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प्लास्टिक का उपयोग रोकने के लिए बच्चों ने निकाला नायाब तरीका, लोग कर रहे तारीफ

आंगनवाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले छात्र भी प्लास्टिक से होने वाले हानि को समझते हैं. वो अपने अभिभावकों को प्लास्टिक यूज नहीं करने की बात कहते हैं.

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Published : Dec 22, 2019, 8:37 AM IST

Updated : Dec 22, 2019, 6:16 PM IST

motihari
सिंगल यूज प्लास्टिक

मोतिहारी: सिंगल यूज प्लास्टिक से हाने वाली हानि को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग सतर्क हो रहे हैं. सरकारी स्तर पर जागरुकता फैलाई जा रही है. आंगनवाड़ी केंद्र के जरिए बच्चे प्लास्टिक के होने वाले नुकसान के बारे में जानकर अपने परिजनों को इसका उपयोग नहीं करने की सलाह दे रहे हैं. पूर्वी चंपारण के मधुछपरा गांव में आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चे गांव में कचरा डम्प करने वाली जगह पर प्लास्टिक के खिलाफ स्लोगन लिखकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं.

पिपराकोठी प्रखंड के मधुछपरा गांव के आंगनवाड़ी केंद्र पर पढ़ने वाले बच्चे क्लास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की बात सीख रहे हैं. केंद्र की सेविका बच्चों को प्लास्टिक उपयोग नहीं करने की पाठ पढ़ाती है. जिसके बाद बच्चे प्लास्टिक से होने वाले नुकसान को पूरी तरह समझ चुके हैं. लिहाजा, आंगनवाड़ी केंद्र से थोड़ी दूरी पर स्थित कचरे की ढेर पर प्लास्टिक के खिलाफ कई स्लोगन लिखकर बोर्ड लगाया है. गौर करने वाली बात है कि बच्चों ने स्लोगन खुद अपने अभिभावकों से लिखवाया है. बच्चों की जागरुकता देख अब अभिभावक भी प्लास्टिक के खिलाफ जागरूक हुए हैं.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

बच्चों को रोजाना पाठ पढ़ाती हैं सेविका
आंगनवाड़ी केंद्र की संचालिका विद्यान्ती देवी ने बताया कि वो बच्चों को रोजाना प्लास्टिक के उपयोग से बचने की सलाह देती हैं. बच्चों के साथ-साथ ग्रामीणों को भी प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए जागरूक करती हैं. इस कार्य में धीरे-धीरे उन्हें सफलता मिल रही है.

motihari
बच्चों को पढ़ाती आंगनवाड़ी सेविका

ये भी पढ़ेंः बिहार बंद के दौरान हिंसा: 1550 लोगों पर कार्रवाई, 14 मामले दर्ज

बिहार में प्रतिबंधित है सिंगल यूज प्लास्टिक
बच्चे अपने अभिभावक को प्लास्टिक उपयोग से बचने की सलाह देते हैं. बता दें कि राज्य सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा चुकी है. बावजूद इसके अभी भी लोग प्लास्टिक थैला का उपयोग करते हैं. ऐसे में लोगों को मासूम बच्चों से सीखना चाहिए जो प्लास्टिक के खिलाफ इतनी कम उम्र में जागरुकता फैला रहे हैं.

motihari
परिजनों को जागरूक कर रहा बिट्टू

मोतिहारी: सिंगल यूज प्लास्टिक से हाने वाली हानि को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग सतर्क हो रहे हैं. सरकारी स्तर पर जागरुकता फैलाई जा रही है. आंगनवाड़ी केंद्र के जरिए बच्चे प्लास्टिक के होने वाले नुकसान के बारे में जानकर अपने परिजनों को इसका उपयोग नहीं करने की सलाह दे रहे हैं. पूर्वी चंपारण के मधुछपरा गांव में आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चे गांव में कचरा डम्प करने वाली जगह पर प्लास्टिक के खिलाफ स्लोगन लिखकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं.

