मोतिहारी: पूर्वी चंपारण के जिला स्वास्थ्य समिति की कार्यशैली से उसके कर्मी नाराज है. स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ वर्गीय कर्मियों ने गुरुवार को सिविल सर्जन कार्यालय में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया. सभी कर्मी अपने दस महीने के बकाए वेतन की मांग को लेकर आक्रोशित नजर आए. कर्मियों का कहना है कि वेतन नहीं मिलने के कारण उनलोगों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है.
नियुक्ति के बाद से हीं नहीं मिला है वेतन
सिविल सर्जन कार्यालय में तालाबंदी कर धरना दे रहे कर्मचारियों ने वेतन की मांग को लेकर नारेबाजी भी की. कर्मचारियों के नेता उमेश कुमार ने बताया कि दस महीने पहले हाईकोर्ट के आदेश पर उन लोगों की चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के रुप में नियुक्ति हुई थी. लेकिन नियुक्ति के बाद से हीं उनलोगों के वेतन का भुगतान नहीं हुआ है, जिस कारण उनलोगों ने सीएस कार्यालय में तालाबंदी की है.
हाईकोर्ट के आदेश पर 108 लोगों की हुई थी नियुक्ति
हाईकोर्ट के आदेश पर पूर्वी चंपारण में 108 लोगों की नियुक्ति दस महीने पहले चतुर्थवर्गीय कर्मी के रुप में हुई थी. जिन कर्मियों के सभी कागजातों का वेरिफिकेशन हो जाने के बावजूद भी विभाग ने वेतन का भुगतान नहीं शुरु किया जा सका है. इन कर्मियों की पदस्थापना प्रखंडों के पीएचसी में की गई है. लेकिन, इन कर्मियों को कोरोना वायरस की महामारी के समय मोतिहारी के सदर अस्पताल और क्वॉरंटाईन सेंटरों में पदस्थापित कर दिया गया है.