ETV Bharat / state

मोतिहारी में स्वास्थ्य मेला बना मजाक, मरीज नहीं दिखने पर विधायक ने उद्घाटन करने से किया इंकार

बिहार के सभी जिले में विभिन्न सरकारी अस्पतालों में लगने वाले स्वास्थ्य मेला सवालों में घिरते जा रहे हैं. बिना प्रचार प्रसार के लगाये जा रहे स्वास्थ्य मेले (Health Fairs Without Publicity In Bihar) के औचित्य पर प्रश्न खड़ा होने लगा है. मेला में कुव्यवस्था के कारण मरीजों को परेशानी होती है. जिसका नमूना हरसिद्धि और सुगौली सीएचसी के अलावा रक्सौल पीएचसी में देखने को मिला.

मोतिहारी
मोतिहारी
author img

By

Published : Apr 21, 2022, 7:59 AM IST

मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में (Health Department Bihar) विभिन्न सरकारी अस्पतालों में लगने वाला स्वास्थ्य मेला सवालों में घिरते जा रहा है. जिला प्रशासन के द्वारा मेला के बारे में समूचित प्रचार प्रसार किये बिना लगाये जा रहे स्वास्थ्य मेला के औचित्य पर प्रश्न खड़ा होने लगा है. साथ हीं मेला में कुव्यवस्था के कारण मरीजों को परेशानी हो रही है. जिसका जीता जागता नमूना हरसिद्धि और सुगौली सीएचसी (CHC and PHC Sugauli) के अलावा रक्सौल पीएचसी में देखने को मिला. भाजपा विधायक हरसिद्धि सीएचसी में स्वास्थ्य मेला का उद्घाटन करने पहुंचे.

ये भी पढ़ें- कमला नेहरू शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इंफ्रास्ट्रक्चर का अभाव, मैन पावर की कमी से मरीज हो रहे परेशान

विधायक ने दी हिदायत- हरसिद्धि के भाजपा विधायक कृष्णनंदन पासवान (Bjp MLA Krishnandan Paswan ) उद्घाटन करने पहुंचे तो स्वास्थ्य मेला में उनको एक भी मरीज नहीं दिखा. विधायक ने स्वास्थ्य मेला का उद्घाटन करने से इंकार कर दिया. उसके बाद स्वास्थ्य मेला का व्यापक प्रचार प्रसार करने के बाद ही मेला आयोजित करने की हिदायत देकर लौट गए. विधायक ने डीएम और सिविल सर्जन को भी इस बात की जानकारी दी.

उद्घाटन करने पहुंचे राजद विधायक- दूसरी ओर सुगौली सीएचसी में आयोजित स्वास्थ्य मेला का उद्घाटन करने पहुंचे स्थानीय राजद विधायक ई. शशि भूषण सिंह (RJD MLA Shashi Bhushan Singh) के सामने हीं कुछ लोग उत्तेजित हो गए. उन लोगों का आरोप था कि उन्हें मेला की जानकारी नहीं मिली थी. वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य मेले का उद्घाटन करने के बाद विधायक के सामने असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई. क्योंकि उन्हें यह मालूम ही नहीं था कि उन्होंने किस सरकारी कार्यक्रम का उद्घाटन किया है.

ये भी पढ़ें- Ayushman Bharat : सरकार की गंभीरता पर सवाल, अस्पतालों के अल्टीमेटम से मरीज हलकान

स्वास्थ्य कर्मी मेले से नदारद- इधर रक्सौल पीएचसी में दो दिनों पूर्व आयोजित स्वास्थ्य मेला में कुव्यवस्था का आलम यह था कि मेला का उद्घाटन करके रक्सौल के भाजपा विधायक प्रमोद सिन्हा (BJP MLA PRAMOD SINGH) जैसे ही गए, स्वास्थ्य कर्मी मेला से नदारद हो गए. प्रचार प्रसार के अभाव में ज्यादा मरीज स्वास्थ्य मेला में नहीं पहुंच पाए. कुव्यवस्था के कारण मेला में इलाज कराने आए मरीज बीमार पड़ने लगे. भीषण गर्मी के बीच आयोजित मेले में पंखा तक की व्यवस्था नहीं थी. एक गर्भवती महिला खुशबू देवी गर्मी के कारण बेहोश होकर गिर पड़ी. उसके बाद शोर मच गया. आनन फानन में महिला का इलाज हुआ.

बता दें कि जिले के सभी प्रखंडों में स्वास्थ्य मेला के आयोजन को लेकर प्रति स्वास्थ्य केंद्र 2 लाख रुपये जारी किये जाते हैं. इसके अलावे भी पैसे की जरtरत होने पर दी जाती है. ऐसे में लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से सरकारी स्तर पर आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य मेला जिले में मजाक बनकर रह गया. आखिर इस नाकामी के लिए जिम्मेदार कौन है? सरकार के द्वारा चलाए जा रहे स्वास्थ्य संबंधित मेले का फायदा आम लोगों तक नहीं पहुंच पाया.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP




मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में (Health Department Bihar) विभिन्न सरकारी अस्पतालों में लगने वाला स्वास्थ्य मेला सवालों में घिरते जा रहा है. जिला प्रशासन के द्वारा मेला के बारे में समूचित प्रचार प्रसार किये बिना लगाये जा रहे स्वास्थ्य मेला के औचित्य पर प्रश्न खड़ा होने लगा है. साथ हीं मेला में कुव्यवस्था के कारण मरीजों को परेशानी हो रही है. जिसका जीता जागता नमूना हरसिद्धि और सुगौली सीएचसी (CHC and PHC Sugauli) के अलावा रक्सौल पीएचसी में देखने को मिला. भाजपा विधायक हरसिद्धि सीएचसी में स्वास्थ्य मेला का उद्घाटन करने पहुंचे.

ये भी पढ़ें- कमला नेहरू शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इंफ्रास्ट्रक्चर का अभाव, मैन पावर की कमी से मरीज हो रहे परेशान

विधायक ने दी हिदायत- हरसिद्धि के भाजपा विधायक कृष्णनंदन पासवान (Bjp MLA Krishnandan Paswan ) उद्घाटन करने पहुंचे तो स्वास्थ्य मेला में उनको एक भी मरीज नहीं दिखा. विधायक ने स्वास्थ्य मेला का उद्घाटन करने से इंकार कर दिया. उसके बाद स्वास्थ्य मेला का व्यापक प्रचार प्रसार करने के बाद ही मेला आयोजित करने की हिदायत देकर लौट गए. विधायक ने डीएम और सिविल सर्जन को भी इस बात की जानकारी दी.

उद्घाटन करने पहुंचे राजद विधायक- दूसरी ओर सुगौली सीएचसी में आयोजित स्वास्थ्य मेला का उद्घाटन करने पहुंचे स्थानीय राजद विधायक ई. शशि भूषण सिंह (RJD MLA Shashi Bhushan Singh) के सामने हीं कुछ लोग उत्तेजित हो गए. उन लोगों का आरोप था कि उन्हें मेला की जानकारी नहीं मिली थी. वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य मेले का उद्घाटन करने के बाद विधायक के सामने असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई. क्योंकि उन्हें यह मालूम ही नहीं था कि उन्होंने किस सरकारी कार्यक्रम का उद्घाटन किया है.

ये भी पढ़ें- Ayushman Bharat : सरकार की गंभीरता पर सवाल, अस्पतालों के अल्टीमेटम से मरीज हलकान

स्वास्थ्य कर्मी मेले से नदारद- इधर रक्सौल पीएचसी में दो दिनों पूर्व आयोजित स्वास्थ्य मेला में कुव्यवस्था का आलम यह था कि मेला का उद्घाटन करके रक्सौल के भाजपा विधायक प्रमोद सिन्हा (BJP MLA PRAMOD SINGH) जैसे ही गए, स्वास्थ्य कर्मी मेला से नदारद हो गए. प्रचार प्रसार के अभाव में ज्यादा मरीज स्वास्थ्य मेला में नहीं पहुंच पाए. कुव्यवस्था के कारण मेला में इलाज कराने आए मरीज बीमार पड़ने लगे. भीषण गर्मी के बीच आयोजित मेले में पंखा तक की व्यवस्था नहीं थी. एक गर्भवती महिला खुशबू देवी गर्मी के कारण बेहोश होकर गिर पड़ी. उसके बाद शोर मच गया. आनन फानन में महिला का इलाज हुआ.

बता दें कि जिले के सभी प्रखंडों में स्वास्थ्य मेला के आयोजन को लेकर प्रति स्वास्थ्य केंद्र 2 लाख रुपये जारी किये जाते हैं. इसके अलावे भी पैसे की जरtरत होने पर दी जाती है. ऐसे में लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से सरकारी स्तर पर आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य मेला जिले में मजाक बनकर रह गया. आखिर इस नाकामी के लिए जिम्मेदार कौन है? सरकार के द्वारा चलाए जा रहे स्वास्थ्य संबंधित मेले का फायदा आम लोगों तक नहीं पहुंच पाया.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP




ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.