत्सव के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने कहा कि सरस्वती पूजा के दिन से हीं वसंत के आगमन का संकेत मिलने लगता है. इसके साथ ही पेड़ों के पुराने पत्ते झड़ जाते हैं और पेड़ों में नए कोपल निकलते हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

प्रतिमा विसर्जन का समय निर्धारित
सरस्वती पूजा को शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संम्पन्न कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने सभी पूजा करने वाली समितियों के लिए लाइसेंस अनिवार्य कर दिया है. साथ ही प्रतिमा विसर्जन का समय भी निर्धारित कर दिया है.

Intro:"वेद विद्यालय के प्राचार्य सुशील पांडे ने सरस्वती पूजा के महत्व को बताते हुए कहा कि सरस्वती पूजा के दिन को वागिश्वरी जयंती और वसंतोत्सव के नाम से भी जाना जाता है।"

मोतिहारी।विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा पूर्वी चंपारण जिले में काफी धूमधाम से मनाया जा रहा है।विद्यार्थियों के अलावा आम लोगों ने भी श्रद्धा पूर्वक सरस्वती की अराधना की।शिक्षण संस्थानों में भी भक्तिपूर्ण माहौल में पूजा हो रहा है।


Body:"वसंत ऋतु का आभास होने लगता है"

वीओ...1...वेद विद्यालय के प्राचार्य सुशील पांडे ने सरस्वती पूजा के महत्व को बताते हुए कहा कि सरस्वती पूजा के दिन को वागिश्वरी जयंती और वसंतोत्सव के नाम से भी जाना जाता है।उन्होने कहा कि सरस्वती पूजनोत्सव के दिन से हीं वसंत के आगमन का संकेत मिलने लगता है।साथ ही पेड़ों के पुराने पत्ते झड़ जाते है और पेड़ों में नए कोपल निकलते हैं।

बाईट.....सुशील पांडे.....प्राचार्य,वेद विद्यालय


Conclusion:"प्रतिमा विसर्जन का समय निर्धारित"

वीओएफ....सरस्वती पूजा को शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने सभी पूजा करने वाले समितियों के लिए लाईसेंस अनिवार्य कर दिया है।साथ हीं प्रतिमा विसर्जन का समय भी निर्धारित कर दिया है।
Last Updated : Jan 31, 2020, 8:15 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.