मोतिहारी: देश के अलग-अलग हिस्सों में दशहरा के मौके पर रावण के पुतलों का दहन होता है. वहीं, इस मौके पर जिले के केसरिया प्रखंड के पल्ला चौक पर रावण के पुतला का दहन किया गया. मां दुर्गा पूजा समिति की ओर से 60 फीट के रावण के पुतला का निर्माण कराया गया था. रावण दहन से पूर्व रामलीला के कलाकारों ने भगवान राम और रावण के युद्ध की जीवंत और आकर्षक प्रस्तुति दी, जिसको देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
झांकी को कलाकारों ने बखूबी दर्शाया
रामलीला में राम-रावण युद्ध के दौरान दोनों तरफ के बड़े योद्धा रथ पर सवार थे. वहीं, सैनिक पैदल थे. राम-रावण युद्ध के जीवंत युद्ध में दोनो तरफ की सेनाओं के बीच के संग्राम की झांकी को कलाकारों ने बखूबी दर्शाया. उस युद्ध की झांकी में रावण वध के बाद राम ने रावण के पुतले का दहन किया. इस मनमोहक प्रस्तुति के प्रति लोगों का उत्साह देखने को मिला.
'सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम'
पूजा समिति के अध्यक्ष ने बताया कि पिछले कई वर्षों से यहां दुर्गा पूजा और रावण वध के कार्यक्रम का आयोजन होता है. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते है. जानकारी के अनुसार पूर्वी चंपारण जिले में केसरिया के अलावा कई जगहों पर रावण वध और पुतला दहन कार्यक्रम का आयोजन होता है. इसको लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे.