दरभंगा: जिला औद्योगिक प्रवर्तन योजना के तहत प्रवासी कामगारों के पार्टनशिप में लघु उद्योग शुरू करने के लिए सोमवार को जिले के तीन नव उद्यमियों को शॉर्टलिस्ट किया गया. इसमें मिथिला पेंटिग आर्ट के क्षेत्र में कार्य कर रहे सृजन मिथिला के राजेश चौधरी, मखाना की पैकेजिंग और मार्केटिंग व्यवसाय से जुड़े जयंतीपुर, अलीनगर के आतिश झा और पेवर ब्लॉक निर्माण का कार्य करने वाले मनीगाछी के विन्देशवर राम का नाम शामिल है.
जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एस.एम. ने सोमवार को जिला में लघु उद्योग शुरू करने के इच्छुक उद्यमियों के साथ कार्यालय प्रकोष्ठ में एक बैठक की. इस बैठक में इच्छुक उद्यमियों के कार्य अनुभव, कार्य के लिए आधारभूत संरचना की उपलब्धता आदि की जानकारी ली गयी.
जिले में रोजगार की असीम संभावनाएं
डीएम ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते कई काम धंधे बंद हो जाने के कारण देश के विभिन्न हिस्सों से कामगार अपने-अपने घर लौटे हैं. ये लोग कुछ बड़े-बड़े कल कारखानों में काम करते थे. इसमें कई कामगार विभिन्न ट्रेडों के अनुभवी और जानकार हैं. राज्य सरकार उन सभी प्रवासी कामगारों को स्थानीय स्तर पर ही उनके स्किल के अनुरूप रोजगार प्रदान करने के लिए यह योजना लायी है. उन्होंने कहा कि दरभंगा का मिथिला पेंटिंग आर्ट बहुत प्रसिद्ध है. वहीं यहां बड़े पैमाने पर उच्च गुणवत्ता वाले मखाना की खेती होती है. इन दोनों क्षेत्रों में यहां रोजगार की असीम संभावनाएं हैं.
10 लाख की प्रोत्साहन राशि मिलेगी
जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए अभी पूरे देश में मास्क की ज्यादा मांग है और डिजाइनर मास्क की मांग भी बढ़ रही है. इसलिए मिथिला पेंटिंग वाले मास्क का निर्माण कर पूरे देश में इसकी मार्केटिंग की जायेगी. इसके लिए इस क्षेत्र में काम कर रहे सृजन मिथिला का चयन किया गया है. जिला प्रशासन के प्रयास से सृजन मिथिला के प्रोडक्ट की बिक्री अमेजन ई-मार्केटिंग पोर्टल पर भी शुरू हो गई है. वहीं डीएम ने बताया कि शॉर्टलिस्टेड उद्यमियों के डीपीआर का अध्ययन करने के बाद चयनित उद्यमियों को 10 लाख रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.