पिपराकोठी प्रखंड के मधुछपरा गांव के आंगनवाड़ी केंद्र पर पढ़ने वाले बच्चे क्लास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की बात सीख रहे हैं. केंद्र की सेविका बच्चों को प्लास्टिक उपयोग नहीं करने की पाठ पढ़ाती है. जिसके बाद बच्चे प्लास्टिक से होने वाले नुकसान को पूरी तरह समझ चुके हैं. लिहाजा, आंगनवाड़ी केंद्र से थोड़ी दूरी पर स्थित कचरे की ढेर पर प्लास्टिक के खिलाफ कई स्लोगन लिखकर बोर्ड लगाया है. गौर करने वाली बात है कि बच्चों ने स्लोगन खुद अपने अभिभावकों से लिखवाया है. बच्चों की जागरुकता देख अब अभिभावक भी प्लास्टिक के खिलाफ जागरूक हुए हैं.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

बच्चों को रोजाना पाठ पढ़ाती हैं सेविका
आंगनवाड़ी केंद्र की संचालिका विद्यान्ती देवी ने बताया कि वो बच्चों को रोजाना प्लास्टिक के उपयोग से बचने की सलाह देती हैं. बच्चों के साथ-साथ ग्रामीणों को भी प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए जागरूक करती हैं. इस कार्य में धीरे-धीरे उन्हें सफलता मिल रही है.

motihari
बच्चों को पढ़ाती आंगनवाड़ी सेविका

ये भी पढ़ेंः बिहार बंद के दौरान हिंसा: 1550 लोगों पर कार्रवाई, 14 मामले दर्ज

बिहार में प्रतिबंधित है सिंगल यूज प्लास्टिक
बच्चे अपने अभिभावक को प्लास्टिक उपयोग से बचने की सलाह देते हैं. बता दें कि राज्य सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा चुकी है. बावजूद इसके अभी भी लोग प्लास्टिक थैला का उपयोग करते हैं. ऐसे में लोगों को मासूम बच्चों से सीखना चाहिए जो प्लास्टिक के खिलाफ इतनी कम उम्र में जागरुकता फैला रहे हैं.

motihari
परिजनों को जागरूक कर रहा बिट्टू
Intro:"आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने के लिए आने वाले बच्चों को केंद्र की सेविका ने प्लास्टिक उपयोग नहीं करने का ऐसा पाठ पढ़ाया है कि बच्चे प्लास्टिक से होने वाले हानि को समझने लगे हैं।"

मोतिहारी।सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी जागरुकता फैल रही है।पूर्वी चंपारण के पिपराकोठी प्रखंड स्थित मधुछपरा गांव के बच्चों की प्लास्टिक उपयोग के खिलाफ जागरुकता उनके बात़ों से स्पष्ट झलकती है।बच्चे प्लास्टिक उपयोग नहीं करने के लिए अपने अभिभावक को कहते हीं हैं।साथ हीं गांव में कचरा वाले जगह पर बच्चों ने प्लास्टिक के खिलाफ स्लोलन भी टांग रखा है।


Body:"बच्चों के अभिभावक हुए हैं जागरुक"

वीओ..1..पिपराकोठी प्रखंड के पंडितपुर पंचायत में मधुछपरा गांव है।जहां आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने के लिए आने वाले बच्चों को केंद्र की सेविका ने प्लास्टिक उपयोग नहीं करने का ऐसा पाठ पढ़ाया है कि बच्चे प्लास्टिक से होने वाले हानि को समझ चुके हैं। लिहाजा,आंगनबाड़ी केंद्र से थोड़ी दुरी पर कचरे के ढ़ेर में प्लास्टिक के खिलाफ कई स्लोलन बच्चों ने खुद अपने अभिभावक से लिखवाकर लगाया है।बच्चों की जागरुकता देख अब अभिभावक भी प्लास्टिक के खिलाफ जागरुक हुए हैं।

बाईट....रामनारायण पांडे.....ग्रामीण

"सेविका बच्चों और उनके अभिभावक को करती है जागरुक"

वीओ...2...आंगनबाड़ी केंद्र की संचालिका विद्यान्ती देवी ने बताया कि वह केंद्र पर आने वाले सभी बच्चों को प्रतिदिन प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए समझाती है।साथ हीं बच्चों के अभिभावक और ग्रामीणों को भी प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए जागरुक करती हैं।जिसमे अब धीरे-धीरे उन्हे सफलता मिलने लगी है।
बाईट.....विद्यान्ती देवी....आंगनबाड़ी संचालिका


Conclusion:"बच्चे प्लास्टिक उपयोग नहीं करने की कहते हैं बात"

वीओ...3....केंद्र पर पढ़ने वाले छोटे-छोटे मासूम बच्चे भी प्लास्टिक से होने वाले हानि को समझने लगे हैं.लिहाजा,बच्चे भी प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की बात कह रहे हैं.

बाईट....बिट्टू कुमार....आंगनबाड़ी में पढ़ने वाला बच्चा

बीओएफ...बहरहाल,राज्य सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है।बावजूद इसके अभी भी लोग प्लास्टिक थैला का उपयोग करते हैं।ऐसे लोगों को इन मासूम बच्चों से सिखना चाहिए।जो प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की बात कह रहे हैं.

पीटीसी
Last Updated : Dec 22, 2019, 6:16 PM IST
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