मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले में प्रशासन का दावा खोखला साबित होता दिख रहा है. जिला प्रशासन जलजमाव के कारण होने वाली बीमारी से बचाव हेतु ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव किए जाने का दावा कर रहा है. जबकि कोटेशन निकाले जाने के बाद भी अभी तक ब्लीचिंग पाउडर की आपूर्त्ति नहीं हो पाई है.
जिला में लगातार हुई बारिश और बाढ़ के बाद अब पानी का जलस्तर कम हुआ है. जिससे महामारी फैलने की संभावना ज्यादा बढ़ गई है. डीएम रमण कुमार का कहना है कि सभी जगहों पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा चुका है. हैलोजन टैबलेट्स भी बांट दिये गए हैं.
क्या कहते हैं प्रभारी सिविल सर्जन
जिला प्रशासन लगातार ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव करने का दावा कर रही है, आंकड़े भी पेश कर रही है लेकिन हकीकत कुछ और है. इधर, जिले के प्रभारी सिविल सर्जन से जब इस मामले पर पूछा गया तो शुरु में उन्होंने ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव करने का दावा किया. लेकिन ब्लीचिंग आपूर्त्ति को लेकर कोटेशन निकाले जाने के सवाल पर उन्होंने हकीकत बयां कर दिया. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार ब्लीचिंग पाउडर की आपूर्ति एक-दो दिनो में की जाएगी. इसका कोटेशन 16 जुलाई को निकाला गया था.